Narnaul : कंटेनमेंट जोन का हाल, दुकान पर हूं कल आना फिर देंगे सैंपल

Narnaul : कंटेनमेंट जोन का हाल, दुकान पर हूं कल आना फिर देंगे सैंपल
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प्रशासन को खबर होने के बावजूद भी वह बेखबर बना है।कंटेनमेंट जोन (Containment Zone) में शामिल अन्य संदिग्ध मरीजों के कोरोना सैंपल लेने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम वहां जाती है तो जवाब उलटा स्वास्थ्य कर्मियों को सुनना पड़ रहा है।

हरिभूमि न्यूज : नारनौल

कोविड-19 महामारी के लिए स्वास्थ्य विभाग (Health Department) ने गाइडलाइन जारी की हुई है। इस गाइडलाइन (Guideline) के हिसाब से जहां कोरोना पॉजिटिव केस मिलता है, उस क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन (Containment Zone) घोषित किया जाता है। कंटेनमेंट जोन में किसी भी तरह की गतिविधियां नहीं हो सकती। लोगों को घरों में ही रहना पड़ता है। उनकी आवश्यक वस्तुओं को प्रशासन अलग-अलग तरीके से मुहैया करवाता है। कंटेनमेंट जोन में शामिल अन्य संदिग्ध मरीजों के कोरोना सैंपल लेने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम वहां जाती है और सैंपल लेती है। इसके लिए मोबाइल सैंपल वैन तैयार की गई है। इसी में बैठकर स्वाथ्य कर्मी सैंपल लेते है। बावजूद इन दिनों कंटेनमेंट जोन में आवाजाही आरंभ है।

प्रशासन को खबर होने के बावजूद भी वह बेखबर बना है। कंटेनमेंट जोन अनाज मंडी व काठमंडी में कोरोना संपर्क की चेन में 55 मरीज जुड़ चुके है। इसी वजह से इस क्षेत्र को हॉटस्पॉट क्षेत्र कहा जाने लगा है। स्वास्थ्य विभाग के सूत्र बताते है कि कंटेनमेंट जोन में संक्रमित के संपर्क में आए संदिग्ध मरीज की लिस्ट तैयार होने के बाद वहां मोबाइल सैंपल वैन पहुंच रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर संंबंधित व्यक्ति को कॉल कर बताया जाता है कि सैंपल लेने के लिए टीम आपके घर के पास है। आप बाहर आ जाए। इस कॉल पर जवाब उलटा स्वास्थ्य कर्मियों को सुनना पड़ रहा है। जवाब मिल रहा है कि वह तो दुकान/आफिस में है। समय लगेगा। कल आ जाना।

ऐसा ही नजारा सेन चौक पर मिले संक्रमित मरीज के घर पहुंचने पर मिला। संक्रमित के बेटे के सैंपल लेने के लिए पूछा गया तो जवाब मिला कि बेटा तो दुकान पर गया है। आप थोड़े समय बाद आ जाना। तीसरा मामला हुडा सेक्टर का है। यहां किसी कंपनी के कर्मचारी रहते है। कंटेनमेंट जोन में मकान में जाकर पूछा गया तो जवाब मिला कि पापा तो बाहर कुछ सामान लेने गए है। इस तरह के कई उदाहरण है जहां पर कंटेनमेंट जोन में मोबाइल सैंपल टीम को सैंपल देना वाला व्यक्ति ही नहीं मिल रहा।

यह कहते हैं सीएमओ

सीएमओ डा. अशोक कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकना है तो आमजन जागरूक हो। अगर किसी में कोरोना लक्षण हो तो वह नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर सैंपल दें। कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमित मिलता है तो उसे चाहिए वह संपर्क हिस्ट्री बताएं ताकि उन लोगों का भी समय रहते स्वास्थ्य चेकअप किया जा सके। कंटेनमेंट जोन में संक्रमित व्यक्ति की संपर्क हिस्ट्री में शामिल व्यक्ति का संदिग्ध मरीज के तौर पर सैंपल लिया जा रहा है। ऐसे में अगर कोई आनाकानी करता है तो वह खुद व परिवार के स्वास्थ्य के प्रति गंभीर नहीं है। कंटेनमेंट जोन में आवाजाही पूरी तरह नियमानुसार बंद है। कंटेनमेंट जोन के नियम को तोड़ा जाता है तो प्रशासन उस पर कार्रवाई करेगा।

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