वीडियो कॉल पर बताएं बीमारी, चिकित्सक देंगे परामर्श व दवाई, अस्पताल जाने की जरूरत नहीं

वीडियो कॉल पर बताएं बीमारी, चिकित्सक देंगे परामर्श व दवाई, अस्पताल जाने की जरूरत नहीं
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स्वास्थ्य विभाग (Health Department) ने रोहतक जिले में ई-संजीवनी ओपीडी शुरू कर दी है। इसके लिए मरीज को अपने एंड्राइड फोन पर ई-संजीवनी ऐप डाउनलोड करना होगा। इसके बाद एप पर ही अपने मोबाइल नंबर का रजिस्ट्रेशन कर अपनी तकलीफ बतानी होगी।

हरिभूमि न्यूज : रोहतक

अगर आप किसी बीमारी से पीड़ित हैं या फिर गर्भवती महिला हैं तो आपको थोड़ी-बहुत तकलीफ होने पर उपचार के लिए अब नागरिक अस्पताल आने की जरूरत नहीं है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने जिले में ई-संजीवनी ओपीडी शुरू कर दी है। इसके लिए मरीज को अपने एंड्राइड फोन पर ई-संजीवनी ऐप डाउनलोड करना होगा। इसके बाद एप पर ही अपने मोबाइल नंबर का रजिस्ट्रेशन कर अपनी तकलीफ बतानी होगी। इस सेवा का लाभ लेने के लिए नागरिकों को अपने स्मार्ट फोन से रजिस्ट्रेशन करवाना होगा, जिसके बाद वीडियो कॉलिंग या वेब कैमरे के जरिये रोगी से चिकित्सक बात करके उचित दवाई बताएंगे।

स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में ई-संजीवनी ओपीडी शुरू कर दी गई है, जिसके माध्यम से नागरिक घर बैठे ही सोमवार से शनिवार तक परामर्श ले सकेंगे। स्वास्थ्य संबंधी परामर्श सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तथा शाम 3 बजे से 5 बजे तक लिया जा सकेगा। इसके लिए संबंधित डॉक्टर टेलीकन्सल्टेशन के जरिये मरीज से बात करेगा और उसे क्या-क्या एहतियात बरतनी है इन सबके बारे में परामर्श तो देगा ही इसके साथ-साथ उसे कौन सी दवाई की आवश्यकता है इसके बारे में भी बताएगा।

बीमार मरीज व गर्भवती महिलाएं अस्पताल आने पर कोरोना संक्रमित न हों इसलिए ई-संजीवनी ओपीडी शुरू की गई है। ऐसा इसलिए क्योंकि कोरोना संक्रमित होने पर ज्यादा परेशानी गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों व गर्भवती महिलाओं को होती है। इसके अलावा सबसे ज्यादा डॉक्टरी परामर्श की उन्हीं को ही जरूरत पड़ती है। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने ऐसे मरीजों को ई-संजीवनी ओपीडी पर उपचार मुहैया करवाने का फैसला लिया है। सुविधा के लिए मरीज को सिर्फ ई-संजीवनी एप डाउनलोड करना होगा।

ई-संजीवनी ओपीडी शुरु

मरीजों की सुविधा के लिए ई-संजीवनी ओपीडी शुरू कर दी गई है। मरीजों को ई-संजीवनी ऐप एंड्राइड फोन में डाउनलोड कर अपने मोबाईल का रजिस्ट्रेशन करना होगा। वीडियो कॉल या वेब कैमरे के माध्यम से चिकित्सक मरीज की तकलीफ जानकर उचित परामर्श व दवाई देंगे।- कैप्टन मनोज कुमार, उपायुक्त

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