सावधान ! नकली दस्तावेज व चेसिस नंबर तैयार करके बेची जा रही गाड़ियां, कई जिलों में इस तरह चल रहा बड़ा फर्जीवाड़ा

सावधान ! नकली दस्तावेज व चेसिस नंबर तैयार करके बेची जा रही गाड़ियां, कई जिलों में इस तरह चल रहा बड़ा फर्जीवाड़ा
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जनवरी-2021 में जगाधरी में फर्जी दस्तावेज व चेसिस नंबर तैयार कर गाड़ियां बेचने का खेल सामने आया था। उस दौरान ऐसे हजारों की संख्या में वाहनों का पता चला था। जांच के लिए गठित की गई एसआईटी के सामने इस मामले के तार जगाधरी के अलावा अन्य जिलाें से भी जुड़े हुए मिले थे। इसी तरह का मामला नारनौल में भी सामने आया है।

सतीश सैनी : नारनौल

जनवरी-2021 में जगाधरी में फर्जी दस्तावेज व चेसिस नंबर तैयार कर गाड़ियां बेचने का खेल सामने आया था। उस दौरान ऐसे हजारों की संख्या में वाहनों का पता चला था। जांच के लिए गठित की गई एसआईटी के सामने इस मामले के तार जगाधरी के अलावा अन्य जिलाें से भी जुड़े हुए मिले थे। इसी तरह का मामला नारनौल में भी सामने आया है। पुलिस ने ऐसे 14 गाड़ियों की पहचान की है। जिनका रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी जगाधरी, दादरी, गुरुग्राम, खरखौदा, पानीपत, टोहाना, सिवानी है, इसके बाद नारनौल रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी में भी गलत पंजीकरण कर दिया गया। इसी मामले को लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिद्धांत जैन आईपीएस ने सिटी थाना नारनौल में दो एफआईआर दर्ज करवाई है। इन दो एफआईआर में 14 गाड़ियों को चिन्हित किया गया है, जिनका रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी में वाहनों का रि-रजिस्ट्रेशन फ्राड व गलत तरीके से किया जाना पाया गया है।

जगाधरी में इस तरह का जब मामला सामने आया तो वहां पुलिस की जांच के अनुसार आरोपितों ने बताया था कि डीलर नीलाम वाहनों को उनके पास रजिस्ट्रेशन के लिए लेकर आते थे। इन वाहनों को बिना फिजिकल वेरिफिकेशन से एमवीआई से पास कराकर उन्हें दे देते थे। वहीं, बैंक का सेल लेटर फर्जी होता था। उस पर कम कीमत दर्शाते थे ताकि टैक्स कम बने। इसके बाद लोकल व्यक्ति की आईडी की व्यवस्था करते थे। उन वाहनों को दोबारा से रजिस्ट्रेशन के लिए वे बैंक के सेल लेटर पर डीलर से स्टार, हैज लगा देते थे। इस तरह से गाड़ी की पुरानी डिटेल पता नहीं चल पाती थी और उसका नया रजिस्ट्रेशन हो जाता था। फर्जी रजिस्ट्रेशन बाइक, कार, ट्रैक्टर और जेसीबी तक के किए गए। इस घटनाक्रम के बाद इस तरह का मामला अब नारनौल में भी सामने आया है।

नारनौल में 14 वाहन किए चिन्हित, इन लोगों पर दर्ज किया केस

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने दो शिकायत में 14 वाहनों का जिक्र किया है। इनमें एचआर-26बीए-5111, एचआर-23एच-6481, एचआर-17ए-9605, एचआर-79ए-7914, एचआर-06एबी-8004, एचआर-23जे-3645, एचआर-23एच-6569, एचआर-35ई-4909, एचआर-02एएस-7404, एचआर-02-एटी-5479, एचआर-02एटी-5308, एचआर-02एटी-9324, एचआर-02एटी-9068 और वाहन एचआर-02एटी-7696 है। यह वाहन जगाधरी, दादरी, गुरुग्राम, खरखौदा, पानीपत, टोहाना, सिवानी आदि रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी से हुए।

बाद में नारनौल रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी से भी कर दिए गए। इस मामले में सिटी थाना ने इन वाहनों के ओनर सतीश पुत्र लालराम नारनौल, राजू यादव पुत्र हीरालाल शाहपुर दोयम, रामसिंह यादव भोड़ी की ढाणी, शीशराम पुत्र नंदराम आंतरी, जोगिंद्र पुत्र कबुल सिंह बोचडि़यां, राजकुमार पुत्र त्रिलोक अटेली, सरजीत पुत्र छोटू अकबरपुर, नीरज पुत्र मुख्तयार नारनौल, उमेद सिंह पुत्र बनवारी लाल, विरेंद्र सिंह पुत्र हरि सिंह नावदी, ललित पुत्र विरेंद्र सैदपुर, रामजीलाल पुत्र सोहन लाल कोरियावास, नवीन पुत्र सुरेश मोहब्बतपुर व अभयसिंह पुत्र केवलराम नारनौल है। इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 120बी, 420,467,468,471 के तहत केस दर्ज किया है।

क्या कहते हैं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक

अतिरक्त पुलिस अधीक्षक सिद्धांत जैन आईपीएस ने बताया कि चेसिस नंबर में स्टार या हैज लगाकर इन वाहनों का रजिस्ट्रेशन कर दिया गया। इसके तार कई जिलों से जुड़े हो सकते है। बड़ा मामला है। अभी 14 वाहनों को चिन्हित कर केस दर्ज किया है। जांच में पूरे मामले का खुलासा होगा।

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