परेशानी में किसान : अभी तक खरीफ फसल क्लेम मिला नहीं और अब डूब गई रबी की फसलें

परेशानी में किसान : अभी तक खरीफ फसल क्लेम मिला नहीं और अब डूब गई रबी की फसलें
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इन किसानों को बीमा कम्पनी कब क्लेम का पैसा देगी, यह फिलहाल तक पता नहीं है। क्योंकि कम्पनी ने अभी तक रबी का भुगतान भी नहीं किया है। कम्पनी द्वारा रबी के नुकसान का आकलन करवा लिया गया है। लेकिन क्लेम देने में महीने लगा दिए जाते हैं। जिसकी वजह से फसल बीमा योजना से किसानों को कोई खास लाभ नहीं मिल पा रहा है।

अमरजीत एस गिल : रोहतक

बीते खरीफ सीजन में करीब तीन हजार बीमित किसानों की फसलें नष्ट हो गई थी। किसानों ने क्लेम के लिए बीमा कम्पनी में दावा किया। लेकिन अभी तक कम्पनी ने क्लेम नहीं दिया है। जबकि अब पिछले दिनों हुई बेमौसमी भारी बारिश से रबी भी चौपट हो गई है। नुकसान भरपाई के लिए 461 किसानों ने कृषि एवं किसान कल्याण विभाग में आवेदन जमा करवा चुके हैं।

इन किसानों को बीमा कम्पनी कब क्लेम का पैसा देगी, यह फिलहाल तक पता नहीं है। क्योंकि कम्पनी ने अभी तक रबी का भुगतान भी नहीं किया है। कम्पनी द्वारा रबी के नुकसान का आकलन करवा लिया गया है। लेकिन क्लेम देने में महीने लगा दिए जाते हैं। जिसकी वजह से फसल बीमा योजना से किसानों को कोई खास लाभ नहीं मिल पा रहा है। इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है जो किसान कर्जदार हैं, उनकी ही फसलों का बैंक प्रबंधन बीमा करते हैं। किसान स्वेच्छा बीमा कम करवाते हैं। रबी 2020-21 में जिले में कुल 14877 किसानों ने अपनी फसल बीमित करवाई। इसमें से 14127 ऐसे किसान थे, जिन्होंने बैंकों से कर्ज लेकर खेती-किसानी की हुई थी। इन किसानों की फसल का बैंकों ने स्वत: बीमा कर दिया। ध्यान रहे कि इसी सीजन में स्वेच्छा से केवल 750 किसानों ने अपनी फसल बीमित करचाई है।

खरीफ में बाजरा, कपास और दूसरी फसलें बरसाती जलभराव से नष्ट हुई। जिन किसानों की फसलें बीमित थी, उन्होंने सितम्बर और अक्टूबर में क्लेम के लिए कृषि एवं किसान कल्याण विभाग में आवेदन जमा करवा दिए। इसके बाद विभाग ने इन आवेदनों को बीमा कम्पनी के पोर्टल पर अपलोड करवा दियास। यह कार्य पूरे होने के 10-12 दिन बाद बीमा कम्पनी और कृषि विभाग ने संयुक्त सर्वे करके यह आकलन किया कि फसल में कितने प्रतिशत नुकसान हुआ है। लेकिन इसके बाद भी कम्पनी किसानों को क्लेम देने में महीनों लगा देती हैं। कई बार किसानों को क्लेम के लिए साल भरतक का इंतजार करना पड़ता है।

यह कहा किसानों ने

गांव पोलंगी, रूड़की और किलोई के किसान रणधीर सिंह, राजबीर सिंह, निरंजन, संजय, धर्मवीर, विनोद और रणसिंह का कहना है कि अब तक उन्हें खरीफ 2021 का मुआवजा बीमा कम्पनी ने नहीं दिया है। किसानों ने कहा कि कम्पनी क्लेम देने में महीनों लगा देती है। तब तक किसान आर्थिक रूप से काफी परेशान हो चुका होता है। इधर कृषि एवं किसान कल्याण विभाग का कहना है कि करीब 800 किसानों के खातों में बीमा कम्पनी क्लेम जमा करवा चुकी है। गांव सुंडाना के किसान अमरजीत सिंह, दलेल ढाका, सुरेंद्र सिंह, सुनील, विनोद फौजी और नरेश ढाका का कहना है कि हर सीजन में जलभराव होने से फसलें खराब होती हैं। बीते दिनों हुई बारिश से गेहूं में जलभराव हो गया। फसल बचेगी नहीं। क्योंकि पानी ज्यादा है। किसानों का कहना है कि लगातार भूजल स्तर बढ़ रहा है। इसलिए सरकार ने कोई ठोस योजना इसको लेकर शुरू करनी चाहिए।

पैसे जमा करवाने किए शुरू

कम्पनी ने किसानों के खातों में क्लेम का पैसा जमा करवाना शुरू कर दिया है। जिन किसानों के नुकसान का सर्वे हुआ था, उनके खातों में राशि जमा हो चुकी है। पैदावार कम होने का क्लेम देने की प्रक्रिया अभी जारी है। -विनोद हुड्डा, सहायक सांख्यिकी अधिकारी एवं नोडल अफसर फसल बीमा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग रोहतक

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