पुलिस ने जिस केस को अनट्रेस मानते हुए बंद किया, आईजी ने उसी केस को साइबर थाने के जरिए सुलझाया, पढ़ें पूरा मामला

हिसार : सिरसा रोड स्थित हाउसिंग बोर्ड कालोनी निवासी अश्वनी कुमार सैनी से 14 अगस्त 2019 से 27 नवम्बर 2019 तक इंग्लैड में उसके बेटे की शिक्षा करवाने मे मदद के नाम पर झांसा देकर 18 लाख 80 हजार रुपये ठगने वाले जिन दो विदेशी समेत तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
दरअसल सिटी थाना ने करीब डेढ़ साल पहले वह मामला दर्ज किया था। बाद में मामला अनट्रेस कर उसकी फाइल भी बंद कर दी थी। आईजी राकेश कुमार आर्य के मामला संज्ञान में आने पर साइबर थाना ने दोबारा जांच शुरू की और आरोपितों को दिल्ली से ढूंढकर हिसार थाना लाई। पुलिस पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ है कि आरोपित शिश अब्बू तथा लोगनन लाजरे ने देशभर में हजारों लोगो के साथ इस तरह का फ्राड किया है। कोर्ट के निर्देश पर दोनों आरोपित पुलिस रिमांड पर हैं जबकि आरोपी महिला को जेल भेज दिया गया है ।
आईजी के प्रवक्ता सज्जन सिंह ने बताया कि साइबर थाना में दिल्ली से गिरफ्तार दो विदेशी सहित तीन पेशेवर आरोपितों के बारे में पुलिस ने खुलासा हुआ है कि यह गिरोह पेशेवर तरीके से धोखाधड़ी करता था। पुलिस के अनुसार सिरसा रोड स्थित हाउसिंग बोर्ड कालोनी निवासी अश्वनी कुमार सैनी से 14 अगस्त 2019 से 27 नवम्बर 2019 तक इंग्लैड मे उसके बेटे की शिक्षा करवाने मे मदद के नाम पर झांसा देकर 18 लाख 80 हजार रुपये ठगने वाले आरोपित शातिर ठग हैं। साइबर अपराधियों ने आरोपितों ने सैनी को विश्वास में लेते हुए सोनिया वालटर नाम की इंग्लैंड की विधवा लड़की के नाम से फेसबुक पर आईडी बनाकर अश्वनी कुमार सैनी निवासी सिरसा रोड हिसार से गुमराह करते हुए दिल्ली हवाई अड्डे से विभिन्न सरकारी विभागों कस्टम, परावर्तन, आयकर अधिकारियों के नाम से रियाशा गणेश ने फोन करते हुए पार्सल बैग को छुड़वाने के नाम पर रुपये की रकम विभिन्न बैंक खातों में डलवा कर हड़प ली। जिस पर थाना शहर हिसार में यह अभियोग दर्ज किया गया। अनुसंधान के दौरान जिन बैंक खातों में शिकायतकर्ता द्वारा पैसे डाले गये व जिन मोबाईल नम्बरों से अपराधियों ने शिकायतकर्ता से फोन किए थे उनका रिकार्ड लेकर दिए पतों की जांच की गई तो ये सभी बैक खातो में दिए गये पते फर्जी पाए गए थे । साइबर अपराधियों का पता नहीं चलने पर अभियोग में अनट्रैस रिपोर्ट भर दी गई थी। आईजी राकेश कुमार आर्य ने इसी मामले को पुन: अनुसंधान के लिए साइबर थाना को स्थानान्तरित किया था।
यह था ठगी का तरीका
पूछताछ मे आरोपितों ने बताया कि हम फेसबुक पर विदेशी लड़कियो के नाम पर फर्जी आईडी बनाकर उसमे अग्रेज गोरी लडकियो की फोटो डीपी पर लगाकर लोगो के पास फ्रेड रिकवेस्ट भेजते थे। चेटिंग करते वक्त अपने आप को विधवा अथवा अविवाहित महिला बताते थे जिससे हम उनको आकर्षित कर या उनके बच्चो को विदेश मे पढ़ाई के नाम पर अथवा शादी करने या प्यार का झासा देते थे। पूरा विश्वास दिलाने पर योजनानुसार रोज वोईफेई (आरोपिया) की वाट्सएप पर विडियो व ऑडियो काल से बात करवाते थे। जब झांस में आए किसी व्यक्ति को हम पर पूरा विश्वाश हो जाता तब हम उनके पास कीमती समान जैसे-ऐपल लैपटाप, आईफोन, डालर करेन्सी आदी गिफ्ट भेजने का लालच देते थे। शिश अब्बू व लोगनन लाजरे ने अपने लैपडटाप मे विदेशी महिलाओ की फोटो, पार्सल, एयरपोर्ट कस्टम विभाग, आयकर विभाग व अन्य सरकारी विभागों के नाम पर फर्जी कागजात की फोटो डाली हुई थी। इन फर्जी पार्सलो की फोटो उन व्यक्तियों के पास यह कहकर भेजते थे कि यह कीमती सामान मेने आपके लिए भेजा है। पार्सल भेजने के कुछ दिन बाद हम उस व्यक्ति के मोबाइल पर फर्जी मोबाइल नम्बरो से आयकर विभाग का अधिकारी बनकर काल करते थे ओर कस्टम ड्यूटी चार्ज के नाम पर उनसे पैसे मांगते थे व तसल्ली के लिए हम वाट्सएप काल करते थे। कस्टम बिल ड्यूटी के नाम पर अलग- अलग विभागो के अधिकारी बनकर बार बार उन व्यक्तियों से पैसे फर्जी बैक खातो मे डलवाते रहते थे, इसके इलावा कुछ लोगो को आरोपिया रोज वोईफेई गिफ्ट लेकर विदेश से भारत आने की बात कहती थी और काल करके कहती थी कि मै भारत एयरपोर्ट पर आ गई हंू व आपके लिये गिफ्ट तथा डालर लेकर आई थी परन्तु कस्टम अधिकारी कस्टम ड्युटी के पैसे मांग रहे है मेरे पास इतने पैसे नहीं है व मेरा कार्ड या वैलिड नही है, झासे मे आकर व्यक्ति हमारे फर्जी खाते में पैसे डलवा देता था। हमने फेसबुक पर अनेक फेक आईडी बना रखी है जिनमें से एक फर्जी आईडी सोनिया वाल्टर के नाम से बनाई हुई थी वर्ष 2019 मे इसी फर्जी आईडी से हिसार के अश्वनी कुमार से धोखाधड़ी की थी।
आरोपितों से 11 मोबाइल फोन, दो लैपटॉप व पासपोर्ट बरामद
गिरफ्तार आरोपितों से अलग अलग 11 मोबाइल फोन, दो लैपटॉप, 11500 रुपये केश व पासपोर्ट बरामद किए गये है। इन मोबाइल फोन तथा लैपटाप पर आरोपित फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर दोस्ती करके लोगो से व्हाट्सएप एवं वायस काल कर धोखाधड़ी से पैसे हड़पते थे। वहीं, आईजी राकेश आर्य ने लोगों से आह्वान किया कि वे किसी अनजान व्यक्ति अथवा काल के झासे मे ना आये, किसी ऐसे व्यक्ति से अपनी निजी जानकारी शेयर नहीं करे जिससे आप अच्छी तरह परिचित नही है। बैक खातों अथवा अन्य किसी साइबर धोखाधड़ी होने पर साइबर थाना के सम्पर्क नम्बर 01662-298199 अथवा थाना प्रभारी के सम्पर्क सूत्र 88140-11377 पर तुरंत सूचना दें।
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