सिरसा, फतेहाबाद व हिसार जिलों के हजारों किसान 15 जनवरी को निकालेंगे ट्रैक्टर रैली

सिरसा, फतेहाबाद व हिसार जिलों के हजारों किसान 15 जनवरी को निकालेंगे ट्रैक्टर रैली
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किसान संघर्ष समिति हिसार, फतेहाबाद व सिरसा जिला के कार्यकर्ताओं की एक मीटिंग आज रतिया के कम्युनिटी सेंटर में आयोजित की गई। इस मीटिंग में तीनों जिलों के कार्यकर्ताओं से विचार-विमर्श कर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ रैली निकालने का निर्णय लिया गया।

हरिभूमि न्यूज : फतेहाबाद (रतिया)

तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संघर्ष समिति आंदोलन को लेकर 15 जनवरी को सिरसा से दिल्ली के लिए विशाल किसान ट्रैक्टर रैली निकालेगी। किसान संघर्ष समिति हिसार, फतेहाबाद व सिरसा जिला के कार्यकर्ताओं की एक मीटिंग आज रतिया के कम्युनिटी सेंटर में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता गुरबचन सिंह ने की जबकि मुख्य वक्ता के तौर पर स्टेट कन्वीनर मनदीप सिंह ने भाग लिया। इस मीटिंग में तीनों जिलों के कार्यकर्ताओं से विचार-विमर्श कर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ रैली निकालने का निर्णय लिया गया। मीटिंग में ओम प्रकाश हसंगा, जिला कोषाध्यक्ष सुखदीप सिंह, निर्मल सिंह, संदीप ढंडूर हिसार, मनी सिंह, काला सिंह सूरतिया जिला सिरसा, राम जाट तथा अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे।

मीटिंग को संबोधित करते हुए किसान संघर्ष समिति के स्टेट कन्वीनर मनदीप सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा किसानों पर मार करने और पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए तीन कृषि कानून लागू किए गए हैं जोकि किसी भी तरह से किसानों के हित में नहीं है। इन 3 कानूनों का आने वाले समय में किसानों के साथ-साथ व्यापारी, मजदूर व समाज के अन्य वर्गों को भी काफी नुकसान होगा। इन कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर ही भारत के हजारों किसान साथ डेढ़ महीने से दिल्ली के बॉर्डर पर धरने पर बैठे हुए हैं लेकिन मोदी सरकार किसानों की मांगें मानने की बजाय उनको ठंड में मरने के लिए मजबूर कर रही है। इस कारण किसानों में केंद्र सरकार के साथ-साथ हरियाणा की सत्ताधारी पार्टियों के खिलाफ भी भारी रोष पाया जा रहा है।

इसी रोष को देखते हुए किसान संघर्ष समिति हरियाणा द्वारा 8 जनवरी को सिरसा जिले के रानियां में विशाल किसान रैली की जाएगी और 15 जनवरी को सिरसा से दिल्ली के लिए विशाल ट्रैक्टर रैली निकाली जाएगी। इसमें हिसार, सिरसा व फतेहाबाद जिले के हजारों किसान ट्रैक्टर पर भाग लेंगे। सरकार ने इस रैली को रोकने की कोशिश की तो किसान वहीं धरना देकर बैठ जाएंगे। उन्होंने कहा कि ट्रैक्टर रैली को कामयाब करने के लिए कार्यकर्ताओं द्वारा गांव-गांव जाकर जनसंपर्क अभियान भी चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब तक तीन कृषि कानून वापस नहीं लिए जाते तब तक किसान दिल्ली बॉर्डर पर बैठे रहेंगे और किसी भी कीमत पर वापस नहीं आएंगे।

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