Tokyo Olympics: रवि दहिया के पिता ने सरकार से की यह मांग

Tokyo Olympics: रवि दहिया के पिता ने सरकार से की यह मांग
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गांव नाहरी में लाेगों ने अपने लाडले का पूरा मैच टीवी पर लाइव देखा और हर दांव पर नजर रखी। रवि का मैच देख रहे कुछ एक्सपर्ट ने रैफरी के निर्णयों पर भी सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि जिस मौके पर रवि को अंक मिलने चाहिए थे, वहां पर नहीं दिए गए।

हरिभूमि न्यूज. सोनीपत

टोक्यो ओलंपिक ( Tokyo Olympics) में सोनीपत के धाकड़ छोरे रवि दहिया ( Ravi Dahiya ) ने फाइनल में रूस के पहलवान को कड़ी टक्कर दी, लेकिन वे मैच हार गए। पुरुषों के फ्रीस्टाइल 57 किग्रा फाइनल में जावुर युगुऐव ने रवि को 7-4 से हराकर गोल्ड मैडल जीत लिया और रवि को सिल्वर मेडल ( Silver Medal ) पर संतोष करना पड़ा। इधर, रवि के गांव नाहरी में फाइनल मैच को लेकर पहले दिन से पूरी उत्सुकता थी। ग्रामीणों ने अपने लाडले का पूरा मैच टीवी पर लाइव देखा और हर दांव पर नजर रखी। रवि का मैच देख रहे कुछ एक्सपर्ट ने रैफरी के निर्णयों पर भी सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि जिस मौके पर रवि को अंक मिलने चाहिए थे, वहां पर नहीं दिए गए। रवि की हार पर उसके परिजनों ने कहा कि उन्हें अपने लाडले से स्पर्ण पदक की उम्मीद थी, लेकिन हार-जीत खेल का हिस्सा है। चांदी भी कम नहीं है। पहली बार गांव के किसी पहलवान ने ओलिम्पिक में ढंका बजाया है।

गांव में इंडोर स्टेडियम की घोषणा, ग्रामीण खुश

रवि के रजत पदक जीतने पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ( Cm Manohar lal) ने 4 करोड़ नकद, वन क्लास नौकरी व हुडा में कहीं भी 50 प्रतिशत की छूट पर प्लाट की घोषणा के साथ ही गांव के लिए भी एक खास घोषणा की है। सीएम ने कहा कि गांव नाहरी में रैसलिंग का इंडोर स्टेडियम बनाया जाएगा, जिससे नाहरी व आसपास के गांवों के बालक यहां पर अभ्यास कर सके और खुद की प्रतिभा को तराश सके। ग्रामीणों राकेश व मुकेश दहिया ने कहा कि गांव लंबे समय से खेल सुविधाओं की दरकार थी, जिसे अब मुख्यमंत्री ने पूरा कर दिया है। गांव के उभरते हुए खिलाड़ियों को इससे काफी मदद मिलेगी। वहीं कई ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से मांग की कि गांव की अन्य समस्याओं की ओर भी ध्यान दिया जाए।

घोषणाएं अच्छी, लेकिन बिजली-पानी पर ध्यान दे सरकार

सरकार की घोषणाओं को लेकर रवि के पिता राकेश दहिया ने कहा है कि सरकार ने उनके लिए काफी अच्छा कर दिया लेकिन गांव की दूसरी समस्याओं को लेकर भी सरकार को यहां पर काम करना चाहिए। गांव में बिजली-पानी की काफी समस्या है, जिसकी ओर भी सरकार को ध्यान देना चाहिए चाहिए सभी ग्रामीणों की परेशानी दूर हो सके। रवि के पिता ने कहा कि रवि के स्वागत को लेकर गांव जो निर्णय लेगा, उसी के अनुसार कार्यक्रम किया जाएगा। उन्होंने बताया कि रवि की जीत पर वे बेहद खुश हैं और उम्मीद करते हैं कि आगामी ओलिम्पिक में उनका बेटा सोना लेकर आएगा।

महिलाओं ने किया रवि दहिया की मां को सम्मानित

रवि की जीत पर गांव नाहरी ही नहीं बल्कि पूरे जिले में उत्सव सा माहौल है। वीरवार को मैच खत्म होने के बाद अनेक सामाजिक महिला कार्यकताओं ने रवि के घर पहुंचकर माला से सम्मानित किया। साथ ही विधायक बडौली, मेयर निखिल मदान व अन्य ने रवि के पिता राकेश, मां उर्मिला व दादी सावित्री को सम्मानित किया और कहा कि रवि के लिए उसके परिवार ने जो मेहनत की है, उसी का परिणाम है कि रवि ने पूरी दुनिया में उनका नाम रोशन कर दिया।


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