नोट बुक नहीं लाने पर टीचर ने बच्चे को बेरहमी से पीटा, पुलिस ने केस दर्ज करने के बाद शुरू की जांच

नोट बुक नहीं लाने पर टीचर ने बच्चे को बेरहमी से पीटा, पुलिस ने केस दर्ज करने के बाद शुरू की जांच
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बच्चे का सामान्य अस्पताल में मेडिकल कराने के बाद मां ने आरोपी टीचर के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। मामले की जांच डीएसपी पवन कुमार ने शुरू की है।

Rewari News : महेंद्रगढ़ रोड पर जाडरा के निकट टैगोर पब्लिक स्कूल में एक टीचर ने नोटबुक नहीं लाने पर छात्र (Student) की निर्ममता से पिटाई कर दी। बच्चे का सामान्य अस्पताल में मेडिकल कराने के बाद मां ने आरोपी टीचर के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कराया है। मामले की जांच डीएसपी पवन कुमार ने शुरू की है।

यादव नगर निवासी सीमा देवी ने अपनी बेटी व बेटे का दाखिला करीब 2 माह पूर्व एक निजी पब्लिक स्कूल में कराया था। उसका बड़ा बेटा नौंवी कक्षा में पढ़ता है। पुलिस को दी शिकायत में सीमा ने बताया कि उसका बेटा 20 जुलाई को बेड पर औंधे मुंह लेटा हुआ था। जब कारण पूछा तो वह फफक-फफककर रोने लग गया। जब सीमा ने बेटे से रोने का कारण पूछा तो उसने बताया कि वह गलती से नोटबुक घर भूल गया था। इसी बात को लेकर गणित के अध्यापक ने उसे बेरहमी से पीट दिया। पति घर पर नहीं होने के कारण सीमा अपने बेटे को पड़ोसी के साथ टॉमा सेंटर ले गए। वहां डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे के कूल्हे की हड्डी पर चोट है। डॉक्टरों ने उसका उपचार शुरू कर दिया। इसके बाद सीमा बच्चे को लेकर स्कूल गई। बच्चे को क्लासरूम में भेजकर वह अध्यापक आशुतोष दूबे से मिली। सीमा का आरोप है कि अध्यापक ने उसके साथ भी दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया। बाद में वह स्कूल प्राचार्य से व निदेशक से भी मिली, परंतु दोनों ने उसकी बात को अनसुना कर दिया।

जाति पूछने के बाद बदला टीचर का रवैया

सीमा ने पुलिस शिकायत में बताया कि उसके बेटे ने पूछताछ के दौरान बताया था कि दस दिन पहले गणित टीचर ने उसे अकेले में बुलाकर उसकी जाति पूछी थी। हरिजन जाति बताने के बाद से ही टीचर का उसके पति रवैया बदल गया था। टीचर उसके बेटे को जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए मानसिक और सामाजिक रूप से भी प्रताड़ित करता रहा। सीमा का आरोप है कि स्कूल के निदेशक और प्राचार्य ने उसकी बातें सुनने की बजाय, उसके साथ रूखा व्यवहार किया। पुलिस ने सीमा की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ हरिजन एक्ट सहित विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज करने के बाद जांच शुरू कर दी।

स्कूल निदेशक ने एमएलआर पर उठाए सवाल

स्कूल निदेशक बीएल यादव से जब इस बारे में बात की गई, तो उन्होंने बच्चे की मेडिकल रिपोर्ट पर ही सवाल खड़े कर दिए। उन्होंने बताया कि बच्चे को दो-चार थप्पड़ टीचर ने मार दिए होंगे। इसके बाद बच्चे की मां टीचर के साथ उलझ गई थी। उसे समझाकर बच्चे को क्लास रूम में भेज दिया था। बच्चे ने पूरा दिन क्लास अटैंड की थी। एफआईआर दर्ज कराने के बारे में मुझे जानकारी नहीं है। पुलिस को भी एफआईआर दर्ज करने से पहले जांच करनी चाहिए थी।

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