Farmers Scheme : बागवानी में करें स्टेकिंग विधि की प्रयोग, किसानों को मिलेगा 50 से 90 प्रतिशत तक अनुदान

Farmers Scheme : बागवानी में करें स्टेकिंग विधि की प्रयोग,  किसानों को मिलेगा 50 से 90 प्रतिशत  तक अनुदान
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किसान बागवानी पोर्टल पर ऑनलाइन आवदेन कर सकते है। आधुनिक युग में खेती में नई-नई तकनीकें उभरकर सामने आ रही हैं। जिसमें सब्जियों की खेती में स्टेकिंग ऐसी ही एक विधि का नाम है, जिसे अपनाकर किसान अच्छा लाभ कमा सकते हैं।

हरिभूमि न्यूज. रेवाड़ी

बागवानी करने वाले किसानों का मुनाफा बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा स्टेकिंग विधि पर 50 से 90 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है। डीसी यशेन्द्र सिंह ने किसानों से बागवानी में स्टेकिंग विधि का प्रयोग करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा सब्जियों में बांस स्टेकिंग व लोहे स्टेकिंग को प्रयोग करने के लिए किसानों को 50 से 90 प्रतिशत तक अनुदान प्रदान किया जा रहा है। जिसके लिए किसान बागवानी पोर्टल पर ऑनलाइन आवदेन कर सकते है। उन्होंने बताया कि आधुनिक युग में खेती में नई-नई तकनीकें उभरकर सामने आ रही हैं। जिसमें सब्जियों की खेती में स्टेकिंग ऐसी ही एक विधि का नाम है, जिसे अपनाकर किसान अच्छा लाभ कमा सकते हैं।

डीसी ने बताया कि बांस स्टेकिंग की लागत 62 हजार 500 रूपए प्रति एकड़ पर 31250 से लेकर 56250 रुपए तथा लोहा स्टेकिंग की लागत एक लाख 41 हजार रूपए प्रति एकड़ पर 70500 से लेकर एक लाख 26 हजार रूपए तक अनुदान दिया जा रहा है।

स्टेकिंग विधि से सब्जियों के सड़ने की संभावना कम

स्टेकिंग विधि से खेती करने पर सब्जियों की फसल के सड़ने की संभावना ना के बाराबर होती है क्योंकि वो जमीन पर रहने की बजाए ऊपर लटकी रहती हैं। करेला, टमाटर एवं लौकी जैसी फसलों को सड़ने से बचाने के लिए ये तकनीक बहुत कारगर है। पारंपरिक खेती में कई बार टमाटर की फसल जमीन के संपर्क में आने की वजह से सड़ने लगती है,लेकिन स्टेकिंग तकनीक में ये दिक्कत दूर हो जाती है।

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