हिसार : गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ने बनाईं दो विशेष डिवाइस, आस्ट्रेलिया से पेटेंट मिला

हिसार। गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय (Guru Jambheshwar University) के इलेक्ट्रोनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग के सहायक प्रोफेसर इंजीनियर सरदूल सिंह द्वारा दो विशेष डिवाइस (Special device) तैयार की गई हैं। इन दोनों इलेक्ट्रोनिक्स डिवाइसों को आस्ट्रेलिया से पेटेंट (Patent from australia) मिला है। यह विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रोनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग के पहले पेटेंट है। पहला पेटेंट कोविड-19 महामारी से उत्पन्न परिस्थितियों का सामना करने के लिए अत्यंत उपयोगी है, जबकि दूसरा पार्किंग स्पेस व्यवस्था से सम्बंधित है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार व कुलसचिव प्रो. हरभजन बंसल ने इंजीनियर सरदूल सिंह को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है।
इलेक्ट्रानिक सामान को सेनिटाइज करने में सहायक
इंजीनियर सरदूल सिंह की डिवाइस मनुष्य के साथ उसके पास इलेक्ट्रोनिक व अन्य सभी प्रकार के सामान को भी सेनिटाइज करने में सहायक होगी। उन्होंने बताया कि आमतौर पर व्यक्ति अपने हाथ व शरीर का तो ख्याल रखता है, लेकिन वह अपने साथ मोबाइल, पर्स, घड़ी तथा अन्य बहुत सा जरूरत का सामान लेकर भी चलता है। यह सामान कोरोना वायरस के फैलाव में बड़ी भूमिका निभा रहा है। यह डिवाइस सामान को पेराबेंगनी किरणों से तथा व्यक्ति को रसायनयुक्त सेनिटाइजर कोरोना वायरस से मुक्त करेगी। इस डिवाइस का हवाई अड्डों, बस अड्डों, रेलवे स्टेशन तथा अन्य सार्वजनिक स्थलों पर सर्वाधिक उपयोग किए जाने की संभावना है।
एंटीना सर्वर को देगा पार्किंग की खाली जगह जानकारी
इंजीनियर सरदूल सिंह ने बताया कि दूसरी डिवाइस बड़े शहरों तथा अन्य किसी बड़े आयोजन के दौरान पार्किंग व्यवस्था के लिए अत्यंत उपयोगी है। डिवाइस के एंटीना पार्किंग स्थल पर फिट होंगे तथा पार्किंग स्थल से जुड़ी जानकारी सर्वर तक पहुंचाएंगे। एंटीना स्वत: ही जगह के खाली होने की जानकारी सर्वर तक पहुंचाएंगे। एंटीना आने वाले वाहनों की जानकारी भी देंगे और वाहनों की सुरक्षा भी सुनिश्चित करेंगे। वाहन से छेड़छाड़ होने पर चालक को संदेश भी पहुंचाया जाएगा। वाहन चालक को पार्किंग स्थल में प्रवेश करते ही वाहन चालक को पार्किंग स्थल पर उपलब्ध स्थान की न केवल जारकारी मिलेगी बल्कि वाहन चालक को जीपीएस के माध्यम से एक मार्गदर्शक की भांति उपलब्ध पार्किंग स्थान तक भी ले जाया जाएगा। इसके लिए वाहन चालक को एक निश्चित एप से जुड़ा होना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि वे दो सालों से इस दिशा में काम कर रहे थे।
दोनों ही पेटेंट अति उपयोगी
दोनों ही पेटेंट समाज व राष्ट्र के लिए अति उपयोगी हैं। यह विश्वविद्यालय के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धि है। ये पेटेंट हमारे विश्वविद्यालय की विश्वस्तरीय शोध व्यवस्था को स्थापित करते हैं। इन्हें आगे काम करने के लिए प्रेरित किया जाएगा तथा पर्याप्त सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी। - प्रो. टंकेश्वर कुमार, कुलपति, गुजवि।
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