दो साल से बंद पड़े प्ले स्कूल खोलने के लिए सड़कों पर उतरे शिक्षक और अभिभावक, बोले - बच्चे भूल गए हैं अक्षर ज्ञान

दो साल से बंद पड़े प्ले स्कूल खोलने के लिए सड़कों पर उतरे शिक्षक और अभिभावक, बोले - बच्चे भूल गए हैं अक्षर ज्ञान
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शिक्षकों ने कहा कि नई शिक्षा नीति में बच्चों के प्रारंभिक शिक्षा पर जोर दिया गया है लेकिन पिछले 2 वर्षों से स्कूल बंद होने के कारण छोटे बच्चों के स्कूल खुले ही नहीं है। उसमें भी बहुत से बच्चे जो 5 या 6 वर्ष के हो गए हैं लेकिन अभी तक स्कूल नहीं गए हैं।

हरिभूमि न्यूज. अंबाला

प्ले स्कूल जल्द खुलवाने को लेकर सोमवार को अंबाला में अध्यापकों के साथ परिजनों ने भी रैली निकालकर राज्य सरकार के कान खोलने का प्रयास किया। इस सिलसिले में उपायुक्त विक्रम सिंह को ज्ञापन भी दिया गया। रैली अग्रसेन चौक से शुरू होकर उपायुक्त कार्यालय तक निकाली गई। इसमें सैकड़ों अध्यापक, स्कूली छात्र व उनके परिजन भी शामिल थे। इस दौरान कोरोना नियमों की भी पालना की गई। निशा के अध्यक्ष कुलभूषण शर्मा ने कहा कि फेडरेशन द्वारा स्कूलों को खुलवाने को लेकर पिछले 3 दिन में कराए गए सर्वे में 15 हज़ार से अधिक अभिभावकों ने भाग लिया है, जिसमें से 87 प्रतिशत से अधिक अभिभावकों ने स्कूलों को खोलने की सिफारिश की है।

उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में बच्चों के प्रारंभिक शिक्षा पर जोर दिया गया है लेकिन पिछले 2 वर्षों से स्कूल बंद होने के कारण छोटे बच्चों के स्कूल खुले ही नहीं है। उसमें भी बहुत से बच्चे जो 5 या 6 वर्ष के हो गए हैं लेकिन अभी तक स्कूल नहीं गए हैं। ऐसे में प्ले वे स्कूलों को खोलना बहुत जरूरी है। साथ ही उन्होंने विश्व बैंक का हवाला देते हुए कहा कि बैंक के शिक्षा विभाग के विशेषज्ञ ने भी अपनी राय दी है कि स्कूल खोलने से कोरोना बढ़ने का कोई खतरा नही है। छोटे बच्चों का प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होती है। इन सभी बिंदुओ को ध्यान में रखते हुए फेडरेशन और निसा के अध्यक्ष डॉ कुलभूषण शर्मा, सभी प्ले वे स्कूलों के संचालक और अभिभावकों ने मिलकर इस मुहिम को सरकार तक पहुंचाने का प्रयास किया।

जिला अध्यक्ष आशुतोष गौड़ ने कहा कि प्ले स्कूल बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा मजबूत करने का कार्य करते है। 2 वर्षों से अधिक समय से स्कूल बंद होने की वजह से उनकी नींव बहुत कमजोर पड़ गयी है जो सभी अभिभावकों और राष्ट्र के लिए चिंता का विषय है। प्ले स्कूलों के संचालक और अध्यक्ष अभिमन्यु दुहन, महासचिव ऋतु दुआ और सरंक्षक अदिति वालिया ने कहा कि बच्चों का सर्वांगीण विकास प्ले स्कूल बंद होने के कारण बुरी तरह प्रभावित हुआ है। बच्चे अक्षर ज्ञान भूल गए हैं और अगर जल्दी से स्कूल खोलने का निर्णय नहीं लिया गया तो शिक्षा की इस हानि की भरपाई कर बहुत ही मुश्किल होगा।

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