Teacher's Day : झुग्गी- झोपड़ियों के अंधियारे में शिक्षा का दीप जला रही नर नारायण सेवा समिति

Teachers Day : झुग्गी- झोपड़ियों के अंधियारे में शिक्षा का दीप जला रही नर नारायण सेवा समिति
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संस्था का गठन 2008 में हुआ। संस्था के सदस्यों ने पाया कि गरीब व झुग्गी झोंपडी में रहने वाले विद्यार्थी शिक्षा से दूर हैं। इसे लेकर संस्था के लोगों ने इन बच्चों को पढाने का बीडा उठाया। झुग्गियों में टयूशन सेंटर शुरू किया तथा आर्य समाज स्कूल के साथ पढ़ाई शुुरू करवाई। एक के बाद एक समाजसेवी जुड़ते चलते गए और संस्था आज जिले में विभिन्न स्थानों पर करीब 700 बच्चों को पढाई की राह दिखा रही है।

नरेश पंवार : कैथल

कैथल की सामाजिक संस्था श्री नर नारायण सेवा समिति कैथल में अध्यापक दिवस की सार्थकता को सही साबित कर रही है। संस्था का गठन 2008 में हुआ। संस्था के सदस्यों ने पाया कि गरीब व झुग्गी झोंपडी में रहने वाले विद्यार्थी शिक्षा से दूर हैं। इसे लेकर संस्था के लोगों ने इन बच्चों को पढाने का बीडा उठाया। झुग्गियों में टयूशन सेंटर शुरू किया तथा आर्य समाज स्कूल के साथ पढ़ाई शुुरू करवाई। एक के बाद एक समाजसेवी जुड़ते चलते गए और संस्था आज जिले में विभिन्न स्थानों पर करीब 700 बच्चों को पढाई की राह दिखा रही है। इतना ही नहीं संस्था द्वारा इन गरीब बच्चों की किताबों, वर्दी व स्टेशनरी का भी पूर्ण खर्च उठाया जा रहा है। वर्तमान में संस्था के प्रधान राजेश गोयल, संरक्षक राजेश गर्ग, उपप्रधान रविंद्र गर्ग, अमित मित्तल, प्रो मनोज बंसल, नरेश बंसल, पंकज मंगला, रमेश गर्ग के मार्गदर्शन में दर्जनों समाजसेवी शिक्षण में सहयोग कर रहे हैं।

ये अध्यापक दे रहे सेवाएं

अमृत, आशा, वीना, अंजू पुनिया, सीमा, अमित, कविता सैनी, प्रवीन कुमार, रमा, सिया, नेहा, पूनम, देवी रानी, कमलेश, पंकज सैनी, वकील कुमार, ज्योति सैनी। जहां उपरोक्त में अधिकतर अध्यापकों को वेतन दिया जा रहा है तो वहीं अंजलि राठी नि:शुल्क शिक्षा दे रही हैं।

12वीं तक की दी जा रही शिक्षा

संस्था द्वारा पहली से 12वीं तक के बच्चों को पढाई करवाई जा रही है। सुबह ये बच्चे आर्य स्कूल में पढते हैं और शाम को 18 टयूशन सेंटर में करीब 700 बच्चों को नि:शुल्क पढा रहे हैं। समिति द्वारा अपने कार्य को बढाते हुए अब टिफिन सेवा भी शुरू की है। समिति द्वारा गरीब व भूखे लोगों को भोजन मुहैया करवाया जा रहा है। इसके साथ ही सिलाई, मेहंदी व दवाई का भी सहयोग किया जा रहा है। समिति के सदस्य गणतंत्र दिवस व स्वतंत्रता दिवस के अलावा जन्मदिवस, शादी की साल गिरह, बच्चों का जन्मदिवस भी गरीब बच्चों के संग मनाते हैं। ऐसे समय पर विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों का भी आयोजन किया जाता है। यही नहीं इन बच्चों को विभिन्न प्रतियोगिताओं में भी भाग दिलाया जाता है जिसका खर्च भी संस्था द्वारा वहन किया जाता है। समाजसेवा व शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय कार्य किए जाने को लेकर संस्था के पदाधिकारियों को समय-समय पर जिला प्रशासन व अन्य लोगों द्वारा भी सम्मानित किया जा चुका है।

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