एसआईटी ने 453 कबूतरबाजों पर कसा शिकंजा, विज करेंगे सम्मानित

एसआईटी ने 453 कबूतरबाजों पर कसा शिकंजा, विज करेंगे सम्मानित
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प्रदेश में करोड़ों की ठगी करने और युवाओं को जाल में फंसाने वालों पर शिकंजा कसने के लिए गठित की गई थी एसआईटी। गृहमंत्री अनिल विज ने एसआईटी चीफ और उनके साथ में पूरी पुलिस टीम को सम्मानित करने की घोषणा की है।

योगेंद्र शर्मा:चंडीगढ़

प्रदेशभर में विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने वाले सफेदपोश कबूतरबाजों पर शिकंजा कसने के लिए गठित स्पेशल एसआईटी द्वारा पूरे मामले में चलाई गई खास मुहिम से खुश प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज ने एसआईटी चीफ और उनके साथ में पूरी पुलिस टीम को सम्मानित करने की घोषणा की है। इतना ही नहीं इस बारे में गृहमंत्री ने अधिकारियों को जल्द ही चंडीगढ़ में एक सम्मान समारोह आयोजित करने का निर्देश जारी कर दिया है। निर्देशों के बाद में इस बात की प्रबल संभावना है कि बजट सत्र से पहले ही यह आयोजन कर दिया जाए, क्योंकि इस दिशा में गृहमंत्री के स्टाफ की ओर से प्रक्रिया की शुरुआत कर दी गई है।

्सूरत्रों का कहना है कि गृहमंत्री अनिल विज पूरे प्रदेशभर में करोड़ों की ठगी करने और कबूतरबाजी करने वालों का सफाया करने व इन पर ठोस कानूनी कार्रवाई करना चाहते थे। इस क्रम में एक एसआईटी का गठन कर उसकी चीफ करनाल की आईजी भारती अरोड़ा को नियुक्त किया था। एसआईटी में अरोड़ा के अलावा भी कईं अफसरों को शामिल किया गया था। आने वाले दिनों में होने वाले कार्यक्रम में अरोड़ा के अलावा टीम में शामिल सभी पुलिस अफसरों व कर्मियों को सम्मानित करने का फैसला कर लिया गया है। खास बात यह है कि इन सभी को प्रशंसा पत्र के साथ-साथ में एक-एक स्मृति चिन्ह भी दिया जाएगा।

आदेशों के बाद में मचा था हड़कंप

कोरोना काल में अमेरिका, यूरोप, कनाडा, आस्ट्रेलिया सहित कईं देशों से आए युवाओं और उनके परिवारों को न्याय दिलाने के लिए गृह मंत्री अनिल विज ने स्पेशल जांच टीम गठन करने का आदेश दिया था। जिसके बाद में कईं जिलों में एक साथ कबूतरबाजों पर शिकंजा कसने की शुरुआत हुई। आरोपितों के पास से टीम को भारी संख्या में कैश आदि भी बरामद हुआ। टीम में जिला एसपी स्तर के 6 अफसरों को शामिल किया था।

कबूतरबाजों का करेंगे सफाया : विज

प्रदेश के युवाओं और उनके परिवार के साथ में ठगी कर उन्हें दर-दर की ठोकरें खान के लिए छोड़ देने वाले एक भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। प्रदेश में हमने स्पेशल एसआईटी गठित की है, जिसने इस तरह के लोगों को जेल में भेजने का काम किया है। विज ने कहा कि हमारी टीम में शामिल जिन अफसरों, कर्मियों ने काम किया है, उनको सम्मानित करने का फैसला लिया गया है। इस क्रम में हम जल्द ही एक सम्मान समारोहका आयोजन करेंगे। एसआईटी की सख्ती के कारण हरियाणा में कबूतरबाजी पर पूरी तरह से ब्रेक लगा है, टीम अभी भी अपना काम कर रही है। पीड़ित अगर संपर्क करते हैं, तो उन्हें पूरी तरह से न्याय दिलाया जाएगा।

टीम अब भी कर रही जांच : भारती

एसआईटी चीफ आईजी भारती अरोड़ा का कहना है कि अभी भी उनकी विशेष जांच टीम करोड़ों की ठगी करने वाले मामले में सुनवाई कर रही है, इस तरह से आने वाले दिनों में भी कार्रवाई जारी रहेगी। हालांकि हरियाणा में बड़ी संख्या में कार्रवाई हुई है, जिसके कारण प्रदेश में इन दिनों कार्रवाई के डर से पड़ोसी राज्यों में कबूतरबाज शिफ्ट भी कर गए हैं। टीम की जांच में अब तक कुल 453 मामले दर्ज कर 452 कबूतरबाजों को गिरफ्तार किया। इनमें कईं नाम इस तरह के भी हैं, जो लोगों की आंखों में धूल झोंक कर सियासी शरण अथवा कईं, कईं राजनेताओं से ऊंचे रसूख रकने के कारण बच जाते थे। लेकिन इस तरह के कईं चेहरे भी जेल जा चुकी हैं। पिछले पंद्रह सालो में दर्ज कबूतरबाजी मामलों के आंकड़ोंपर गौर करें, तो एसआईटी ने अकेले ही तीन गुणा कबूतरबाजों पर कार्रवाई की है। खास बात यह भी रही है कि काफी पुराने मामलों में भी जिन पीड़ितों का घर और संपत्ति तक बिक गई थी, उनको काफी हद तक न्याय मिल गया है। जबकि वे बरसों से धक्के खाने को मजबूर थे। टीम ने अपने अभियान में करोड़ों की रिकवरी कर पीडि़तों को पैसे भी वापस करा दिए हैं। सियासी और कईं तरह के दबाव भी डले लेकिन एसआईटी चीफ भारती अरोड़ा ने हरसंभव को पीडि़तों को न्याय दिलाया।

जिला केस गिरफ्तार

करनाल 195 150

कुरुक्षेत्र 91 85

कैथल 56 62

अंबाला 49 96

पानीपत 30 42

यमुनानगर 9 6

सोनीपत 4 3

जींद 9 4

फतेहाबाद 4 1

भिवानी 1 1

हिसार 1 2

गुुरुग्राम 2

दादरी 1

सिरसा 1

कुल 453 452

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