यहां के नागरिक अस्पताल में तीन महीने से नेत्र चिकित्सक ही नहीं

हरिभूमि न्यूज : उचाना
बीते तीन महीने से नागरिक अस्पताल में नेत्र चिकित्सक का पद रिक्त है। नेत्र चिकित्सक न होने के चलते जहां अपनी आंखों का चेकअप करवाने के लिए आने वाले मरीजों को परेशानी हो रही है तो लाइसेंस बनवाने, रिवन्यू करवाने वाले को भी मेडिकल जांच करवाने में परेशानी हो रही है। जींद, नरवाना जाकर आंखों की जांच करवानी पड़ रही है।
यहां के लोग बार-बार नेत्र चिकित्सक के पद को भरने की मांग करते आ रहे है लेकिन अब तक यह पद रिक्त है। अब जिस बिल्डिंग में नागरिक अस्पताल चल रहा है उस बिल्डिंग में स्वामी गणेशानंद महाराज द्वारा आंखों का अस्पताल शुरू किया था। यह बिल्डिंग लोगों, प्रशासन की मांग पर सरकारी अस्पताल के लिए दी गई। लोगों ने बताया कि जब यह बिल्डिंग दी गई तो यह आश्वासन प्रशासन से लिया था कि यहां पर नेत्र चिकित्सक हर समय होगा लेकिन अब यहां पर नेत्र चिकित्सक कई महीनों से नहीं है।
अग्रवाल जनहित समिति संस्थापक रामनिवास करसिंधु, उचाना विकास संघर्ष समिति के प्रधान अनुराग खटकड़, लायंस क्लब के सदस्य रमेश ने कहा कि कई महीनों से यहां पर नेत्र चिकित्सक न होने से आंखों की जांच के लिए आने वाले मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के शहर के नागरिक अस्पताल में ये स्थिति है कि बार-बार मांग के बाद यहां पर नेत्र चिकित्सक का पद पर नियुक्ति नहीं की जा रही है। मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों या जींद, नरवाना जाकर अपनी आंखों की जांच करवानी पड़ रही है। लाइसेंस को लेकर मेडिकल करवाने के लिए नेत्र जांच भी नरवाना, जींद जाना पड़ता है। हर किसी को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जिले में एक ही है नेत्र चिकित्सक : सीएमओ
सीएमओ डा. मनजीत सिंह ने कहा कि जिले में एक ही नेत्र चिकित्सक है। ऐसे में जो रिक्त पद नेत्र चिकित्सक के है उनको लेकर उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया जा चुका है।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS