Deepavali 2021 : इस बार दिवाली पर गाय के गोबर से बने दीयों से घर होंगे जगमग

Deepavali 2021 : इस बार दिवाली पर गाय के गोबर से बने दीयों से घर होंगे जगमग
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गौ सेवा आयोग गाय के गोबर से गमले भी बना रहा है ताकि नर्सरी में पौधे तैयार करने के लिए प्लास्टिक की थैली का इस्तेमाल नहीं करना पड़े। साथ ही खेतों में पराली का धुआं रोकने के लिए भी गौशालाओं को पराली निकालने के लिए पैसे देने की स्कीम तैयार की गई है।

योगेंद्र शर्मा. चंडीगढ़

हरियाणा गौ सेवा आयोग की ओर से अब कुछ नया करने का प्रयास किया जा रहा है, इस क्रम में इस बार की दीपावली के लिए लाखों दिए तैयार कर दिए गए हैं। यह दिए इस बार घरों को रोशन करेंगे, साथ ही गोबर से गमले भी तैयार किए जा रहे हैं, उक्त गमलों में पौधे लगाए जाएंगे, जो पॉलीथिन का स्थान लेंगे और पर्यावरण को बचाया जा सकेगा।

इतना ही नहीं राज्य का गौ सेवा आयोग आने वाले वक्त के लिए डीएपी खाद का विकल्प तैयार कर रहे हैं। देश और विभिन्न प्रदेशों में चल रही किल्लत को देखते हुए गौ-सेवा आयोग अब डीएपी का विकल्प तैयार करने में जुटे हुए हैं। देश में बेशक डीएपी खाद की किल्लत चल रही हो, लेकिन हरियाणा का गौ सेवा आयोग डीएपी खाद का विकल्प तैयार कर रहा है, गाय के गोबर से प्रोम खाद बनाया जा रहा है। बाकायदा इसकी कई दौर की लैब टेस्टिंग भी हो चुकी है। जल्द ही इसका प्रोडक्शन शुरू होगा।आने वाले दिनों में यह खाद डीएपी के विकल्प के तौर पर मुहैया होगा। इसके अलावा गौ सेवा आयोग गाय के गोबर से गमले भी बना रहा है ताकि नर्सरी में पौधे तैयार करने के लिए प्लास्टिक की थैली का इस्तेमाल नहीं करना पड़े। साथ ही खेतों में पराली का धुआं रोकने के लिए भी गौशालाओं को पराली निकालने के लिए पैसे देने की स्कीम तैयार की गई है।

आयोग गंभीरता के साथ में उठा रहा कदम

हरियाणा गौ-सेवा आयोग अध्यक्ष श्रवण गर्ग का कहना है कि हम कईं अहम कदम उठाने जा रहे हैं ताकि गौधन से मिलने वाले गोबर, दूध, मूत्र सभी का बेहतर से बेहतर प्रयोग हो सके। गर्ग का कहना है कि खुद राज्य के सीएम मनोहरलाल भी चाहते हैं कि डीएपी के विकल्प, गोबर का बेहतर प्रयोग किया जाए, इस दिशा में गंभीर प्रयास कर आगे बढ़ जा रहा है।- श्रवण कुमार गर्ग, अध्यक्ष, हरियाणा गोसेवा आयोग

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