केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव की जन आशीर्वाद यात्रा का रेवाड़ी में 26 जगह स्वागत, दक्षिणी हरियाणा को लेकर कही यह बात

केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव की जन आशीर्वाद यात्रा का रेवाड़ी में 26 जगह स्वागत, दक्षिणी हरियाणा को लेकर कही यह बात
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भूपेंद्र यादव ने कहा कि केन्द्र सरकार ने पिछड़ा वर्ग के लिए 27 फीसदी आरक्षण की व्यवस्था कर इस वर्ग को लाभ पहुंचाया है, इतना ही नहीं सरकार द्वारा मैडिकल कॉलेज, सैनिक स्कूल, केन्द्रीय विद्यालयों में भी 27 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की है जिसका 14 लाख विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा।

हरिभूमि न्यूज : रेवाड़ी

केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि मोदी सरकार देश में पिछड़ा वर्ग के लोगों की भलाई के लिए तेजी से कार्य कर रही है। हाल ही में हुए मंत्रिमंडल विस्तार में पीएम मोदी ने बीसी वर्ग को पूरा सम्मान दिया है, जिस कारण उन जैसे आम कार्यकर्ता को कैबिनेट में जगह मिली है। भूपेंद्र यादव मंगलवार को अपनी जन आशीर्वाद यात्रा के दोनों लोगों को संबोधित कर रहे थे। जिले में 26 स्थानों पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय मंत्री का जोरदार स्वागत किया। उन्होंने कहा कि आज जब मैं दक्षिणी हरियाणा की इस पावन धरा व वीरभूमि को नमन करने आया हूं। मैं मोदी का धन्यवाद करने आया हूं कि उन्होंने एक गरीब किसान परिवार के लड़केे को कैबिनेट मंत्री बनाकर जो सम्मान देने का काम किया है। उन्होंने कहा कि इस भूमि ने मुझे बहुत कुछ दिया है और मैं उसका ऋण चुकाने आया हूं। उनकी यह यात्रा 6 दिन चलेगी तथा छह लोकसभा क्षेत्रों से होकर अजमेर तक जाएगी।

आरक्षण से पहुंचाया पिछड़ों को लाभ

उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने पिछड़ा वर्ग के लिए 27 फीसदी आरक्षण की व्यवस्था कर इस वर्ग को लाभ पहुंचाया है, इतना ही नहीं सरकार द्वारा मैडिकल कॉलेज, सैनिक स्कूल, केन्द्रीय विद्यालयों में भी 27 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की है जिसका 14 लाख विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा। इतना ही नहीं सरकार द्वारा क्रिमीलियर की लिमिट को भी बढ़ाया गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने नए मंत्री मंडल में भी 27 प्रतिशत से ज्यादा स्थान देकर इस वर्ग का सम्मान किया है जो यह दशार्ता है कि हमारा लोकतंत्र समावेशी है।

शहीदों को किया नमन

केन्द्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने रेजांगला युद्घ स्मारक पर शहीदों को अपनी श्रद्घांजलि अर्पित करते हुए कहा कि देश व दुनिया के सैन्य इतिहास में यूं तो कई लड़ाईयां लड़ी गई हैं, परंतु 1962 को लद्दाख की दुर्गम बफीर्ली चोटी पर चीनी आक्रमण के समय रेजांगला पोस्ट पर लडा गया युद्ध सैन्य इतिहास की अनूठी दास्तां है। यहां का चप्पा-चप्पा आज भी भारत-चीन युद्ध की कहानी बयां कर रहा है। इस दिन भारतीय सेना की कुमाऊं रेजीमेंट की 13वीं बटालियन की चार्ली कंपनी के अफसरों व जवानों ने रेजांगला दर्रे में विश्व की सर्वाधिक ऊंची हवाई पट्टी की रक्षा अपने प्राणों की आहुति देकर की थी। इस लड़ाई में 114 बहादुर अहीर जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दी। उन्होंने कहा कि शहीदों की शहादत को कभी भुलाया नहीं जा सकता, जिनकी बदौलत आज हम आजादी की खुली हवा में सुख की सांस ले रहे हैं। उन्होंने नाईवाली चौक पर स्थित राव तुलाराम व राव गोपाल देव चौक पर पहुंचकर राव गोपाल देव की प्रतिमा पर अपने श्रद्घासुमन अर्पित किए।



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