वेस्टर्न डेडिकेटिड फ्रेट कॉरिडोर का ट्रायल जल्द, अगले सप्ताह तावडू तक शुरू हो जाएगा रेलमार्ग

रेवाड़ी: मुंबई के जवारलाल नेहरू पोर्ट से उत्तर प्रदेश के दादरी तक 1504 किलोमीटर लंबे वेस्टर्न डेडिकेटिड के बचे हुए हिस्से पर मालगाड़ियों का आवागमन जल्द शुरू होने की उम्मीद है। रेवाड़ी व तावडू के बीच 25 जनवरी को मालगाड़ियों का ट्रायल शुरू होने जा रहा है। इसके बाद इस मार्ग पर फरवरी में मालगाड़ियों का संचालन नियमित हो जाएगा। इस फ्रेट कॉरिटोर के शुरू होने से रेवाड़ी, गुरूग्राम, पलवल व फरीदाबाद के उद्योगपतियों के लिए माल ढुलाई का कार्य सुगम और सस्ता हो जाएगा।
इस कॉरिडोर को रेवाड़ी से यूपी के दादरी को जोड़ने के लिए ट्रैक निर्माण का कार्य काफी समय से चल रहा था। मुंबई से महेंद्रगढ़ के अटेली तक वेस्टर्न डेडिकेटिड रेल फ्रेट कॉरिडोर का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत वर्ष ही किया था। अभी तक रेवाड़ी से सोहना-तावडू के बीच रेल लाइन की कनेक्टिविटी नहीं थी। रेल फ्रेट कॉरिडोर का निर्माण कराने के लिए डेडिकेटिड फ्रेट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ने सोहना के निकट पहाड़ काटकर करीब एक किलोमीटर लंबी सुरंग का निर्माण कराना पड़ा। नूंह के रोजका मेव की दिशा में कॉरिडोर की लाइनें बिछाने के लिए पुल का निर्माण कराया जा चुका है। ब्रिज को सीधे सुरंग से जोड़कर रेलवे ट्रेक बिछाने का कार्य पूरा किया जा चुका है।
मंडी अटेली व दिल्ली के बीच वेस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर का निर्माण होने के बाद गुरूग्राम के कंटेनर डिपो तक ट्रायल भी हो चुका है। तावडू से रेवाड़ी के बीच बना कॉरिडोर दिल्ली लाइन को भी कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। इस कॉरिडोर पर डबल केंटेनर वाली माल वाहक ट्रेनें 100 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ेंंगी, जिससे उद्योगपतियों के लिए ट्रांसपोर्टेशन सस्ता और सुगम हो जाएगा। उन्हें सड़क यातायात से माल भेजना और मंगवाना रेल यातायात के मुकाबले काफी महंगा पड़ता है। किराए में बचत के लिए कंटेनर की जगह माल से भरे ट्रकों को भी इसी कॉरिडोर से लाया और ले जाया जा रहा है।
कई जिले की औद्योगिक यूनिटों को लाभ
इस कॉरिडोर के शुरू होने के बाद रेवाड़ी से लेकर यूपी के दादरी तक कई औद्योगिक यूनिटों के लिए ट्रांसपोर्टेशन काफी आसान हो जाएगा। रेवाड़ी व गुरूग्राम के ऑटो उद्योग को इससे बड़ा फायदा होने की उम्मीद है। इन उद्योगों के लिए कच्चे माल की सप्लाई और तैयार उत्पाद का मुंबई पोर्ट केंद्र बना हुआ है। दादरी और रेवाड़ी के बीच कॉरिडोर की लंबाई 141 किलोमीटर है। फिलहाल तावडू तक मालगाड़ियों का आवागमन फरवरी माह में नियमित रूप से शुरू हो जाएगा। बिजली की लाइनें बिछाने का कुछ कार्य सोहना के आसपास तीव्र गति से चल रहा है, जबकि अन्य हिस्से में यह कार्य पूरा हो चुका है।
ट्रैकों से मालगाड़ियों का दबाव होगा कम
वेस्टर्न डेडिकेटिड रेल फ्रेट कॉरिडेर के पूरी तरह चालू होने के बाद सामान्य रेल लाइनों से मालगाड़ियों का दबाव काफी कम हो जाएगा। दिल्ली-जयपुर के बीच रेल मार्ग पर रेलवे क्रॉसिंग के ओवरब्रिज की ऊंचाई कम होने के कारण इस ट्रैक से डबल कंटनेर वाली मालगाड़ियों का निकलना मुमकिन नहीं है। इसी कारण वाया रिंगस डबल कंटनेर वाली ट्रेनों को निकाला जा रहा है। इससे सामान्य ट्रैक पर यात्री गाड़ियों का परिचालन प्रभावित होता है। मालगाड़ियों की अधिकता के बाद यात्रा ट्रेनों को क्रॉसिंग के लिए इंतजार भी करना पड़ता है। फ्रेट कॉरिडोर के पूरी तरह चालू होने के बाद सामान्य ट्रैक अधिकतर यात्री ट्रेनों के लिए ही इस्तेमाल हो सकेंगे।
हो चुकी ट्रैक की टेस्टिंग
वेस्टर्न डेडिकेटिड फ्रेट कॉरिडोर पर रेवाड़ी और न्यू तावडू के बीच मालगाड़ियों का संचालन 31 जनवरी से शुरू हो जाएगा। इसके लिए 25 जनवरी से ट्रायल रन शुरू करवाया जा रहा है। रेल लाइनों का पूरी तरह निरीक्षण कर लिया गया है। ट्रैक टेस्टिंग पूरी तरह सफल रहा है -आरके जैन, एमडी, डीएफसीसीआईएल
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