ऐसी लागी लगन, भारती हो गईं मगन : संतों जैसे हो गए VRS लेने वाली हरियाणा की IPS के विचार, बोलीं...

योगेंद्र शर्मा. चंडीगढ़
आखिरकार अंबाला रेंज में तैनात आईजी और वरिष्ठ आईपीएस अफसर भारती अरोड़ा ( Ig Bharti Arora ) का नौकरी को अलविदा करने का वक्त आ गया है, अपने रिटायरमेंट ( retirement ) से एक दशक पहले नौकरी को बाय-बाय कर रहीं भारती दो दिनों के बाद हरियाणा पुलिस को अलविदा कहने वाली हैं। प्रदेश में कबूतरबाजों पर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करने और ड्रग माफियाओं से युवाओं को बचाने, गौवंश की रक्षा करने जैसे अहम कार्य करने वाली भारती अब भक्ति मार्ग पर बहुत ही आगे बढ़ चुकी हैं। नौकरी में आने और हरियाणा कैडर मिलने के बाद ही भारती का जीवन हरियाणा ने बदलकर रख दिया है। उनका कहना है कि-"हरियाणा, अर्थात हरि का आना.." हरियाणा में आने के बाद ही उनका जीवन पूरी तरह से बदल गया है।
अब वृंदावन ही घर
अब वृंदावन में भक्तिमार्ग पर चलने वाली भारती अरोड़ा ने सोमवार को हरिभूमि प्रमुख संवाददाता के साथ कईं सवालों के खुलकर उत्तर दिए। उन्होंने कहा कि हरियाणा में आने के बाद ही उनके जीवन में हरि का आना हुआ, वो एक दिव्य संत के माध्यम से इसकी लो जगी। इस क्रम में उन्होंने संत कबीरदास जी और कईं संतों की वाणी का जिक्र किया व कहा-प्रेम पियाला जो पिए, सिस दक्षिणा देय /लोभी शीश न दे सके, नाम प्रेम का लेय। दस साल की नौकरी और डीजीपी पद तक जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि बहुत सारे अफसर, डीजीपी उन्होंने देखे हैं लेकिन किसी तुच्छ चीज के पीछे भागना व उसको ही असल सुख समझने की गलती हमें नहीं करनी चाहिए...क्योंकि नानक दुखिया सब संसार, सो सुखिया जिस नाम आधार..।
हरियाणा में आने के बाद भक्ति मार्ग पर जाने का फैसला लिया
भारती अरोड़ा का कहना है कि जिस तरह से हम निवेश वहां पर करते हैं, जहां से रिर्टन भी ज्यादा मिले, इसी तरह से भक्ति मार्ग भी बेहतर निवेश वाली बात है। आप कहीं कितने भी बड़े पद पर रहें लेकिन अंत में बुढ़ापा., बीमारी व मृत्यु सांसारिक सुखों से निकलने में दुख का कारण बनते हैं। भक्ति मार्ग पर चलने वाले चैतन्य महाप्रभु, तुलसीदास, गुरुनानक देव इस तरह के नाम हैं, जो भक्तिमार्ग चुनकर भवसागर से पार हो गए। लेकिन हैरानी इस बात की है कि लोग सारा कुछ जानकर भी अनजान बने हुए सांसारिक, तुच्छ वस्तुओं, सुखों के लिए भटक रहे हैं, इसीलिए रिटायरमेंट तक हम रहेंगे इस बात की क्या गारंटी है?जीवन की क्या गारंटी है? भगवान जी के बालक स्वरुप की आराधक भारती अरोड़ा का कहना है कि सर्विस और हरियाणा में आने के बाद ही उन्होंने भक्ति मार्ग पर जाने का फैसला लिया था। यहीं पर उनको एक दिव्य संत का आशीर्वाद मिला। जीवन पर कोई पुस्तक लिखने का कोई इरादा नहीं है, लेकिन यह तय है कि अब अगला लक्ष्य उनका वृंदावन में रहना है। चार माह पहले भी भारती ने उनको वीआरएस देने का आग्रह किया था लेकिन सीएम हरियाणा, गृहमंत्री विज और डीजीपी सभी ने पुनर्विचार के लिए कहा था, जिस पर उन्होंने चार महीने निकाल दिए, हालांकि वे अपने मार्ग पर आगे बढ़ने का मन पूरी तरह से बना चुकी हैं, इसलिए इस बार सभी की ओर से हरि झंडी मिल गई है।
