अब तक नहीं मिले हैं मंडियों में 21 मार्च से फसल खरीद के आदेश, MSP से अधिक रेट में बिक रही सरसों

अब तक नहीं मिले हैं मंडियों में 21 मार्च से फसल खरीद के आदेश, MSP से अधिक रेट में बिक रही सरसों
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डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने गत सात मार्च को एक बयान दिया था कि अबकी बार मंडियों में 28 मार्च नहीं, बल्कि 21 मार्च से शुरू की जाएगी। लेकिन अब तक मार्केट कमेटी कार्यालयों में इस आदेश संबंधित को लिखित आदेश नहीं पहुंचा है।

हरिभूमि न्यूज : नारनौल

बेशक से डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने विधानसभा बजट के दौरान रबी फसलों की सरकारी समर्थन मूल्य पर खरीद 28 मार्च की बजाए 21 मार्च करने की घोषणा कर दी है, लेकिन अब तक मार्केट कमेटी कार्यालयों में इस आदेश संबंधित को लिखित आदेश नहीं पहुंचा है। इस कारण मंडी अधिकारी अभी तक 28 मार्च को ही लक्ष्य बनाकर तैयारियां कर रहे हैं। रबी फसल की खरीद जिले की सभी छह मंडियों में की जाएगी।

उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार द्वारा रबी व खरीफ दोनों ही सीजन के दौरान किसानों की फसलें सरकारी समर्थन मूल्य पर खरीद करती है। विगत वर्षों में रबी सीजन के तहत सरसों, गेहूं, जौ एवं चना आदि फसलों की सरकारी समर्थन मूल्य पर खरीद करने के लिए एक अप्रैल से खरीद की जाती रही है, लेकिन अबकी प्रदेश सरकार ने 28 मार्च से खरीद चालू करने के आदेशित पत्र विभिन्न जिलों की मंडियों में अधिकारियों को जारी कर दिए। मगर इन आदेशों के बाद डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने गत सात मार्च को एक ब्यान दिया कि अबकी बार मंडियों में 28 मार्च नहीं, बल्कि 21 मार्च से शुरू की जाएगी। इतना ही नहीं, उन्होंने विधानसभा बजट सत्र के दौरान भी इस बात को दोहराया, लेकिन कमाल की बात है कि अब तक करीब पांच दिन बीत चुके हैं, लेकिन मंडियों में स्थित मार्केट कमेटी कार्यालयों में 21 मार्च से खरीद चालू करने का नया आदेश पत्र ही नहीं पहुंचा है। इस कारण अधिकारी 21 मार्च की बजाए 28 मार्च के आदेशों मुताबिक खरीद की तैयारियां कर रहे हैं।

जिले की सभी छह मंडियों में होगी खरीद

रबी फसल जिले की सभी छह मंडियों में खरीद की जाएगी। इनमें नारनौल मंडी के अलावा महेंद्रगढ़, अटेली, कनीना, नांगल चौधरी व सतनाली मंडियां शामिल हैं। इन सभी मंडियों में सरकारी समर्थन मूल्य पर खरीद की जाएगी।

दो एजेंसी हैं नियुक्त

रबी फसलों की समर्थन मूल्य पर खरीद करने के लिए जिले में दो एजेंसियों हैफेड एवं वेयर हाउस द्वारा सरसों, गेहूं एवं चना आदि की खरीद की जाएगी। सरसों एवं गेहूं जहां सभी छह मंडियों में खरीदा जाएगा, वहीं समर्थन मूल्य पर चना सतनाली, नांगल चौधरी व नारनौल में खरीदा जाएगा।

यह रखा गया है रेट

सरकार ने इस बार समर्थन मूल्य पहले ही जारी कर दिया है, जिसके मुताबिक सरसों 5050 रुपये, गेहूं 2015 रुपये, चना 5230 रुपये तथा जौ 1635 रुपये प्रति क्विंटल खरीद जाएगा।

रेट ज्यादा सरकारी खरीद रह सकती है बंद

मंडियों में आजकल रबी फसल का दाम सरकारी समर्थन मूल्य से ज्यादा बना हुआ है। सरसों जहां करीब 6000 एवं गेहूं 2400 रुपये प्रति क्विंटल पर बना हुआ है। शादी-विवाह के चलते चना भी उछाल लिए हुए है। इस कारण किसान सरकार की बजाए मंडी में व्यापारियों को ही बेचना पसंद कर सकते हैं तथा सरकारी खरीद बंद रह सकती है।

सरकारी खरीद की कर रहे तैयारी

मार्केट कमेटी की सचिव नुकुल यादव ने बताया कि कार्यालय में अब तक केवल 28 मार्च से खरीद चालू करने के आदेश आए हुए हैं। 21 मार्च का ब्यान तो आया था, लेकिन आदेश नहीं पहुंचे हैं। वैसे भी इलाके में अभी सरसों व गेहूं की कटाई ही शुरू नहीं हुई है। इस कारण और भी देरी हो सकती है। जबकि मंडियां खरीद के लिए तैयार हैं।

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