एचएयू के तीन विद्यार्थियों का आईआईएम व 20 का अन्य प्रमुख संस्थानों में हुआ दाखिला

एचएयू के तीन विद्यार्थियों का आईआईएम व 20 का अन्य प्रमुख संस्थानों में हुआ दाखिला
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विद्यार्थियों की इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बी.आर. काम्बोज ने विद्यार्थियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के लिए बड़े गर्व की बात है कि एक साथ इतने विद्यार्थियों का आईआईएम व अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों जैसे इरमा, नियाम व मैनेज में चयन हुआ है।

हिसार : चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के तीन विद्यार्थियों का दाखिला भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) में हुआ है। इसके अलावा विश्वविद्यालय के 20 अन्य विद्यार्थियों का दाखिला देश के प्रमुख शिक्षण संस्थानों में हुआ है। विश्वविद्यालय के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है।

विद्यार्थियों की इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बी.आर. काम्बोज ने विद्यार्थियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के लिए बड़े गर्व की बात है कि एक साथ इतने विद्यार्थियों का आईआईएम व अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों जैसे इरमा, नियाम व मैनेज में चयन हुआ है। इसके लिए उन्होंने विद्यार्थियों के कठिन परिश्रम व विश्वविद्यालय के शिक्षकों द्वारा दिए गए मार्गदर्शन को श्रेय दिया है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों द्वारा दिया गया मार्गदर्शन व विद्यार्थियों का प्रयास निरंतर विश्वविद्यालय को नित्त नई ऊंचाइयों पर ले जा रहा है।

विश्वविद्यालय के लिए गर्व की बात : चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बी.आर. काम्बोज ने बताया कि वर्ष 2019 में आईआरएमए में लगभग देशभर से 200 विद्यार्थियों का चयन हुआ था, जिसमें पूरे देश के राज्य कृषि विश्वविद्यालयों से करीब 40 विद्यार्थी थे। विश्वविद्यालय के लिए यह बहुत ही गर्व की बात है कि इन 40 विद्यार्थियों में से अकेले हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के 11 विद्यार्थी शामिल थे। इसके अलावा आईआईएम में लगातार चार वर्षों से विद्यार्थियों का चयन हुआ है, जिनमें वर्ष 2017 में दो विद्यार्थी, वर्ष 2018 में चार विद्यार्थी, वर्ष 2019 में तीन विद्यार्थी और 2020 में सबसे ज्यादा 9 विद्यार्थियों का चयन हुआ है।

इन विद्यार्थियों का हुआ चयन : छात्र कल्याण निदेशक डॉ. देवेंद्र दहिया ने बताया कि इस बार तीन विद्यार्थियों का चयन मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट में हुआ है। उन्होंने बताया कि आईआईएम में चयनित होने वाले विद्यार्थियों में सुमित जांगड़ा का चयन आईआईएम कोजीकोड़े, समर सागवॉल का आईआईएम एफएबीएम और सक्षम भाटिया का चयन आईआईएम रोहतक में हुआ है। इसके अलावा बिजेंद्र का आईसीएआर-नार्म हैदराबाद, योगेश राज राना व विशाल का नियाम जयपुर, सचिन, सचिन राणा, आशिष शर्मा, अजय गोदारा, समर सिंह, रोबिन घोटिया, नरेश, पारस, सुमित खटकड़, अमन, हरगुणजोत सिंह, केशव गोयल, जयवीर व जशमीत का इरमा गुजरात और पूनम, सौरभ व सचिन सोनी का मैनेज हैदराबाद में चयन हुआ है।

नेहरू पुस्तकालय का अहम् योगदान : आईआईएम में चयनित होने वाले विद्यार्थी मध्यमवर्गीय व किसान परिवारों से संबंध हैं। इनके लिए संसाधनों के अभाव में ऐसे आईआईएम के लिए तैयारी करना बहुत ही कठिन था, लेकिन विश्वविद्यालय का नेहरू पुस्तकालय विद्यार्थियों के लिए वरदान साबित हुआ। विद्यार्थियों अनुसार दिन में कॉलेज की कक्षाएं खत्म होने के बाद देर रात तक नेहरू पुस्तकालय में अपनी पढ़ाई जारी रखते थे। विश्वविद्यालय के नेहरू पुस्तकालय में इस तरह की प्रतियोगी प्रतियोगिताओं के लिए बहुत ही लाभदायक सामग्री मौजूद है, जो विद्यार्थियों के बहुत काम आई।

काउंसलिंग एंड प्लेसमेंट सेल ने किया मार्गदर्शन : विश्वविद्यालय में स्थापित काउंसलिंग एंड प्लेसमेंट सेल का भी विद्यार्थियों की इस सफलता के पीछे योगदान रहा है। चयनित होने वाले विद्यार्थियों के अनुसार अतिरिक्त छात्र कल्याण निदेशक डॉ. राजेंद्र सिंह बैनीवाल द्वारा काउंसलिंग एंड प्लेसमेंट सेल के माध्यम से समय-समय पर आयोजित सेमिनार, वर्कशॉप, काउंसलिंग, मोटिवेशनल सेशन, आदान-प्रदान प्रशिक्षण, प्री-डिनर टास्क इन हॉस्टल, प्री-प्लेसमेंट टास्क व पूर्व प्रतिभाशाली छात्रों के साथ विचार-विमर्श के माध्यम से उनका मार्गदर्शन किया गया। उन्होंने बताया कि इसके अलावा ऑनलाइन पढ़ाई व सीनियर साथियों के सहयोग व प्रेरणा ने भी इस दिशा में आगे बढऩे के लिए उत्साहित किया। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बी.आर. काम्बोज की नई, सकारात्मक, ऊर्जावान व दूरदृष्टि सोच का ही परिणाम है कि विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों का देश के सबसे बड़े संस्थानों में चयन हुआ है।

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