कैंटर की टक्कर से पलटी कार, चार दोस्तों की मौत, एक लड़ रहा जिंदगी और मौत की जंग

कैंटर की टक्कर से पलटी कार, चार दोस्तों की मौत, एक लड़ रहा जिंदगी और मौत की जंग
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मृतकों की पहचान रितिक, गौरव, विनय निवासी गांव निंदाना, संजय निवासी बहुअकबरपुर की भी मौत के रूप में हुई है। वहीं राजीव निवासी समरगोपालपुर गंभीर रूप से घायल हो गया है।

हरिभूमि न्यूज. रोहतक

हिसार रोड पर मंगलवार की रात को कैंटर की टक्कर से एक कार दुकान के सामने पलट गई। हादसें में चार दोस्तों की मौत हो गई जबकि एक घायल है। पुलिस ने कैंटर चालक पर केस दर्ज कर लिया है। तीन दोस्त गांव निडाना के रहने वाले हैं जबकि एक बहुअकबरपुर का रहने वाला है। एक साथ चार दोस्तों की मौत से परिवारों में मातम पसरा हुआ है। पांचों दोस्त पीजीआई में अपने एक दोस्त का हालचाल जानने आए थे।

यह है मामला

राजीव कुमार निवासी गांव समर गोपालपुर कलां ने शिकायत में बताया कि वह बीए में पढ़ता है। रात के समय वह अपने दोस्त गौरव, रितिक व विनय निवासी निडाना और संजय निवासी बहुअकबरपुर कार नम्बर यूपी 14ए जेड 7935 टाटा मांजा में सवार होकर पीजीआईएमएस से घर जा रहे थे। कार को संजय चला रहा था। करीब ढाई बजे रोहतक हिसार रोड पर भिवानी टी प्वाइंट पर पहुंचे तो एक कैंटर चालक अपने कैंटर को तेज रफ्तार से सामने से चलाता हुआ आया और कार में टक्कर मार दी। टक्कर लगने के कारण कार पलट गयी। जिसकी वजह से 20 वर्षीय गौरव, 19 वर्षीय रितिक, 17 वर्षीय विनय और 21 वर्षीय संजय की मौत हो गई। हादसे में वह घायल हो गया। हादसे को अंजाम देकर कैंटर चालक फरार हो गया।

पुलिस ने पीजीआई पहुंचाया

पुलिस के मुताबिक, बुधवार तड़के करीब साढ़े 3 बजे सूचना मिली कि भिवानी चुंगी से आगे वाले पुल के पास सड़क पर एक कार पलट गई है। जिसमें कई लोग सवार हैं। इंदिरा कॉलोनी चौकी प्रभारी एएसआई सुभाष मौके पर पहुंचे। कार के अंदर से पांच युवकों को खिड़की तोड़कर बाहर निकाला गया। जिन्हें उपचार के लिए पीजीआईएमएस में भेजा गया। जहां चार युवकों ने दम तोड़ दिया। समरगोपालपुर निवासी राजीव कुमार का उपचार चल रहा है।

गांव में एक साथ तीन मौत होने से मातम

गांव में एक साथ तीन युवकों की मौत होने से मातम पसरा हुआ है। तीनों आपस में दोस्त थे और अक्सर साथ रहते थे। तीनों का शाम को अंतिम संस्कार कर दिया गया। रितिक पुत्र महेंद्र 12वीं का छात्र था। जो दो भाइयों में बड़ा था। उसके पिता मजदूरी करते हैं। विनय 11वीं का छात्र बताया गया है, जिसके पिता राकेश शिक्षक हैं। विनय भी दो भाइयों में बड़ा था। बीए के छात्र गौरव के पिता कृष्ण खेतीबाड़ी करते हैं। गौरव तीन भाई-बहनों में सबसे छोटा था। इसके अलावा बहुअकबरपुर गांव निवासी संजय परिवार का इकलौता बेटा था। उसकी बहन की शादी हो चुकी है। वह एसएससी की तैयारी कर रहा था।



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