रिश्वत मामला : रिमांड के बाद करनाल का तहसीलदार भेजा जेल, 10 करोड़ की संपत्ति का खुलासा, कई बेनामी कागजात भी बरामद

हरिभूमि न्यूज़ : करनाल
भ्रष्टाचार में पकड़े गए करनाल के तहसीलदार राजबख्श को पांच दिन के पुलिस रिमांड के बाद सोमवार को अदालत में पेश किया। अदालत के आदेश पर राजबख्श को न्यायिक हिरासत के तहत जेल भेज दिया है। बताया जा रहा कि इस दौरान तहसीलदार की ओर से करीब 10 करोड़ की संपत्ति का खुलासा किया गया है विजिलेंस ने रिमांड के दौरान राजबख्श की निशानदेही पर कई जगह छानबीन की और अवैध संपत्ति से सम्बंधित दस्तावेज भी कब्जे में लिए हैं।
डीटीपी विक्रम कुमार को पांच लाख की राशि सहित रंगे हाथों काबू किया गया था। डीटीपी ने गिरफ्तारी के बाद खुलासा किया था कि वह तहसीलदार राजबख्श के साथ मिलकर काम करता था, जिसके आधार पर विजीलेंस ने तहसीलदार को उसके कार्यालय से गिरफ्तार किया था। डीटीपी के घर से मिली 74 लाख रूपये की राशि में से साढ़े 14 लाख रूपये की राशि राजबख्श ने उसे दी थी।
विजिलेंस ने जब दोनों अधिकारियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की तो भ्रष्टाचार में संलिप्त और भी कई लोगों के नाम सामने आए हैं। हालांकि विजिलेंस ने अभी किसी और नाम का खुलासा नहीं किया, लेकिन जांच का दायरा बढ़ाते हुए इस मामले में एसआइटी बना दी गई है। विजीलेंस के एसपी राजेश फोगाट व उच्च अधिकारी भी इस पर नजर रखे हुए हैं। रिमांड के दौरान तहसीलदार राजबख्श को निगदू, सीएचडी सिटी, सोनीपत, रतिया व फरीदाबाद लेकर गई थी। इन सभी जगह पर राजबख्श की संपत्ति होने की पुख्ता जानकारी मिली थी। राजबख्श की गिरफ्तारी के बाद अवैध कालोनी काटने वाले कालोनाइजर भी अंडरग्राउंड हैं। लेकिन विजीलेंस उस पर नजर रखे हुए है।
डीड राइटर भी हुए अंडरग्राउंड
तहसीलदार राजबख्श को गिरफ्तार करने के बाद जब पता चला कि उसके लिए रिश्वत डीड राइटर भी इक_ा करते हैं। इसके बाद विजीलेंस ने डीड राइटरों की सूची तैयार की। जब उन्हें पता चला कि पुलिस उन पर भी शिकंजा कस सकती हैं तो वह भी पिछले कई दिन से अंडरग्राउंड हैं। पूरी तहसील में सोमवार को एक-दो ही डीड राइटर अपना कामकाज कर रहे थे।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS