Farmers Protest : दूल्हा बनकर धरने पर आया किसान, बाराती बनकर नाचे ग्रामीण

Farmers Protest : दूल्हा बनकर धरने पर आया किसान, बाराती बनकर नाचे ग्रामीण
X
कृषि कानूनों के विरोध में कुंडली बॉर्डर पर धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों का समर्थन करने के लिए किसान अलग-अलग तरीके अपनाकर सरकार का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं।

हरिभूमि न्यूज. सोनीपत

तीन कृषि कानूनों के विरोध में कुंडली बॉर्डर पर धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों का समर्थन करने के लिए किसान अलग-अलग तरीके अपनाकर सरकार का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं। बुधवार को भी धनाना गांव से एक किसान दूल्हे के लिबास में आंदोलन स्थल पर पहुंचा। इस दौरान गांव के अन्य किसानों ने बाराती बनकर जमकर डांस किया। यही नही सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मांग की कि जल्द से जल्द तीन कृषि कानूनों को वापस लिया जाए।

वहीं दूल्हे बने किसान ने कहा कि केन्द्र सरकार किसानों की मांगों को गम्भीर नजर नही आ रही है। ऐसा लगता है कि सरकार ने अपने आंख और कान किसानों के लिए बंद कर लिए है। ऐसे मेें सरकार का ध्यान आंदोलन की तरफ लगाने के लिए उन्होंने दूल्हे के लिबास में प्रदर्शन स्थल पर पहुंचकर किसानों का समर्थन किया है। उन्होंने सरकार से मांग की कि सरकार जल्द से जल्द तीनों काले कृषि कानूनों को वापस ले। इस दौरान धनाना गांव के अन्य किसानों ने भी सरकार के खिलाफ रोष प्रकट करते हुए कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नही हो जाती है, तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा।

बढ़ने लगे लंगर, मजदूर व बेसहारा बच्चों का भर रहे पेट

26 जनवरी को लाल किले पर हुई हिंसा के बाद एक समय किसान आंदोलन कमजोर पड़ता नजर आ रहा था। बड़ी संख्या में किसान कुंडली बॉर्डर से लौटने शुरू हो गए थे। जिसके कारण कुंडली बॉर्डर पर चल रही लंगर सेवा भी सिमटने लगी थी। परन्तु एक बार फिर से कुंडली बॉर्डर पर किसानों का जमावड़ा बढ़ता जा रहा है। ऐसे में लंगर सेवा भी फिर से व्यापक स्तर पर शुरू हो गई है। लंगर लगाने वाले किसान न सिर्फ किसानों का पेट भर रहे हैं, बल्कि आसपास के बेसहारा बच्चों और मजदूरों को खाना खिला रहे हैं। लंगर सेवा फिर से व्यापक स्तर पर शुरू होने के बाद कुंडली बॉर्डर के आसपास रहने वाले मजदूर और बेसहारा बच्चों की संख्या भी धरना स्थल पर बढ़नी शुरू हो गई है।

Tags

Next Story