समाज सेवा की अनूठी मिसाल : युवाओं को पुनीत कार्यों के लिए प्रेरित करते विपुल, चहुओर हो रही है प्रशंसा

समाज सेवा की अनूठी मिसाल : युवाओं को पुनीत कार्यों के लिए प्रेरित करते विपुल, चहुओर हो रही है प्रशंसा
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सेक्टर एक निवासी 26 साल के विपुल शर्मा का कहना है कि वह अब तक देशभर के विश्वविद्यालयों, कॉलेजों, विद्यालयों एवं सरकारी विभागों में करियर काउंसलिंग, रक्तदान, स्वच्छ भारत, पर्यावरण संरक्षण, रक्तदान, अच्छे खानपान जैसे विषयों पर जागरूक कर चुके हैं। ये सिलसिला आगे भी जारी रखेंगे।

पंकज भाटिया : रोहतक। कहते हैं समाज सेवा करने से किसी का भला तो होता ही है साथ ही सेवा करने वाले के मन को सुकून भी मिलता है। सामाजिक कार्यों के लिए उम्र की सीमा कोई मायने नहीं रखती। करियर काउंसलिंग, रक्तदान, स्वच्छ भारत, पर्यावरण संरक्षण, अच्छे खानपान जैसे कई ऐसे विषय हैं जिन पर जागरूकता के जरिए विपुल खुद तो समाज सेवा कर ही रहे हैं साथ ही और लोग भी ऐसा करने के लिए प्रेरित हो रहे हैं। सेक्टर एक निवासी 26 साल के विपुल शर्मा का कहना है कि वह अब तक देशभर के विश्वविद्यालयों, कॉलेजों, विद्यालयों एवं सरकारी विभागों में करियर काउंसलिंग, रक्तदान, स्वच्छ भारत, पर्यावरण संरक्षण, रक्तदान, अच्छे खानपान जैसे विषयों पर जागरूक कर चुके हैं। ये सिलसिला आगे भी जारी रखेंगे।

शिक्षा का उद्देश्य

विपुल कहते हैं कि शिक्षा का उद्देश्य केवल मात्र अच्छे अंक लाना, अच्छे कॉलेज से डिग्री करना या अच्छा करियर बनाना नहीं हैं बल्कि शिक्षा का मुख्य उद्देश्य पढ़ लिखकर सही और गलत में फर्क समझना, अच्छे चरित्र का निर्माण करना एवं एक अच्छा इंसान बन देश की सेवा करना है।

प्रवासी बच्चों को पढ़ाया

विपुल ने पीजीआईएमएस रोहतक से लैब टेक्नोलॉजी विषय में ग्रेजुएशन की है और सामाजिक कार्य विषय में स्नातकोत्तर की है। विपुल गरीब प्रवासी बच्चों को पढ़ाने का कार्य भी करते हैं। 26 वर्षीय युवा मोटिवेशनल स्पीकर एवं सोशल एक्टिविस्ट विपुल शर्मा एक सामान्य परिवार में जन्मे हैं। विपुल स्टेट करिकुलम फ्रेमवर्क कमिटी हरियाणा के सबसे युवा सदस्य भी रहे हैं।

29 बार रक्तदान

विपुल शर्मा पिछले कई वर्षों से देश प्रदेश की अनेक सामाजिक संस्थाओं से जुड़कर सामाजिक कार्यों जैसे महिला सशक्तीकरण, रक्तदान एवं हेल्थ चेकअप कैंप, हरियाणवी संस्कृति के उत्थान में लगे हुए हैं। विपुल शर्मा 26 वर्ष की उम्र में अब तक 29 बार रक्तदान कर चुके हैं एवं अनेक रक्तदान शिविरों का आयोजन भी कर चुके हैं। इसके साथ साथ स्कूल, कॉलेज के छात्रों को रक्तदान के लिए प्रेरणा दे चुके हैं। वे इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी एवं इंडियन सोसाइटी ऑफ ब्लड ट्रांसफ्यूज़न एंड इम्यूनोहिमेटोलोजी के आजीवन सदस्य भी हैं।

परिवार ने हौंसला बढ़ाया

विपुल बताते हैं कि उनके माता पिता एवं छोटी बहन ने हमेशा ही उनका हौसला बढ़ाया है। उनके इस सफर में उनकी पत्नी मृदुला ने हमेशा ही उनका कदम-कदम पर साथ दिया है। विपुल शर्मा ने कहा कि वे रक्तदान विषय पर पीएचडी करेंगे और ऐसी संस्था का गठन करेंगे जो समाज की भलाई के लिए काम करेगी।

ये मिला सम्मान

विपुल शर्मा कहना है कि शिक्षा एवं समाजसेवा के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने के लिए अब तक उन्हें 150 से अधिक अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर के पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। इतना ही नहीं उन्हें हरियाणा सरकार द्वारा राज्य स्तर पर युवा वर्ग में दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार राज्य युवा पुरस्कार भी मिल चुका है। कोरोना महामारी में सराहनीय कार्य करने के लिए मुख्यमंत्री हरियाणा ने भी प्रशंसा पत्र देकर उनका हौसला बढ़ाया था।

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