आम और गरीब लोगों को न्याय मिले यही रहा लक्ष्य
दो दशक से ऊपर वक्त वक्त नौकरी कर चुकीं, भारती अरोड़ा का कहना है कि पुलिस के डंडे से नही बल्कि लोगों को साथ में लेकर लोगों का जीवन बदलने की शक्ति भी पुलिस के पास में हैं। हमने ड्रग में पड़े युवाओं को बचाने के लिए मुहिम चलाई हुई है, आर्ट आफ लीविंग कैंप लगाकर इन युवाओं को दो सप्ताह तक नशे से दूर रखा गया था। अभी भी मैने सभी अपनी रेंज के एसपी को निर्देश दिए हैं कि वे नशा व ड़्रग के विरुद्ध अपनी मुहिम को जारी रखें। भारती का मानना है कि पुलिस अगर सच्ची निष्ठा के साथ में लोगों की मदद के लिए आगे आए, तो जनता का सहयोग मिलता है। लेकिन पुलिस अगर संवेदनशीलता छोड़कर ज्यादती करे, तो भी जनता समझ जाती है। उन्होंने भर्ती में करप्शन को लेकर राज्य सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों पर सरकार की प्रशंसा की साथ ही कहा कि यह उसी तरह से है, जैसे किसी मकान की नींव ही कमजोर रख दी जाए।
बड़े-बड़े कबूतरबाजों को सिखाया सबक
भारती अरोड़ा ने कहा कि राज्य में कबूतरबाजी के नाम पर लोगों का जीवन और पैसा हड़पने वाले 550 लोगों को हमने गिरफ्तार किया व पैसे की रिकवरी भी की। पिछले दस साल में इतने केस दर्ज नहीं हुए। उनको गृहमंत्री और सीएम ने कबूतरबाजों द्वारा की जा रही ठगी के मामलों में एक्शन लेने के लिए एसआईटी का मुखिया बनाया था। अंबाला करनाल में रहते हुए भारती अरोड़ा ने बड़े बड़े कबूतरबाजों को गिरफ्तार कर जेल में भेजा। इतना ही नहीं, उनसे रिकवरी कर उन गरीब युवाओं के परिवारों की मदद का बड़ा काम हुआ, जिनका सारा कुछ बर्बाद हो गया था, साथ ही बिना किसी कुसूर के बाहर के देशों में जेलों में रहना पड़ा था। इसी तरह से गौवंश को बचाने के लिए भी भारती अरोड़ा ने गौ तस्करी वाले इलाकों में खास अभियान चलाए। उसमें भी उन्हें काफी सफलता मिली, लोगों का साथ भी मिला। भारती सच्ची निष्ठा के साथ में पुलिस कर्मियों को काम करने की अपील करती हैं, जिससे जनता में उनकी छवि बेहतर बनती है।
अशुद्ध धन से कभी परिवार का भला नहीं होगा
वरिष्ठ आईपीएस अफसर भारती अरोड़ा का यह भी कहना है कि गरीब जरूरतमंद लोगों की मदद करो, तकलीफ व दुख में आने वाली की मदद करो। गलती से भी किसी का बुरा नहीं करो, क्योंकि अशुद्ध धन अकेला नहीं आता बीमारियां लेकर आता है। भारती अरोड़ा का कहना है कि अगर आपको आम खाने हैं, तो आम का बीज ही लगाना होगा अगर आपने बबूल बो दिया है, तो कांटे ही मिलेंगे। कुल मिलाकर अब हरियाणा पुलिस को बाय बाय करने वाली भारती अरोडा का कहना है कि वे भक्तिमार्ग पर ही बढ़ने का संकल्प ले चुकी हैं।
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