सोनीपत में पेपर आने के इंतजार में ही कट गए तीन घंटे, नहीं आया पेपर

सोनीपत में पेपर आने के इंतजार में ही कट गए तीन घंटे, नहीं आया पेपर
X
डिस्टेंस (Distance) से एमए (MA) कर रहे विद्यार्थियों (Students) के पेपर सोमवार से शुरू हो गए। पहले दिन हिंदी, अंग्रेजी, इतिहास विषय का ऑनलाइन (Online ) पेपर (Exam) था। बच्चे कॉलेज में तीन घंटे पर पेपर आने का इंतजार करते रहे और विवि की ओर से ऑनलाइन पेपर ही नहीं भेजा गया। कॉलेज प्रबंधन ने भी कहा कि इसमें कॉलेज की कोई जिम्मेदारी नहीं हमें व्यवस्था के निर्देश मिले थे। विद्यार्थी परेशान रहे कि वे करें तो क्या करें।

सोनीपत। डिस्टेंस (Distance) से एमए (MA) कर रहे विद्यार्थियों (Students) को ऑनलाइन (Online) परीक्षा (Exam) के पहले ही दिन यूनिवर्सिटी ने करारा झटका दिया है। ऑनलाइन परीक्षा देने के लिए विद्यार्थी निर्धारित समय से पहले ही कम्प्यूटर (Computer) के सामने बैठ गए थे, लेकिन तीन घंटे कम्प्यूटर के आगे टकटकी लगाने के बाद भी यूनिवर्सिटी की तरफ से पेपर नहीं भेजा गया। जिससे विद्यार्थी परेशान हैं। उन्हें समझ ही नहीं आ रहा कि वे क्या करें, क्या ना करें। यूनिवर्सिटी की तरफ से ऑनलाइन पेपर न भेजने के कारण विद्यार्थी कालेज प्रबंधन से संपर्क करते रहे, लेकिन कालेज प्रबंधन ने भी अपने हाथ खड़े कर लिए हैं। कालेज प्रबंधन का कहना है कि ऑनलाइन परीक्षाओं को यूनिवर्सिटी ही डील कर रही है, कालेजों को केवल ऑफलाइन पेपर लेने व इनकी व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं।

बता दें कि डिस्टेंस से एमए कर रहे विद्यार्थियों की सोमवार से परीक्षाएं शुरू हुई। पहले दिन एमए हिंदी, अंग्रेजी, हिस्ट्री का पेपर रहा। जिन विद्यार्थियों ने पेपर मोड के लिए ऑनलाइन ऑप्शन का चयन किया था। वे विद्यार्थी परीक्षा शुरू होने के निर्धारित समय से पहले ही कम्प्यूटर के सामने बैठ गए थे, लेकिन यूनिवर्सिटी द्वारा पेपर ही अपलोड नहीं किया। परीक्षार्थी तीन घंटे तक बस पेपर आने का ही इंतजार करते रहे गए। यूनिवर्सिटी की तरफ से ना तो पेपर डाला गया और ना ही इससे संबंधित कोई दिशा-निर्देश ही जारी किए गए। परीक्षा के तीन घंटे पेपर आने के इंतजार में ही कट गए, लेकिन पेपर नहीं आया। विद्यार्थियों में यूनिवर्सिटी के प्रति खासा रोष बना हुआ है।

यूनिवर्सिटी ने जारी किए थे ये निर्देश

सभी कालेजों में पीजी डिस्टेंस की परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं। ये परीक्षाएं ऑनलाइन व ऑफलाइन माध्यम से होनी हैं। ऑनलाइन व ऑफलाइन परीक्षा के लिए पेपर के ऊपर ही सभी के कॉलेज के नाम दिए हुए हैं कि आपका सेंटर यहां पर है। परीक्षा से पहले ही यूनिवर्सिटी की तरफ से कालेजों को जारी निर्देश में कहा गया था कि ऑनलाइन परीक्षा वालों को यूनिवर्सिटी डील करेगी और ऑफलाइन वालों को कालेज वाले देखेेंगे। लेकिन विद्यार्थियों के सामने समस्या ये आ गई कि यूनिवर्सिटी की तरफ से कोई संपर्क नहीं दिया गया। ताकि वे पेपर न आने के बारे में यूनिवर्सिटी से संपर्क कर रहें। विद्यार्थी कालेज प्रबंधन से संपर्क करते रहे, लेकिन यूनिवर्सिटी द्वारा जारी निर्देश के बाद अब कालेज अथॉरिटी भी मजबूर है कि उनके पास भी इस चीज का कोई समाधान नहीं है।

बनी असमंजस की स्थिति

डिस्टेंस से एमए कर रहे विद्यार्थियों को ऑनलाइन परीक्षा के पहले ही दिन तेज झटका लगा है। पहला ही पेपर ना होने से विद्यार्थियों में भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। यह पेपर दोबारा होगा या नहीं, कहीं इस पेपर में सभी की री तो नहीं दे दी जाएगी, आगे होने वाले पेपर में भी क्या उन्हें इसी प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। विद्यार्थियों के दिमाग में इस प्रकार के अनेकों सवाल कौंध रहे हैं, लेकिन इनका जवाब किसी के पास नहीं है।

विद्यार्थी बोले-यूनिवर्सिटी जारी करे संपर्क नंबर, दोबारा लिया जाए पेपर

डिस्टेंस से एमए कर रहे विद्यार्थी अलीपुर निवासी रीना, मोहाना निवासी मोनिका व नवीन वशिष्ट, रोहिणी दिल्ली निवासी अनुराग गर्ग सहित कई अन्य विद्यार्थियों ने बताया कि उन्होंने परीक्षा के लिए ऑनलाइन मोड का चयन किया था। सोमवार को उनका पहला पेपर था, वे लोग तीन घंटे तक कंप्यूटर के सामने बैठ पेपर आने का इंतजार करते रहे, लेकिन पेपर नहीं आया और ना ही इससे संबंधित किसी प्रकार दिशा-निर्देश जारी किए गए। परीक्षार्थियों का कहना है कि उनके पास यूनिवर्सिटी का कोई संपर्क नंबर भी नहीं है, जिससे वे पेपर से संबंधित जानकारी हासिल कर सकें। पेपर न आने के कारण वे दिन भर कालेज प्रबंधन से संपर्क करते रहे, लेकिन उन्होंने भी इस बारे में किसी प्रकार की सहायता करने से है इनकार कर दिया, क्योंकि ऑनलाइन पेपर को यूनिवर्सिटी ही डील कर रही है। परीक्षा के पहले ही दिन यह हालात होने से सभी विद्यार्थी परेशान हैं औन आगामी समय में होने वाले पेपर को लेकर भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। परीक्षार्थियों ने मांग की है कि इस पेपर को दोबारा लिया जाए और आगामी सभी पेपर को समय पर अपलोड किया जाए, ताकि किसी प्रकार की परेशाना ना आए। विद्यार्थियों ने इस प्रकार की समस्या के समाधान के लिए यूनिवर्सिटी द्वारा कोई नंबर जारी करने की भी मांग की गई है।

Tags

Next Story