हजारों एकड़ जमीन की बुझेगी प्यास : राजौंद डिस्ट्रब्यूट्री की होगी लाइनिंग, सीएम खट्टर ने खर्च राशि को दी मंजूरी

कैथल / राजौंद। राजौंद कस्बे व इसके साथ लगते 22 गांवों के हजारों परिवारों को पीने के पानी और हजारों एकड़ जमीन की सिंचाई में अहम भूमिका निभाने वाली राजौंद डिस्ट्रीब्यूट्री का पुनर्वास होने जा रहा है। महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री कमलेश ढांडा के प्रयासों को मंजूरी देते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राजौंद डिस्ट्रीब्यूट्री के पुनर्वास के लिए 36 करोड़ 53 लाख रुपये की राशि मंजूर की है, जिसपर जल्द ही सिंचाई विभाग काम शुरू करेगा।
महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने इसका खुलासा करते हुए कहा कि हाबडी सब ब्रांच से निकलने वाली राजौंद डिस्ट्रीब्यूट्री पर राजौंद कस्बा व इसके आसपास के 22 गांव आश्रित हैं। राजौंद के साथ-साथ रोहेड़ा, मंडवाल, बीर बांगड़ा, रोहेड़ा माजरा, खेड़ी बुलावाली, किठाना, हाबड़ी, डीग, रमाना, बाकल, करोड़ा, करकंडा, बिलोना, बस्सी, खेड़ी शर्फअली, दुराना, थुआ, पेगा, छातर, कु चराना कलां, कुचराना खुर्द, गोगडि़यां में पीने के पानी से लेकर 14 हजार 624 एकड़ जमीन की सिंचाई के प्रबंध के लिए राजौंद डिस्ट्रीब्यूट्री मुख्य माध्यम है। ग्रामीणों द्वारा बार-बार इस डिस्ट्रीब्यूट्री के पुनर्वास को लेकर मांग उठाते हुए महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री कमलेश ढांडा को बताया गया कि वर्ष 1984 में तत्कालीन विधायक एवं बाद में चौधरी देवीलाल सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे चौधरी नर सिंह ढांडा ने इसका निर्माण करवाया था। समय के साथ व लगातार पानी चलने के कारण इस डिस्ट्रीब्यूट्री की लाइनिंग बिगड़ने और जगह-जगह से जर्जर होने के कारण टेल तक पानी की पूरी आपूर्ति नहीं हो पा रही। इससे विभिन्न गांवों में पानी का भारी संकट है।
महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने ग्रामीणों की मांग को गंभीरता से लेते हुए सिंचाई विभाग के अधिकारियों को राजौंद डिस्ट्रीब्यूट्री के पुनर्वास करने का प्रस्ताव बनाने के आदेश दिए, जिसे अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा भी मंजूरी दी जा चुकी है। राज्यमंत्री ढांडा ने बताया कि राजौंद डिस्ट्रीब्यूट्री से ही रोहेड़ा माइनर, बीर बांगड़ा माइनर, अलेवा माइनर, पेगां सब माइनर, शामदो माइनर व बधाना माइनर निकलती हैं। अब राजौंद डिस्ट्रीब्यूट्री के 46.49 किलोमीटर चैनल को सुधारने पर 36 करोड़ 53 लाख रुपये की राशि खर्च की जाएगी। इसमें 19 पुलिया, 22 गऊ घाट व 73 मोघों का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि राजौंद में 1, मंडवाल में 2, रोहेड़ा में 2, किठाना में 2, थुआ में 1, छातर में 2, कुचराना में 1, डीग में 2, रमाना में 1, बाकल में 1, करोड़ा में 3 , कुकरंडा में 1 व बिलोना में 1 पुलिया का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से ग्रामीण आंचल में पेयजल आपूर्ति व्यवस्था में बड़ा सुधार होगा, जिसका हजारों ग्रामीणों को लाभ मिलेगा
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