घर से कूड़ा उठाने वाली गाड़ियों पर रहेगी नजर, 75 माइक्रोन से नीचे प्लास्टिक बैग डालने वालों पर होगा जुर्माना

घर से कूड़ा उठाने वाली गाड़ियों पर रहेगी नजर, 75 माइक्रोन से नीचे प्लास्टिक बैग डालने वालों पर होगा जुर्माना
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कूड़ा उठाने वाले टेम्पो व अन्य वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगवाए जा रहे है। सके जरिए यह पता लगाया जा सकेगा कि कौन सी गाड़ी किस इलाके में है और कौन सी गाड़ी कूड़ा उठाने नहीं गई।

हरिभूमि न्यूज : मंडी अटेली

अटेली नगर पालिका स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए अनेक कदम उठा रही है। इसी कड़ी में कूड़ा उठाने वाली गाडि़यों में जीपीएस सिस्टम लगवा दिए हैं। इसके जरिए यह पता लगाया जा सकेगा कि कौन सी गाड़ी किस इलाके में है और कौन सी गाड़ी कूड़ा उठाने नहीं गई। बता दें कि शहर वासियों की शिकायत थी कि डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने में लगी गाडि़यां नहीं आती है। जिसे गंभीरता से लेते हुए नप प्रशासन ने सभी गाडि़यों व ट्रैक्टर-ट्रालियों में जीपीएस सिस्टम लगा दिया है। नपा ने अटेली कस्बे में पर्यावरण जागरूक में अहम भूमिका निभाने के लिए पूर्व पार्षद को स्वच्छता के लिए ब्रांड एंबेसडर भी बना दिया है।

नपा सचिव अनिल कुमार ने बताया कि कूड़ा उठाने वाले टेम्पो व अन्य वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगवाए जा रहे है। उन्होंने शहर वासियों से अपील करते हुए कहा कि नपा की गाडि़यां कूड़ा उठाने के लिए टोर-टू-टोर जा रही है, इसलिए कूड़े को रोड पर न डालें, कूड़ा गाड़ी में ही डालें, ताकि शहर को साफ-सुथरा रखा जा सके। उन्होंने बताया कि 75 माइक्रोन से नीचे प्लास्टिक बैग वर्जित है। इसके लिए शहर में मुनादी भी करवा दी है। सिंगल यूज प्लास्टिक इस्तेमाल पर पूर्णत्या रोक लगाने के लिए अभियान फिर से शुरू किया जाएगा। इस दौरान किसी दुकानदार या रेहड़ी संचालक के पास पॉलीथिन मिली तो जुर्माना वसूला जाएगा। इसलिए दुकानदारों व रेहड़ी चालकों निर्देश जारी किए हैं कि जैविक रूप से नष्ट नहीं होने वाले 75 माइक्रोन से नीचे के सभी प्लास्टिक के थैले, पॉलीथिन का प्रयोग न करें।

नपा के स्वच्छ टेक्नोलॉजी चैलेंज में भाग लेकर जीते, पुरस्कार

दीपक कमार दुबे को स्वच्छ भारत मिशन अटेली सिटी टीम का लीडर बनाया गया है। नपा प्रधान जितिन अग्रवाल ने बताया कि शहर में नियमित रूप से सफाई करवाई जा रही है। नप सफाई कर्मचारी सुबह-शाम कूड़ा उठाने का कार्य कर रहे हैं। नगर पालिका ने स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए स्वच्छ टेक्नोलॉजी चैलेंज अभियान शुरू किया हुआ है। इसमें कोई भी व्यक्ति भाग लेकर पुरस्कार जीत सकता है। स्वच्छ भारत मिशन के सिटी टीम लीडर दीपक कुमार ने बताया कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के तहत ज्यादा से ज्यादा लोगों की भागीदारी बढ़ाने के लिए यह अभियान शुरू किया है। इसके तहत कोई छात्र, आमजन व संस्था आदि कचरा प्रबंधन विशेषकर प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट से संबंधित कोई नई व आसान तकनीक या मोबाइल एप तैयार कर रहा है तो वह दिसंबर के अंत तक नपा कार्यालय में सफाई शाखा में उसका प्रदर्शन दे सकता हैं।

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