ALERT : यमुना नदी के जलस्तर गिरने का असर जिले की नहरों पर पड़ना शुरू, जानें कब आएगा पानी

हरिभूमि न्यूज.भिवानी
प्रकृति प्रकोप व यमुना(Yamuna) के जलस्तर में गिरावट की वजह का असर जिले की नहरों पर पड़ना शुरू हो गया है। जेएलएन ग्रुप (JLN Group) पर पड़ने वाले जलघरों में कम पानी पहुंचने की वजह से पांच दिन देरी से सुंदरग्रुप को पानी मिलेगा। अब उक्त ग्रुप को एक नवम्बर की बजाए 6 नवम्बर को पानी मिलेगा। देरी से पानी मिलने की वजह से किसानों के खेत बिना सिंचाई के रहने के आसार बन गए है। वहीं जलघरों में भी पानी की कमी नजर आने लगी है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सुंदरग्रुप में एक नवम्बर को पानी छोड़ा जाना था। फिलहाल जेएलएन ग्रुप में पानी चलाया जा रहा है। बताते है कि जेएलएन ग्रुप में पिछले 15 दिनों से पानी चलाया जा रहा है। उसके बावजूद जेएलएन ग्रुप के तहत पड़ने वाले जलघर खाली रहने के बारे में पत्र भेजा गया है। पत्र पहुंचने के बाद सिंचाई विभाग के आला अधिकारियों ने जेएलएन ग्रुप को पांच दिन ओर अतिरिक्त पानी छोड़े जाने की अनुमति दे दी। जिसके चलते अब सुंदरग्रुप में एक नवम्बर की बजाए 6 नवम्बर को नहरी पानी पहुंचने की उम्मीद है। अगर कोई तकनीकी अड़चन नहीं आई तो छह नवम्बर को पानी छोड़ा जाएगा।
जलघर देने लगे है जवाब
विगत में सुंदरग्रुप की नहरों को पूरा पानी न मिलने की वजह से अनेक गांव व कस्बा बवानीखेड़ा का जलघर खाली रह गया था। हालांकि उसके लिए सिंचाई विभाग ने दो दिन अतिरिक्त पानी चलाए जाने की मांग की थी,लेकिन उसके बाद भी जलघर को नहीं भरा जा सका। अब पानी की कमी बनने लगी है। खैर अभी तक बवानीखेड़ा कस्बे में ट्यूबवैल के पानी को सप्लाई के साथ छोड़ा जा रहा है। ताकि नहरों में पानी पहुंचने तक लोगों के घरों तक पानी की सप्लाई दी जा सके,लेकिन अगर पानी में देरी हुई तो कस्बा बवानीखेड़ा के अलावा कई अन्य जगहों पर पीने के पानी की समस्या बन सकती है। भिवानी शहर में भी पानी की किल्लत बनने के आसार बन जाएंगे।
खेत रह गए खाली
बारिश न होने व नहरी के अभाव की वजह से किसानों के खेत बिना सिंचाई के रहने के आसार बन गए है। क्योंकि विगत में नहरों में पानी पहुंचने की वजह से आधे से ज्यादा खेतों की सिंचाई नहीं हो पाई। अगर अब फिर पानी देरी से व कम पहुंचा तो किसान गेहूं की फसल की बिजाई करने से रह सकते है। किसानों ने बताया कि बारिश न होने व नहरों में पानी न आने की वजह से उनके खेत खाली रहने के आसार बने है। साथ ही उन्होंने बताया कि नहर व माइनरों की सफाई नहीं हो पाई है। जिसके चलते माइनर व नहरों के अंतिम छोर तक पूरा पानी नहीं पहुंच पाएगा। ऐसे में किसानों ने सिंचाई विभाग ने माइनरों व नहरों की सफाई कराए जाने की मांग की है। दूसरी तरफ इस बारे में सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता दलीप सिंह ने बताया कि अभी उनके पास पानी देरी से आने की कोई सूचना नहीं आई है।वे फिलहाल बाहर है। साथ ही उन्होंने यमुना में कम पानी होने की बात कही।
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