मेरा पानी मेरी विरासत योजना का लाभ लेने के लिए 25 जून तक करवाना होगा पंजीकरण

मेरा पानी मेरी विरासत योजना का लाभ लेने के लिए 25 जून तक करवाना होगा पंजीकरण
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यह योजना गत वर्ष भी लागू की गई थी तथा हरियाणा राज्य में लगभग एक लाख एकड़ धान की फसल का वैकल्पिक फसलों में विविधिकरण किया गया था। इस वर्ष राज्य में दो लाख एकड़ का लक्ष्य रखा गया है।

हरिभूमि न्यूज. फतेहाबाद

हरियाणा राज्य के गिरते भूजल को बचाने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा इस वर्ष भी फसल विविधिकरण योजना मेरा पानी मेरी विरासत को लागू रखने की स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। यह योजना गत वर्ष भी लागू की गई थी तथा हरियाणा राज्य में लगभग एक लाख एकड़ धान की फसल का वैकल्पिक फसलों में विविधिकरण किया गया था। इस वर्ष राज्य में दो लाख एकड़ का लक्ष्य रखा गया है।

उपायुक्त महावीर कौशिक ने बताया कि जिला फतेहाबाद में मक्का (200 एकड़), कपास (21000 एकड़), दालें (40 एकड़), खरीफ तिलहन (140 एकड़), चारा/खाली (1000 एकड़) फल/सब्जी (1875 एकड़) के हिसाब से कुल 24255 एकड़ का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस स्कीम के तहत जो किसान धान की फसल को छोड़कर उसकी जगह उसी क्षेत्र में कपास, मक्का, अरहर, मंूग, मोठ, उड़द सोयाबीन, चारा, ग्वार, तिल, मूंगफली, फल व सब्जियों की काश्त करेगा उसे 7000 रुपये प्रति एकड़ की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।

उन्होंने बताया कि जिन किसानों ने खरीफ 2020 के दौरान इस स्कीम का लाभ उठाया था वे अगर इस वर्ष भी उसी क्षेत्र में फसल विविधिकरण करते हैं तो वे सभी किसान इस स्कीम के पात्र होगें। जिन किसानों ने खरीफ 2020 में जिस क्षेत्र में धान लगाया था व इस वर्ष उस क्षेत्र को खाली छोड़ देते है तो वे किसान भी इस स्कीम के पात्र होगंे। वे सभी किसान जो स्कीम का लाभ लेना चाहते हैं, उन्हे कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा संचालित मेरा पानी मेरी विरासत पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवाना अनिवार्य होगा। सभी पात्र किसानों का फसल बीमा, जो फसलें प्रधानमन्त्री फसल बीमा योजना के तहत आती है, सरकार द्वारा मुफ्त करवाया जाएगा। जिन फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य सरकार द्वारा निर्धारित किया जाता है उन सभी फसलों की खरीद सरकार द्वारा की जाएगी।

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