सड़क हादसे में घायल को अस्पताल पहुंचाने वाले को पांच हजार रुपये का इनाम मिलेगा, पुलिस चलाएगी अभियान

सड़क हादसे में घायल को अस्पताल पहुंचाने वाले को पांच हजार रुपये का इनाम मिलेगा, पुलिस चलाएगी अभियान
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अब इस योजना को आम आदमी तक पहुंचाना सरकार का मकसद है। आमतौर पर कोई व्यक्ति किसी घायल को उपचार के लिए अस्पताल ले जाता था तो पुलिस उसका नाम, पता पूछती थी। इसके अलावा उसे केस में गवाह भी बना लिया जाता था। लेकिन वह लोगों के साथ ऐसा नहीं होगा।

हरिभूमि न्यूज:रोहतक

सड़क हादसों में घायल लोगों को समय पर अस्पताल पहुंचाने वाले लोगों को सरकार पांच हजार रुपये इनाम देगी। साथ ही मदद करने वाले लोगों को पुलिस परेशान नहीं करेगी। उनका नाम पता भी नहीं मांगा जाएगा। इस योजना के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए यातायात पुलिस अभियान का श्रीगणेश करेगी। जल्द ही जिला में सभी स्कूल, कॉलेज में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। जहां प्रशासन और यातायात पुलिस के अधिकारी छात्र छात्राओं को योजना की जानकारी देंगे। अभियान का उदेश्य हादसों में होने वाली मौत की संख्या को कम करना है। हाल ही में जिला प्रशासन की रोड सेफ्टी को लेकर बैठक हुई। जिसकी अध्यक्षता एडीसी महेंद्र पाल ने की।

एडीसी ने अधिकारियों को कहा कि सड़क हादसों में सबसे ज्यादा मौत इस वजह से हो जाती हैं कि घायलों को समय तक अस्पताल नहीं पहुंचाया जा पाता। ऐसे में उन्हें ईलाज देरी से मिलता है। जिसकी वजह से मौत के आंकड़े बढ़ते हैं। उन्होंने कहा मौत के आंकड़ों को कम करने के लिए हर किसी को जागरूक होना होगा। किसी भी हादसे के बाद सबसे पहले घायलों को अस्पताल पहुंचाना होगा। इसलिए स्कूल, कॉलेज और अन्य स्थलों पर पुलिस आम लोगों को जागरूक करेगी। छात्रों को विशेष तौर पर जागरूक करना होगा। केंद्र सरकार ने इस योजना की शुरूआत की है। इसके तहत दुर्घटना में घायलों को अस्पताल पहुंचाने वाले लोगों को नगद इनाम और प्रशंसा पत्र दिया जाएगा। योजना के तहत जिला प्रशासन अच्छे नागरिक को एक साल में 5000 रुपये का नगद इनाम अधिकतम पांच बार दे सकेगा। हर साल आयोजित होने वाले सरकारी सम्मान समारोह में उनको एक लाख रुपये नगद दिया जाएगा।

अब इस योजना को आम आदमी तक पहुंचाना सरकार का मकसद है। आमतौर पर कोई व्यक्ति किसी घायल को उपचार के लिए अस्पताल ले जाता था तो पुलिस उसका नाम, पता पूछती थी। इसके अलावा उसे केस में गवाह भी बना लिया जाता था। लेकिन वह लोगों के साथ ऐसा नहीं होगा। पुलिस उनको परेशान नहीं करेगी और वह बेझिझक घायलों की मदद कर सकते हैं। स्वेच्छा से कोई व्यक्ति अपना, नाम पता बता सकता है।

पुलिस परेशान नहीं करेगी

एडीसी ने रोड सेफ्टी बैठक में पुलिस को दिशा निर्देश जारी किए हैं। पुलिस टीम हर स्कूल, कॉलेज में जाएगी। जहां छात्र-छात्राओं को जागरूक किया जाएगा कि वह सड़क हादसों में घायल लोगों को समय पर अस्पताल दाखिल कराएं। इससे उनकी जान बच जाएगी। इसके अलावा जिला में अलग अलग जगह लोगों को पोस्टर, बैनर लगाकर भी जागरूक किया जाएगा। ऐसे लोगों को पुिलस परेशान नहीं करेगी। -कुलबीर सिंह, यातायात प्रभारी

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