भालू, शेर और पैंथर को गर्मी से बचाने के लिए छूटे चिड़ियाघर प्रशासन के पसीने, बाड़े में लगाए गए कूलर

हरिभूमि न्यूज : भिवानी
अप्रैल माह के शुरूआत में शुरू हुई मई जैसी गर्मी ने जहां आम जन जीवन प्रभावित कर दिया है तो वहीं दूसरी तरफ बेजुबानों को गर्मी से बचाने के लिए सामाजिक संस्थाओं ने भी अपना अभियान शुरू कर दिया है। दुकान हो या घर हर जगह कूलर और एसी चलने शुरू हो गए हैं इसके बावजूद लोगों के लिए गर्मी परेशानी का कारण बनी हुई है। सड़क पर चलने वाले बेसहारा पशु दोपहर के समय जहां छांव की तलाश में भटकते रहते हैं तथा पक्षी पेड़ों पर दुबके रहते हैं तो अब चिड़ियाघर प्रशासन ने भी चिड़ियाघर में रहने वाले पशु व पक्षियों को गर्मी से बचाने के लिए मुस्तैद हो गया है। चिड़ियाघर की शान भालू, पैंथर, व शेर, शेरनी के बाड़े में कूलर की व्यवस्था कर दी गई है तो वहीं पक्षियों को गर्मी से बचाने के लिए उनके पिंजरों को हरे रंग के पर्दों से कवर कर दिया गया है ताकि सीधी धूप पिंजरे के अंदर न जाए। हालांकि पिंजरों के आस पास बड़े बड़े पेड़ दिन भर छांव बनाकर रखते हैं लेकिन फिर भी पक्षियों को परेशानी न हो इसके लिए चिड़ियाघर प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है।
चिड़ियाघर की शान शेर, भालू, पैंथर व अन्य पक्षियों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए तीसरी लहर के दौरान एक बार फिर से आम पब्लिक के लिए बंद कर दिया गया था। अब जब सभी गाइडलाइन सरकार द्वारा वापस ले ली गई है तो उम्मीद है कि जल्द से ही शहर के लोग फिर से चिड़ियाघर में जाकर शेर की दहाड़, मगरमच्छों की अठखेलियां व विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों का दीदार कर सकेंगे। दूसरी लहर के बाद जब कोरोना संक्रमण कम हुआ था तो एक बार चिड़ियाघर को खोल दिया गया था तथा आए दिन लोग अपने बच्चों को लेकर चिड़ियाघर जा रहे थे। अब जो लोग चिड़ियाघर पहुंच रहे हैं उन्हें मायूसी हाथ लग रही है तथा जल्द ही उनकी मायूसी दूर हो सकती है।
गर्मी का आलम कितना है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मई माह में 40 डिग्री से अधिक होने वाला तापमान अप्रैल माह के शुरू में ही इस स्तर पर पहुंच गया है। सोमवार को अधिकतम तापमान 41 डिग्री दर्ज किया गया। गर्मी के साथ साथ चलने वाली गर्म हवाओं ने लोगों को लू का अहसास अभी से करवाना शुरू कर दिया है तथा चिकित्सकों ने भी बढ़ती गर्मी को देखते हुए अधिक से अधिक तरल पदार्थ का सेवन करने की सलाद दे रहे हैं ताकि डिहाइड्रेशन जैसी समस्या का सामना न करना पड़े।
हर तरह से रखा जा रहा है ध्यान
इस बारे में वन्य जीव निरीक्षक ज्योति कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि भालू, पैंथर व लायन के बाड़े में कूलर लगा दिए गए हैं ताकि उन्हें गर्मी से परेशान न होना पड़े। इसके साथ साथ पक्षियों के लिए जो पिंजरे लगाए गए हैं उन्हें भी पर्दों से कवर कर दिया गया है ताकि धूप सीधी पिंजरे में न जाए और पक्षियों को परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि जैसे ही विभाग की तरफ से चिड़ियाघर को खोलने के आदेश आएंगे तो चिड़ियाघर आम पब्लिक के लिए खोल दिया जाएगा।
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