शराब पीकर आते हैं शिक्षक : ग्रामीणों ने स्कूल को जड़ दिया ताला, दो घंटे धूप में तपते रहे छात्र और स्टाफ

शराब पीकर आते हैं शिक्षक : ग्रामीणों ने स्कूल को जड़ दिया ताला, दो घंटे धूप में तपते रहे छात्र और स्टाफ
X
गुस्साए ग्रामीणों ने सरकार तथा प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों का कहना था कि स्कूल में छह अध्यापकों की कमी है। जिसके चलते बच्चों की पढाई प्रभावित हो रही है।

हरिभूमि न्यूज : जींद

जींद के गांव ब्राह्मणवास में ग्रामीणों ने स्टाफ की कमी तथा दो अध्यापकों के स्कूल में शराब पीकर आने से खफा होकर राजकीय स्कूल के गेट पर ताला जड़ दिया। गुस्साए ग्रामीणों ने सरकार तथा प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों का कहना था कि स्कूल में छह अध्यापकों की कमी है। जिसके चलते बच्चों की पढाई प्रभावित हो रही है। विरोध में स्कूल को ताला जड़ दिया। ग्रामीणों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। स्कूल पर ताला जड़ने की सूचना पाकर खंड शिक्षा अधिकारी मौके पर पहुंच गए और दोनों अध्यापकों के खिलाफ लिखित में शिकायत देने तथा स्टाफ की कमी को पूरा किए जाने के आश्वासन दिए जाने के बाद ग्रामीणों ने ताले को खोला। लगभग स्टाफ तथा छात्र बाहर धूप में तपते रहे।

जब तक समस्या का समाधान नहीं होता स्कूल का ताला नही खोलेंगे

ग्रामीण राहूल, राकेश, रामचंद्र, मोहित व रामकिशन ने बताया कि गांव में स्कूल में छह अध्यापकों की कमी है जिसके चलते बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही है। उन्होंने कहा कि स्कूल में दो अध्यापक शराब पीकर आते हैं और पूरा दिन बच्चों को नही पढ़ाते हैं। उन्होंने कहा कि शराब पीकर आने वाले दोनों अध्यापकों का तबादला किया जाए। साथ ही खाली पड़े अध्यापकों के पदों को भरा जाए ताकि स्कूल में सूचारू रुप से पढाई हो सके।

दो घंटे तक धूप में तपते रहे अध्यापक और छात्र

ग्रामीणों ने स्कूल गेट पर सुबह ही ताला जड़ दिया था। स्टाफ को स्कूल के अंदर नहीं घुसने दिया गया। जो छात्र स्कूल के लिए निकले थे वे भी गेट पर ताला खुलने का इंतजार करते रहे। लगभग दो घंटे बाद खंड शिक्षा अधिकारी श्रीनारायण शर्मा ग्रामीणों के बीच पहुंचे। ग्रामीणों की समस्या सुनने के बाद समाधान का आश्वासन दिया। दो घंटे तक स्कूल की तालाबंदी होने के चलते अध्यापक तथा छात्र धूप में तपते रहे। श्रीनारायण शर्मा ने बताया कि ग्रामीणों ने दो अध्यापकों के शराब पीकर स्कूल में आने के बारे में शिकायत दी है। दोनों की रिपोर्ट बनाकर उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी। इसके अलावा स्कूल में स्टाफ की कमी के बारे में भी उच्चाधिकारियों को लिखा जाएगा। ग्रामीण आश्वासन के बाद मान गए और स्कूल का ताला खोल दिया गया।

Tags

Next Story