खेलते- खेलते तीन बच्चे तालाब में डूबे, दो की मौत, एक की हालत गंभीर

खेलते- खेलते तीन बच्चे तालाब में डूबे, दो की मौत, एक की हालत गंभीर
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परिजनोें ने मृत बच्चों के शवों का पोस्टमार्टम करवाने से इंकार कर दिया और उन्हें अपने साथ ले जाकर उनका अंतिम संस्कार कर दिया। दो मासूमों की मौत से गांव में मातम पसरा रहा। परिजनों का रो- रो कर बुरा हाल रहा।

हरिभूमि न्यूज. जींद (नरवाना)

गांव गुरथली में मंगलवार को खेलते समय तीन मासूम बच्चे तालाब में डूब गए। ग्रामीणों ने तीनों मासूमों को बाहर निकाल सामान्य अस्पताल पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने दो को मृत घोषित कर दिया, जबकि एक के हालात गंभीर देख अग्रोहा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।

गांव गुरथली निवासी कुलदीप का दस वर्षीय बेटा लवप्रीत, हरेराम का सात वर्षीय बेटा राणा अपने हमउम्र साथी अरमान के साथ हथो रोड पर स्थित तालाब पर खेल रहे थे। खेल खेल में तीनों तालाब में नहाने लगे और तालाब की गहराई में समां गए। तालाब के आसपास लगते मकानों के लोगों का ध्यान तालाब में डूब रहे बच्चों की तरफ गया तो उन्होंने तीनों बच्चों को बाहर निकाल अस्पताल पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने लवप्रीत तथा राणा को मृत घोषित कर दिया। जबकि अरमान की हालात गंभीर देख अग्रोहा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। वहीं परिजनोें ने मृत बच्चों के शवों का पोस्टमार्टम करवाने से इंकार कर दिया और उन्हें अपने साथ ले जाकर उनका अंतिम संस्कार कर दिया। दो मासूमों की मौत से गांव में मातम पसरा रहा। परिजनों का रो- रो कर बुरा हाल रहा।

मनरेगा के तहत खोदे जा रहे तालाब का काम अधर में लटका : ग्रामीणों ने बताया कि जिस तालाब में ये बच्चे डूबे है उसकी खुदाई मनरेगा योजना के तहत कुछ माह पहले करवाई जा रही थी लेकिन खुदाई का काम पूरा नहीं हुआ है। कुछ दिनों से हो रही बरसात के बाद तालाब पानी से भर गया है। उन्होंने बताया कि लाखों रुपये का बजट इस तालाब की खुदाई के लिए आया था लेकिन फिर भी विभाग ने काम आधा किया। तालाब में कुछ गड्ढे की गहराई कम है। इसलिए गांव के बच्चे तालाब पर खेलने चले जाते है लेकिन कुछ गड्ढे बहुत ही गहरे हैं। तालाब के चारों तरफ मिट्टी भी नहीं लगाई है और इसी कारण दो बच्चों की मौत हो गई और एक जिंदगी व मौत की लड़ाई लड़ रहा है।

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