रोजगार की मांग को लेकर बेरोजगार युवा 27 अक्टूबर से निकालेंगे पैदल मार्च

रोजगार की मांग को लेकर बेरोजगार युवा 27 अक्टूबर से निकालेंगे पैदल मार्च
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फतेहाबाद के पटवार भवन में रोजगार अधिकार पंचायत का आयोजन कर निर्णय लिया गया। हरियाणा के बेरोजगार युवा 27 अक्टूबर से 1 नवंबर तक उचाना से करनाल तक स्थाई रोजगार के सवाल पर पैदल मार्च करेंगे और 1 नवंबर को आक्रोश प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे।

हरिभूमि न्यूज : फतेहाबाद

सबको योग्यता अनुसार स्थाई रोजगार (Permanent Employment) के लिए फतेहाबाद के पटवार भवन में रोजगार अधिकार पंचायत का आयोजन किया गया। पंचायत की अध्यक्षता सतबीर व मनजीत ने की व संचालन शाहनवाज ने किया। पंचायत में निर्णय लिया गया कि हरियाणा के बेरोजगार(Unemployed) युवा 27 अक्टूबर से 1 नवंबर तक उचाना से करनाल तक स्थाई रोजगार के सवाल पर पैदल मार्च करेंगे और 1 नवंबर को आक्रोश प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री आवास(Chief Minister House) का घेराव करेंगे।

पंचायत को संबोधित करते हुए एसएफआई के राज्य अध्यक्ष विनोद ने कहा कि केन्द्र सरकार की गलत नीतियों के कारण देश व प्रदेश में बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है। केंद्र सरकार की संस्था एनएसएसओ के 2019 के आंकड़ों के अनुसार इस समय देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी है और हरियाणा 33 प्रतिशत बेरोजगारी के साथ देश में पहले स्थान पर है। इसका मतलब है कि हरियाणा का हर तीसरा व्यक्ति बेरोजगार है। हरियाणा के लगभग 1.3 करोड़ युवा 18.40 साल की उम्र के हैं और इनके सामने बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या है।

मंजीत ने कहा कि पहले नोटबंदी, फिर जीएसटी और अब सरकार द्वारा बिना प्लानिंग के लॉकडाउन ने आग में घी डालने का काम किया है। चाहे पिछली कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकारें हों या वर्तमान में बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार हो, दोनों ने ही बेरोजगारी बढ़ाने वाले निजीकरण की दिवालिया नीतियों को लागू किया है।

पंचायत में मांग की गई कि कोरोना महामारी की आड़ में स्थाई भर्तियों पर लगाई गई रोक हटाई जाए। खाली पड़े पदों पर तत्काल भर्ती कर अटकी हुई सभी भर्तियों को पूरा किया जाए व ठेका प्रथा बन्द की जाए। निजीकरण करना बन्द किया जाए। लॉकडाउन की भरपाई हेतु तमाम भर्तियों के लिए आवेदन की उम्र सीमा व सर्टिफिकेट की वैधता 1 वर्ष बढ़ाई जाए। नौकरियों के लिए सभी तरह के आवेदन नि:शुल्क किए जाए। नई शिक्षा नीति 2020 को रद किया जाए व सभी के लिए समान एवं नि:शुल्क शिक्षा का कानून बनाया जाए। पंचायत में पवन, देव दर्शन, संदीप, एकम, सोनू, अनिल ढिल्लो, दिलेर सिंह, अमनदीप सहित सैंकड़ों युवा शामिल हुए।

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