20 रुपये में करवा सकेंगे खाद्य पदार्थों की जांच, हरियाणा के हर जिले में बनेंगी लैब, तुरंत मिलेगी रिपोर्ट

20 रुपये में करवा सकेंगे खाद्य पदार्थों की जांच, हरियाणा के हर जिले में बनेंगी लैब, तुरंत मिलेगी रिपोर्ट
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यह जानकारी हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की ओर से शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कमल गुप्ता ने हरियाणा विधानसभा में चल रहे सत्र के दौरान दी।

हरियाणा के हर जिले में खाद्य पदार्थों की जांच के लिए टेस्टिंग लैब खोली जाएंगी और मात्र 20 रुपये के शुल्क पर टेस्टिंग की जाएगी और खाद्य पदार्थों का परिणाम तुरंत प्राप्त किया जाएगा जिससे टेस्टिंग सुविधा आसान होगी। इस संबंध में हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की ओर से शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कमल गुप्ता हरियाणा विधानसभा में चल रहे सत्र के दौरान लगाए गए प्रश्न का उत्तर दे रहे थे।

उन्होंने बताया कि अप्रैल, 2016 से दिसंबर, 2021 तक हरियाणा राज्य के प्रत्येक जिले से कुल 16023 खाद्य नमूने एकत्र किए गए हैं। हरियाणा राज्य में अप्रैल, 2016 से दिसंबर, 2021 तक कुल 12159 खाद्य नमूने मानकों के अनुरूप पाए गए हैं जबकि कुल 3864 खाद्य नमूने अप्रैल, 2016 से दिसंबर, 2021 तक राज्य में मिलावटी/गलत ब्रांड/घटिया/असुरक्षित पाए गए। उन्होंने बताया कि अप्रैल, 2016 से दिसंबर, 2021 तक मिलावटी खाद्य पदार्थों के कुल 3864 नमूनों में से कुल 2653 मामले दर्ज किए गए।

उन्होंने बताया कि हर जिले में डेजिग्नेटिड अधिकारी भी नियुक्त किए जाएंगे और खाद्य पदार्थों में नकली सामान की बिक्री न हो, इसके लिए विभाग द्वारा ऐप भी तैयार किया जा रहा है ताकि यह पता रहे कि कौन सा अधिकारी, किस जगह पर जाकर किस खाद्य पदार्थ का सैंपल ले रहा है। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि वर्तमान में 5 मोबाइल खाद्य व औषधि प्रयोगशाला चलाई गई हैं।

प्रदेश को जल्द ही खेल विश्वविद्यालय मिलेगा

खेल एवं युवा मामले राज्यमंत्री सरदार संदीप सिंह ने बताया कि प्रदेश को जल्द ही खेल विश्वविद्यालय मिलेगा। यह जानकारी हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र के दौरान एक सदस्य द्वारा पूछे गए प्रश्न का उत्तर देते हुए दी। खेल एवं युवा मामले राज्यमंत्री ने सदन को बताया कि इस खेल विश्वविद्यालय से सम्बन्धित बिल इसी बजट सत्र के दौरान पारित किया गया है। एक अन्य प्रश्न के जवाब में उन्होंने बताया कि इस बिल में संशोधन कर खेल संस्थानों (महाविद्यालय/संस्था) को मान्यता देने का भी प्रावधान किया गया है।

कोई भी खेल संस्थान (महाविद्यालय/संस्था) जो पुनर्वासन तथा भौतिक चिकित्सा, शारीरिक विद्या एवं खेल विज्ञान, खेलकूद प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में कलात्मक शैक्षणिक प्रशिक्षण और अनुसंधान, खेल चिकित्सा व प्रौद्योगिकी, खेलकूद अवसंरचना अभियान्त्रिकी, काइनिजियोलोजी, नैदानिक जैव यान्त्रिकी, खेलकूद मनोविज्ञान, खेलकूद पोषण, खेलकूद पत्रकारिता, खेलकूद मार्किटिंग तथा खेल कोचिंग भी शामिल हैं, के क्षेत्र में पाठयक्रम चला रहे हैं वे इस विश्वविद्यालय से मान्यता प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार सभी जिलों की जीओ मैपिंग करवा रही है तथा जिलों की आवश्यकतानुसार वहां के खेल संस्थानों को अपग्रेड करने का कार्य जल्द ही आरम्भ किया जाएगा।

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