स्वास्थ्य केंद्र में पौने दो माह के बच्चे को लगाए तीन इंजेक्शन, खून बंद ना होने से मासूम की मौत

स्वास्थ्य केंद्र में पौने दो माह के बच्चे को लगाए तीन इंजेक्शन, खून बंद ना होने से मासूम की मौत
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बच्चे के पिता कुलदीप ने बताया कि 11 अगस्त को उन्होंने गांव ढाबीटेकसिंह गांव स्थित स्वास्थ्य केंद्र अपने बच्चे को टीके लगवाए थे। टीका लगवाने के बाद खून नहीं हुआ ताे कई जगह डॉक्टरों ने जवाब दे दिया।

हरिभूमि न्यूज. नरवाना ( जींद )

गांव ढाबी टेकसिंह के स्वास्थ्य केंद्र के डाक्टरों की बड़ी लापरवाही के कारण एक पौने दो माह का एक बच्चा बे मौत मारा गया। जिसके बाद परिजनों ने डाक्टरों पर लापरवाही के आरोप लगाए हुए उनके खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है और बच्चे का पोस्टमार्टम नरवाना नागरिक अस्पताल में नहीं खानपुर पीजीआई में होगा। वहीं इस मामले में गढी पुलिस ने भी कार्यवाही शुरू कर दी है।

मृतक बच्चे के पिता गांव रसीदा निवासी कुलदीप ने बताया कि 11 अगस्त को हम अपने बच्चे को टीका लगवाने के लिए गांव ढाबीटेकसिंह गांव में स्थित स्वास्थय केंद्र में गए थे। उनके बेटे निक्षांत को तीन टीके लगाए गए। एक टीका कंधे पर व दो टीके झांग पर। टीका लगवाने के बाद खून बहने लगा तो डाक्टरों ने कहा कि कुछ देर में ठीक हो जाएगा। रूई लगाकर रखो। रूई लगाकार निक्षांत को घर पर लाया गया लेकिन खून बंद नहीं हुआ। अगले दिन तक खून बंद होने का इंतजार किया गया। लेकिन खून बंद नहीं हुआ तो फिर स्वास्थय कर्मियों से सम्पर्क साधा गया तो उन्होंने कहा कि गांव के किसी डाक्टर को दिखा लो।

गांव के डाक्टर ने कहा कि ये मामला गंभीर है, बड़े अस्पताल में जाओ। कुलदीप ने बताया कि इसके बाद निक्षांत को टोहाना ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने मामला गंभीर बताते हुए इलाज से मना दिया। इसके बाद कैथल और कैथल के बाद चंडीगढ के डाक्टरों ने 16 अगस्त को उसके बेटे को मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद सोमवार देर रात को परिजन बच्चे के शव को लेकर नरवाना नागरिक अस्पताल में पहुंचे और डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाए हुए डाक्टरों ने निक्षांत की मौत का जिम्मेवार बताया। वहीं जांच अधिकारी सतपाल ने बताया पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में आगे की कार्यवाही गढी पुलिस द्वारा शुरू की जाएगी।


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