दुकानदारों में दहशत का माहौल, प्रतिदिन हो रहे है ठगी का शिकार, ऑनलाइन पेमेंट नहीं लेने पर मंथन

हरिभूमि न्यूज : झज्जर
पिछले कई दिनों में दुकानदारों से ऑनलाइन पेमेंट के नाम पर हो रही ठगी के चलते शहर के दुकानदारों में दहशत का माहौल है। साइबर ठग प्रतिदिन अलग-अलग तरीकों से दुकानदारों को अपना शिकार बना रहे है।
शहर के चौपटा बाजार, भगत सिंह चौक के दुकानदार के साथ हुई ठगी के बाद मंगलवार को पालिका बाजार में भी एक दुकानदार साइबर ठगों के जाल में फंस गया। जिसके चलते जहां व्यापारियों के व्हाटसएप ग्रुपों में मामले के समाधान को लेकर चर्चा चलती रही। वहीं मंदी के दौर में दुकानदारों के साथ हो रही ठगी पर नाराजगी भी जताई गई। हालांकि पुलिस के स्तर पर एडवाइजरी जारी करते हुए और दुकानदारों के बीच पुलिस की एक्सपर्ट टीम द्वारा जागरूक करने के बावजूद भी साइबर ठग दुकानदारों पर हावी पड़ते दिखाई दे रहे है। जिसके चलते दुकानदारों में भय का माहौल बना हुआ है और दुकानदार ऑनलाइन पेमेंट नहीं लेने पर भी मंथन कर रहे है।
आखिर क्या हैं मामला : मंगलवार को पालिका बाजार में एक जनरल स्टोर संचालक भी ऑनलाइन की ठगी का नया शिकार बन गया। पीडि़त दुकानदार पवन ने बताया कि उसकी दुकान पर दो व्यक्ति आए ओर उन्होंने नए नोटों की 11हजार रुपए व 51सौ रुपए की एक-एक माला के अलावा 20 रुपए के नए नोटों की एक गड्डी खरीदी। इन शातिर ठगों ने पेटीएम पर पेंमेंट कर दी और दुकानदार ने अपने मोबाइल पर ओके का मैसेज देखा तो सामान उन्हें दे दिया। लेकिन थोड़ी देर बाद जब पवन ने पेमेंट दोबारा चैक की तो पेटीएम से रुपए गायब मिले। जिसकी शिकायत पुलिस में दी गई है।
दुकानदारों से हो रही ठगी चिंता का विषय: व्यापार मंडल के प्रधान राकेश अरोड़ा ने कहा कि पिछले कई दिनों से दुकानदार ऑनलाइन ठगी का शिकार हो रहे है। सोमवार को पंजाबी धर्मशाला में दुकानदारों को ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए एक सेमिनार का भी आयोजन किया गया था। जिसमें साइबर क्राइम के विशेषज्ञ पुलिस अधिकारियों ने दुकानदारों को टिप्स भी दिए थे। इसके बावजूद ऑनलाइन ठग इतने शातिर है कि किसी न किसी बहाने दुकानदारों को अपना शिकार बना रहे है। उन्होंने कहा कि व्यापार मंडल ने भी दुकानदारों से अपील की है कि किसी भी अंजान व्यक्ति से ऑनलाइन पेमेंट लेने से बचना चाहिए। जब तक आपके पास ऑनलाइन ट्रांजेक्शन का सही निशान न आए तब तक ग्राहक को दुकान से न जाने दिया जाए।
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