जींद के डीटीपी सहित तीन गिरफ्तार, जेई ने लगाए थे मानसिक रूप से प्रताड़ित व जाति सूचक शब्द बोलने के आरोप

जींद के डीटीपी सहित तीन गिरफ्तार, जेई ने लगाए थे मानसिक रूप से प्रताड़ित व जाति सूचक शब्द बोलने के आरोप
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एससी एसटी आयोग के आदेश पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने गत 27 मई को डीटीपी अरविंद्र ढुल, सहायक अमित मलिक व सेवानिवृत कर्मी कृष्ण चंद्र के खिलाफ धमकी देने, एससी एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था।

हरिभूमि न्यूज. जींद

सिविल लाइन थाना पुलिस ने जेई को मानसिक तौर पर प्रताडि़त करने व जातिसूचक गालियां देने के आरोप में जींद के जिला योजनाकार अरविंद्र ढुल सहित तीन को गिरफ्तार किया है। तीनों को अदालत ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।

जिला नगर योजनाकार कार्यालय के जेई नवीन कुमार ने एससी एसटी आयोग को भेजी शिकायत में बताया था कि जिला नगर योजनाकार अरविंद्र ढुल, कार्यालय सहायक अमित मलिक तथा सेवानिवृत कर्मचारी कृष्ण चंद्र उस पर नाजायज काम करवाने के लिए दबाव बनाते हैं। जब वह मना करता है तो उसे जातिसूचक गालियां दी जाती हंै और मानसिक तौर पर प्रताडि़त किया जाता है। उस पर भ्रष्टाचार करने के लिए उस पर दबाव बनाते है। नरवाना में भी उसके साथ मारपीट करवाई गई थी। जिसकी वीडियो भी उसके पास है। वर्ष 2016 में मधुकारा डेवलपर्स रेजिडेंशियल पलोटिड कालोनी ने 24 एकड़ में गांव हैबतपुर के निकट साइट काटी थी। जिसने लाइसेंस मिलने से पहले ही सड़कों का निर्माण कर दिया था। डीटीपी ने उस साइट पर कोई निर्माण न होने की बात कही थी जबकि उसने फोटो के साथ मुख्यालय को असल रिपोर्ट भेजी थी। जिस पर डेवलपर्स को एक करोड़ रुपये जुर्माना लगाते हुए निर्माण हटाने के आदेश दिए थे। आठ दिसंबर 2021 को जिला नगर योजनाकार ने केबिन में बुला कर उसे जातिसूचक शब्द बोले गए। आठ दिसंबर 2020 को सेवानिवृत सहायक ड्राफ्टमैन कृष्ण चंद्र, सहायक अमित मलिक ने हैबतपुर रोड पर चल रहे अवैध निर्माणों पर छुट्टी वाले दिन पैसे मांगे थे। जिसकी जांच डीएमसी के पास चली हुई है। इस पर दोनों ने उसे धमकी दी। अप्रैल 2021 में डीटीपी की मिलीभगत से नया बस स्टैंड के पीछे कालोनी विकसित हुई। मुख्यालय को शिकायत करने पर उसे सफीदों का कार्यभार दे दिया गया। वहां पर भी मिलीभगत से अवैध कालोनी पनप रही थी। काम रूकवाने पर सहायक अमित मलिक ने उसे प्रापर्टी डीलरों से शपथ पत्र लेकर मुकद्में में फंसवाने की धमकी दी। जिसके बारे में डीटीपी को अवगत करवाया तो उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। इसी प्रकार ऐसी कई घटनाएं हुई जिसे लेकर उसे मानसिक तौर पर प्रताडि़त किया जाता रहा और धमकियों के साथ उसे जातिसूचक गालियां भी दी गई।

एससी एसटी आयोग के आदेश पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने गत 27 मई को डीटीपी अरविंद्र ढुल, सहायक अमित मलिक व सेवानिवृत कर्मी कृष्ण चंद्र के खिलाफ धमकी देने, एससी एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था। डीएसपी रवि ने बताया कि मंगलवार को डीटीपी अरविंद्र ढुल सहित तीनों को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।

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