उदयभान बनाए गए हरियाणा कांग्रेस के नए अध्यक्ष, इन लोगों को मिली कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी

उदयभान बनाए गए हरियाणा कांग्रेस के नए अध्यक्ष, इन लोगों को मिली कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी
X
जितेंद्र भारद्वाज, रामकिशन गुर्जर, श्रुति चौधरी, सुरेश गुप्ता को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है।

कांग्रेस ने हरियाणा में बड़ा बदलाव करते हुए उदय भान को नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। जितेंद्र भारद्वाज, रामकिशन गुर्जर, श्रुति चौधरी, सुरेश गुप्ता को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। वहीं कुमारी शैलजा ने हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त किए जाने पर उदय भान और सभी कार्यकारी अध्यक्षों बधाई और शुभकामनांए देते हुए कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप सभी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी एक मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाएगी और जनता की आवाज को पुरजोर तरीके से उठाएगी। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने ट्वीट करते हए लिखा यह फैसला हरियाणा कांग्रेस संगठन को मजबूती प्रदान करेगा।

बता दें कि दलित परिवार में जन्में उदय भान स्वर्गीय चौधरी गया लाल के पुत्र हैं। उदय भान पलवल जिले के होडल व हसनपुर सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र से तीन बार विधायक रह चुके हैं। वहीं उदय भान के पिता स्वर्गीय चौधरी गया लाल भी दो बार विधायक रह चुके हैं। 2019 के विधानसभा चुनाव में उदय भान हार गए थे।

2005 से राजनीति में सक्रिय हैं श्रुति चौधरी

वहीं लौह पुरुष पूर्व सीएम स्व. बंसीलाल की पौत्री,पूर्व कृषिमंत्री स्व. सुरेंद्र सिंह की बेटी एव पूर्व सीएलपी लीडर किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी को कांग्रेस हाईकमान ने कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी देकर पार्टी में सतुंलन बनाने का प्रयास किया। चूंकि श्रुति चौधरी को अपने दादा स्व. बंसीलाल, पिता स्व. सुरेंद्र सिंह व माता किरण चौधरी से सीखी राजनीति का लंबा अनुभव है। चूंकि पिता स्व. सुरेंद्र सिंह के निधन के बाद वर्ष 2005 में श्रुति चौधरी ने सक्रिय राजनीति मे कदम रखा। कड़ी मेहनत व दादा व पिता के नाम की बदोलत वर्ष 2009 में भिवानी महेंद्रगढ लोकसभा से चुनाव जीतकर देश की सबसे बड़ी पंचायत में पहुंची। उस वक्त संसदीय क्षेत्र में श्रुति चौधरी ने जबरदस्त विकास कार्य करवाए। पर वर्ष 2014 व 2019 में संसदीय क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन नहीं कर पाई। हालांकि चुनाव न जीत पाने के बाद लगातार अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों की जनता की मांग व समस्याएं उठाती रही है। लोगों के हर दुख व सुख में जनता के बीच रहना इनका खासियत है। इनका जन्म वर्ष 1975 में हुआ था और वे एलएलबी करके राजनीति में आई।

दो बार नारायणगढ़ से विधायक रह चुके हैं रामकिशन गुर्जर, सुसाइड केस में हो गई थी सजा

अंबाला जिले नारायणगढ़ विधानसभा से लगातार दो बार विधायक रहे रामकिशन गुर्जर को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। गुर्जर की नियुक्ति से उनके समर्थकों में खुशी की लहर है। गुर्जर तत्कालीन कांग्रेस सरकार में मुख्य संसदीय सचिव भी रह चुके हैं। आत्महत्या से जुड़े एक मामले में सजा होने की वजह से रामकिशन गुर्जर पिछला विधानसभा चुनाव नहीं लड़ पाए थे। तब कांग्रेस की ओर से उनकी पत्नी शैली चौधरी को नारायणगढ़ से चुनाव मैदान में उतारा था। अब उनकी पत्नी ही नारायणगढ़ से विधायक हैं। कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बनने से पहले रामकिशन गुर्जर पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री रही कुमारी सैलजा के राजनैतिक सलाहकार भी हैं। कुमारी सैलजा की सिफारिश पर ही रामकिशन गुर्जर को नई जिम्मेदारी दी गई है। रामकिशन से पहले इनके पिता लाल सिंह भी नारायणगढ़ से विधायक रह चुके हैं। इसके साले भी कालका से मौजूदा विधायक हैं। जून 2009 में पत्रकार पंकज खन्ना आत्महत्या प्रकरण में पूर्व सीपीएच रामकिशन गुर्जर व उसके सहयोगियों अजीत अग्रवाल व विजय को चार- चार साल के कारवास की सजा हो चुकी है। इसी वजह से रामकिशन को काफी दिन तक जेल में रहना पड़ा था। सजा होने की वजह से रामकिशन को पिछले विस चुनाव में पार्टी की टिकट नहीं मिल पाई थी। मगर कांग्रेस ने गुर्जर की जगह उनकी पत्नी शैली चौधरी को मैदान में उतारकर बाजी मार ली थी।

सुरेश गुप्ता ने राजनीतिक करियर की शुरुआत सरपंच बनकर शुरू की थी

वहीं कांग्रेस के नवनियुक्त कार्यकारी अध्यक्ष सुरेश गुप्ता मूल रूप से पानीपत के गांव मतलौडा के मूल निवासी हैं और गांव की ही अनाज मंडी में उनकी आढ़त की दुकान है। सुरेश गुप्ता, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौ. भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पूर्व मंत्री बीरेंद्र सिंह के खेमों में रहे हैं। सुरेश गुप्ता ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत अपने गांव मतलौडा के सरपंच बनकर शुरू की थी। गुप्ता पानीपत जिला परिषद के भी सदस्य रहे हैं। इसके अलावा गुप्ता कांग्रेस के पानीपत और करनाल के भी जिलाध्यक्ष रहे हैं। गुप्ता ने कांग्रेस सेवा दल के प्रदेश अध्यक्ष की भी कमान संभाल चुके है। वर्तमान में सुरेश गुप्ता कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला के खेमे में माने जाते हैं। वहीं बता दें सुरेश गुप्ता ने साल 2000 के विधानसभा चुनाव में करनाल विधानसभा से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था और 5500 वोट मिले थे । 2014 में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के खिलाफ करनाल विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था।



Tags

Next Story