बंदरों व कुत्तों का आंतक : सोनीपत नागरिक अस्पताल में एंटी रेबीज इंजेक्शन खत्म, बाहर से खरीदने पर मजबूर घायल

बंदरों व कुत्तों का आंतक : सोनीपत नागरिक अस्पताल में एंटी रेबीज इंजेक्शन खत्म, बाहर से खरीदने पर मजबूर घायल
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अस्पताल में एक डोज 100 रुपये में लगाई जाती है। वहीं, बीपीएल कार्ड धारक को यह वैक्सीन मुफ्त में लगती है। जबकि निजी अस्पतालों में एक डोज के 300 से 350 रुपये तक लिए जाते है। अस्पताल में रेबिज का इंजेक्शन खत्म होने के चलते उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया जाता है, लेकिन सूचित करने के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो पाता है।

हरिभूमि न्यूज. सोनीपत। शहर में बंदरों व कुत्तों के आंतक ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। लोग घरों से बाहर निकलने में डरने लगे है। पॉश इलाके में लोगों ने सैर करना तक बंद कर दिया है। नगर निगम व जिला प्रशासन कुंभकर्णी नींद सोए हुए हैं। नागरिक अस्पताल में एंटी रेबीज इंजेक्शन ऊंट के मुंह में जीरे वाली कहावत साबित हो रही है। आकड़ा हजारों में पहुंच रहा है जबकि अस्पताल में गत दिनों से एंटी रेबीज इंजेक्शन खत्म हो चुका है।

बता दें कि नागरिक अस्पताल में हर रोज एंटी रेबीज इंजेक्शन के 70 के करीब मरीज पहुंच रहे है। जबकि अस्पताल में एंटी रेबीज इंजेक्शन ऊंट के मुंह में जीरे वाली कहावत को साबित करने में लगा है। एंटी रेबीज इंजेक्शनखत्म होने पर मरीजों को महीनों-महीनों इंंतजार करने पर मजबूर होना पड़ रहा हैं। गत दिनों से अस्पताल में हर महीने 500 से 600 मरीजों को एंटी वैक्सीन लगाई जाती थी। अस्पताल में एक डोज 100 रुपये में लगाई जाती है। वहीं, बीपीएल कार्ड धारक को यह वैक्सीन मुफ्त में लगती है। जबकि निजी अस्पतालों में एक डोज के 300 से 350 रुपये तक लिए जाते है। अस्पताल में रेबिज का इंजेक्शन खत्म होने के चलते उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया जाता है, लेकिन सूचित करने के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो पाता है।

राजधानी दिल्ली व निजी मेडिकल स्टोर पर जाने पर मजबूर घायल

जिले के नागरिक अस्पताल में रेबिज के इंजेक्शन की एक डोज 100 रुपये लगाई जाती है। जबकि महिला मेडिकल कॉलेज अस्पताल में खानपुर में फ्री में लगाई जाती है। वहीं घायलों को राजधानी दिल्ली तक जाने पर मजबूर होना पड़ रहा है। राजधानी दिल्ली में रेबिज के इंजेक्शन की डोज फ्री में मुहैया करवाई जाती है। नागरिक अस्पताल में इंजेक्शन खत्म होने के चलते घायलों को मेडिकल स्टोर से 350 रुपये खरीदकर इंजेक्शन की डोज लगवाने पर मजबूर होना पड़ रहा है।

एंटी रेबीज इंजेक्शन के लिए उच्च अधिकारियोें को अवगत करवाया जा चुका है। समय-समय पर मरीजों के लिए रेबिज के इंजेक्शन की लोकेल परचेज भी की जाती है। गत 24 जनवरी से एंटी रेबीज इंजेक्शन खत्म हो चुका है। इस संबंध में उच्च अधिकारियों को पत्राचार किया जा चुका है। वेयर हाउस में स्टॉक खत्म है। स्टॉक मिलने पर मरीजों के लिए एंटी रेबीज इंजेक्शन की डोज लगानी शुरू कर दी जाएगी। - डा. गिन्नी लांबा, कार्यकारी प्रधान चिकित्सक अधिकारी, नागरिक अस्पताल।

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