ग्लोबल टेंडर से भी Covid Vaccine व ब्लैक फंगस के इंजेक्शन मिलने की आस कम, जानें क्यों

कोविड-19 और ब्लैक फंगस की महामारी से निपटने के लिए चौतरफा प्रयास कर रही मनोहर सरकार को वैक्सीन और ब्लैक फंगस इंजेक्शन के लिए अभी और ज्यादा इंतजार करना पड़ सकता है। वैक्सीन और ब्लैक फंगस के लिए ग्लोबल टेंडर के जरिए इंतजाम करने वाले अफसरों को फिलहाल उम्मीद कम नजर आ रही है।
इस तरह से वैक्सीन और ब्लैक फंगस इंजेक्शन को लेकर सप्लाई के लिए थोड़ा इंतजार लंबा होता नजर आ रहा है। हरियाणा सरकार के संबंधित विभाग द्वारा जारी ग्लोबल टेंडर में भी वैक्सीन व इंजेक्शन बनाने वाली कंपनियों ने खास दिलचस्पी नहीं दिखाई है। खास बात यह है कि वैक्सीन को लेकर ग्लोबल टेंडर 4 जून को खोला जाएगा। बताया जा रहा है कि टेंडर प्रक्रिया में रूस की स्पूतनिक के अलावा किसी और कंपनी के भाग लेने की उम्मीद नहीं है इसके पीछे बड़ा कारण भारत निर्मित वैक्सीन बनाने वाली दोनों कंपनिया पहले से ही केंद्र सरकार को सप्लाई दे रही हैं।
ब्लैक फंगस के एम्फोटेरिसिन इंजेक्शन का टेंडर खोला जा चुका है जिसमें एकमात्र स्थानीय कंपनी ने ही भाग लिया। लेकिन यह सिरे चढ़ेगा इसकी उम्मीद कम है। इस संबंध में विभाग के आला अफसर भी असमंजस की स्थिति में है। स्थानीय कंपनी की विश्वसनीयता और मांगों को लेकर अभी भी विचार मंथन किया जा रहा है । इंजेक्शन बनाने वाली संबंधित कंपनी काम कर रही है। इससे पहले देश के कई अन्य राज्यों के ग्लोबल टेंडर में भी यही स्थिति सामने आई थी। सरकार को भी केंद्र सरकार की ओर से पंजीकृत की गई अन्य कंपनियों से ही वैक्सीन और ब्लैक फंगस के इंजेक्शन लेने पड़ेंगे। यहां पर गौरतलब है कि सरकार ने वैक्सीन और ब्लैक फंगस के इंजेक्शन बनाने को लेकर कई और कंपनियों को मंजूरी दी है। लेकिन इस में अभी वक्त लगेगाा और जून के आखरी सप्ताह में वैक्सीन और इंजेक्शन की आपूर्ति हो जाएगी।
गौरतलब है कि 18 वर्ष से 45 वर्ष की उम्र तक के लोगों को वैक्सीन की डोज देने के फरमान के बाद ही केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को अपने अपने स्तर पर वैक्सीन खरीदने के आदेश दिए थे। जिसके बाद ही कई राज्यों की ओर से ग्लोबल टेंडर जारी किया गया लेकिन उस टेंडर में कोई भी कंपनी नहीं आई। पिछले दिनों स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के आदेशों पर हरियाणा में भी वैक्सीन की उपलब्धता को लेकर ग्लोबल टेंडर जारी किया गया था जहां हरियाणा में आज टेंडर खोलने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
ब्लैक फंगस के 2048 इंजेक्शन स्टॉक में उपलब्ध, 5000 के आर्डर जारी
स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की मानें तो प्रदेश में ब्लैक फंगस के एम्फोटेरिसिन बी के 2048 इंजेक्शन स्टाक में उपलब्ध है। जबकि 3120 इंजेक्शन जल्द ही मिल जायँगे। सरकार की ओर से 5 हजार इंजेक्शन खरीदने का ऑर्डर दिया जा चुका है। ब्लैक फंगस के एक मरीज को हर रोज 4 इंजेक्शन देना जरूरी होता है। प्रदेश में मरीजों की संख्या दिनोंदिन बढ़ रही है उसको लेकर सरकार अब गंभीर नजर आ रही है।
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