अनियंत्रित कार ने पहले बुजुर्ग महिला को रौंदा, फिर 15 साल के मासूम को भी कुचला

अनियंत्रित कार ने पहले बुजुर्ग महिला को रौंदा, फिर 15 साल के मासूम को भी कुचला
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जानकारी के अनुसार एमसी कॉलोनी निवासी 62 वर्षीय वृद्धा विजय मांगी किसी काम से सुखदा अस्पताल के सामने से जा रही थी। इस दौरान तेजगति से आ रहे कार चालक ने वृद्धा को जोरदार टक्कर मारी। जिससे महिला की मौके पर ही मौत हो गई।

हिसार। दिल्ली रोड पर रविवार की तड़के दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। कार चालक ने निजी अस्पताल के पास एक वृद्धा को कुचल (Crushed) दिया। इसके बाद वह तेजी रफ्तार से गाड़ी दौड़ाते हुए कैंप चौक पर तरफ आया और वहां उसने 15 साल के एक मासूम को रौंद डाला। चालक का गाड़ी पर कोई नियंत्रण नहीं था और उसने गाड़ी बिजली के खंभों में ठोक दी।

इसके बाद कार चालक मौके से फरार हो गया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन में जुट गई। दोनों शवों का नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम किया गया। यहां बता दें कि शहर के बीचों-बीच यह दर्दनाक हादसा उस समय हुआ जब पुलिस पूरी रात नाइट डोमिनेशन (Night domination) पर थी। पुलिस नाइट डोमिनेशन के बाद जाकर सो गई और कार चालक दो परिवारों को उमभर का जख्म दे गया।

जानकारी के अनुसार एमसी कॉलोनी निवासी 62 वर्षीय वृद्धा विजय मांगी किसी काम से निजी अस्पताल के सामने से जा रही थी। इस दौरान तेजगति से आ रहे कार चालक ने वृद्धा को जोरदार टक्कर मारी। जिससे महिला की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद कार चालक हड़बड़ी में गाड़ी को और तेज रफ्तार से भगाता हुआ डाबडा चौक ओवरब्रिज से कैंप चौक की तरफ बढ़ने लगा।

प्रत्यक्षदार्शियों के अनुसार कार चालक का गाड़ी पर कोई नियंत्रण नहीं था। कार चालक ने कैंप चौक पर अपने दोस्त की इंतजार में खड़े न्यू मॉडल टाउन निवासी साइकिल सवार 15 वर्षीय जतिन को कुचल डाला। चालक ने फिर गाड़ी भागने की कोशिश की तो कैंप पर उसकी गाड़ी बिजली के खंभों से टकराकर बंद हो गई।

इसके बाद कार चालक गाड़ी को मौके पर ही छोड़कर फरार हो गया। हादसे की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई और छानबीन में जुट गई। पुलिस कैंप के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है, ताकि आरोपित कार चालक का पता लगाया जा सके। उधर, मृतक वृद्धा और बच्चे का नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम किया गया।

बॉक्सर बनना जाता था जतिन

बताया जाता है कि 15 वर्षीय जतिन का सपना अंतरराष्ट्रीय स्तर का मुक्केबाज बनने का था। वे रोजाना की तरह रविवार की सुबह भी अपने दोस्त के साथ महाबीर स्टेडियम जाने के लिए कैंप चौक पर साइकिल उसकी प्रतीक्षा कर रहा था, लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था।





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