तीन दोस्तों को एमरजेंसी में नहीं मिला खून तो खड़ी कर दी 120 रक्तदानी युवाओं की टीम, 150 लोगों की बचा चुके जान

अंबाला। एमरजेंसी में तीन दोस्तों को खून की जरुरत थी। लाख कोशिश के बावजूद खून उपलब्ध नहीं हो पाया। मुसीबत में कोई और ऐसी स्थिति का सामना न करे इस मकसद से इन दोस्तों ने अब 120 युवाओं की टीम खड़ी कर दी। ये टीम हर समय रक्तदान के लिए तैयार रहती है। ट्विन सिटी वेलफेयर सोसायटी की ओर से इस बात का खुलासा किया गया है। सोसायटी के पदाधिकारियों ने रविवार को मीडिया से बात की। इससे पहले मां भारती के वीर सपूत आज़ाद हिंद फौज के संस्थापक नेता जी सुभाष चन्द्र बोस को श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। सोसायटी के संयोजक विजय शर्मा ने बताया कि किस प्रकार समाज सेवा और समाज हित के मुद्दों को लेकर सोसायटी का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि सोसायटी के गठन की कहानी बड़ी ही प्रेरणादायक है।
सोसाइटी का गठन करने का निर्णय 3 दोस्तों ने उस वक्त लिया जब उनके किसी अन्य मित्र को एमरजेंसी में रक्त की आवश्यकता थी लेकिन लाख दौड़ भाग करने के बावजूद कई सामाजिक संस्थाओं के साथ संपर्क करने के बाद भी रक्त नहीं मिला। तब तीनों दोस्तों ने यह निर्णय लिया कि किसी भी व्यक्ति की जान रक्त की कमी के चलते नहीं जानें देंगे। जिसके बाद तीनों मित्रों ने समाज के लोगों से संपर्क साधना शुरू किया और ट्विन सिटी ब्लड वालंटिर्स के नाम से एक छोटा ग्रुप बनाया। कई सामाजिक चुनौतियों के आड़े आने के चलते टीम को यह जरूरत महसूस हुई कि बिना संगठन के समाज सेवा काफी चुनौतीपूर्ण रहेगी इसलिए सोसायटी गठित की गई। शर्मा ने बताया कि कोरोना काल की बात हो या फिर जब डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ी तो जरूरतमंद रोगियों को रक्त, प्लेटलेट्स उपलब्ध करवाने की बात हो उस वक्त भी ट्विन सिटी वेलफेयर सोसायटी के सदस्यों ने दिन रात आमजन की सेवा की।
अभी तक 150 से ज्यादा एमरजेंसी केसों में रक्तदान कर चुके हैं। सोसायटी स्वास्थ्य सेवाओं की भी सराहना की और बताया कि किस प्रकार अंबाला छावनी नागरिक अस्पताल, अंबाला शहर नागरिक अस्पताल, मिशन अस्पताल ने दिन रात एमरजेंसी केसों और ड़ेंगू के गंभीर मरीजों को ब्लड डोनेशन के वक्त सोसायटी का साथ दिया। भविष्य में सोसायटी की विचारधारा को मीडिया के सामने रखते हुए पदाधिकारियों ने बताया कि सबसे पहले गणतंत्र दिवस के अवसर पर शहीद सीडीएस जनरल बिपिन रावत जी की याद में 26 जनवरी 2022 को अंबाला छावनी के नागरिक अस्पताल में लगाया जाएगा। जिसे सफल बनाने के लिए सोसायटी ने लोगों से अपील की। इसके साथ साथ सोसायटी ने यह मांग भी रखी कि जरूरतमंद गरीब परिवारों को ब्लड पूरी तरह निशुल्क मुहैया करवाया जाए। अभी तक अगर मरीज निजी अस्पताल में भर्ती होता है तो रक्त के लिए 1000 रुपये मरीज़ को चुकाने पड़ते हैं। वहीं अगर कोई व्यक्ति ब्लड डोनेट करता है तो भी फीस अदा करनी पड़ती है। सोसायटी ने मांग की है कि रक्त से जुड़ी यह सेवा पूर्ण रूप से निशुल्क की जाए या इसके दाम कम किए जाएं।
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