Falgu Teerth : दो विभागों के बीच में फंस कर रही फल्गु तीर्थ को जाने वाली मुख्य सड़क

हरिभूमि न्यूज. कैथल (पूंडरी)
गांव फरल में मुख्य मार्ग से फल्गु तीर्थ को जोड़ने वाली सड़क दो विभागों के बीच में फंसकर रिपेयर बगैर रह गई है। पीडब्ल्यूडी(Pwd) के अधिकारी बोलते है कि ये सड़क उनके अधीन नहीं आती है, पंचायत करे देखभाल और पंचायती विभाग कहता है कि सड़क निर्माण वे पंचायत फंड से करवा नहीं सकते है।
अब सड़क का आलम ये है कि पूंडरी-ढांड मार्ग पर बने महाराणा प्रताप चौक से फल्गु तीर्थ पर जाने वाली मुख्य सड़क के साथ तालाब है और लगातार पानी के कटाव से सड़क आधी रह चुकी है। जिसके चलते आधी सड़क को तालाब ने अपने आगोस में ले लिया है और खासकर रात के समय ये पता ही नहीं चलता कि आगे सड़क तालाब बन चुकी है और वाहन चालक इसमें दुर्घटना ग्रस्त हो जाते है। यही सड़क गांव कौल को भी जोड़ती है, जिससे अनजान सवारियां भी इस सड़क पर चलती है। कई दुर्घटनाएं इस पर घट चुकी है। जहां पर सड़क कटाव हुआ है, वहां पर तालाब की जलखुंभी जमा हो जाती है, जिससे भी सड़क के होने या ना होने का पता ही नहीं चल पाता है। सड़क की रपिेयर को लेकर ग्रामीण कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से भी मिल चुके है, लेकिन सभी सड़क उनके अधीन ना होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लेते है।
ग्रामीण कप्तान राणा, राजबीर सिंह, राजेश कुमार, प्रदीप कुमार, कंवरपाल, रामअवतार, राजकुमार, जिले सिंह, बबलू शर्मा व संजीव कुमार ने बताया कि सड़क के साथ-साथ श्मशान घाट तक लगभग 300 मीटर लंबा तालाब है। जो सड़क से लगभग 6 फीट गहरा है। कुछ महीने पहले सड़के के साथ बनी दिवार के गिर जाने से लगातार सड़क का कटाव तालाब में हो रहा है। जिसके चलते अब आलम यह है कि सड़क कट-कटकर आधी तालाब में मिल चुकी है। तालाब के साथ अब गुजरने के लिए पुरा-पुरा सा ही रास्ता रह गया है। खासकर रात के समय वाहन चालकों को ये पता ही नहीं चलता कि सड़क का कटाव हो चुका है।
फल्गु तीर्थ मेले के दौरान ही होती है रिपेयर
जब भी फल्गु तीर्थ का मेला आयोजित होता है, तभी इस सड़क कि सुध ली जाती है। मेले के जब योग बनते है, तभी सड़क के सितारे चमकते है। वर्ष 2018 में दो वर्ष पहले आयोजित मेले में इसकी रिपेयर हुई थी और अब तक सड़क आधी रह चुकी है। अब वर्ष 2028 में मेले का आयोजन है तब तक शायद सड़क पुरी ही तालाब में समा जाए। ये सड़क गांव को कौल, खेड़ी मटरवा, धेरडृ, संगरोली व सोलुमाजरा गांव से भी जोड़ती है और वर्ष में आने वाली सोमवती अमावस्या को भी बाहर से श्रद्धालु तीर्थ में स्नान करने के लिए आते है। इस बारे जब ग्रामीण पीडब्ल्युडी विभाग के अधिकारियों से संपर्क करते है तो बताया जाता है कि ये सड़क उनके अधीन नहीं आती है, बल्कि मेला ग्राउंड की सड़क है जो पंचायत के अधीन है और पंचायत द्वारा ही इसे बनाया जाता है। ये सड़क फल्गु तीर्थ की परिधि में आती है।
पीडब्ल्यूडी विभाग के नियमानुसार विभाग 33 फीट से कम की सड़क को नहीं बनाता है और ये सड़क साढ़े 27 फीट की चौड़ी है। जब भी इस सड़क की रिपेयर बगैरा की गई है वो मेले के दौरान जिला प्रशासन के फंड से ही कि गई है। उनके विभाग के अधीन ना होने की वजह से इस सड़क के लिए वो कुछ भी नहीं करवा सकते है। - नवीन कुमार, जेई, पीडब्ल्यूडी पूंडरी।
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