Vigilance ने जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीओ को ठेकेदार से रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा

फतेहाबाद। जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीओ विजिलेंस टीम ने छापेमारी कर एक ठेकेदार से 16 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। इस मामले में विभाग का एक और अधिकारी भी शामिल था, लेकिन विजिलेंस को वह मौके पर नहीं मिला। विजीलैंस ने गिरफ्तार एसडीओ दीपक रेवड़ी के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए विजीलैंस के डीएसपी राकेश कुमार ने बताया कि विजिलेंस को इस बारे गांव मेहूवाला निवासी विक्रम सिंह ने शिकायत दी थी। शिकायत में विक्रम सिंह ने कहा था कि उसकी भट्टू रोड फतेहाबाद पर विश्वकर्मा इण्डस्ट्रीज के नाम से मोनोब्लाक व सबमर्सीबल रिपेयरिंग की दुकान है। उसके पास जनस्वास्थ्य विभाग फतेहाबाद की ठेकेदारी का लाइसेंस भी है। विक्रम ने कहा कि करीब 8-9 महीने पहले गांव मताना में उसके द्वारा पाइप लाइन बिछाई गई थी, जिसका करीब एक लाख रुपये का बिल जनस्वास्थ्य विभाग की तरफ बकाया पड़ा है। इससे पहले भी वह जनस्वास्थ्य विभाग की मोटर रिपेयरिंग आदि का काम कर चुका है। विक्रम ने कहा कि बिल पास करवाने के लिए वह पिछले 4-5 माह से विभाग के चक्कर काट रहा है लेकिन उसके बिल पास नहीं हो रहे थे।
इस पर वह जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीओ दीपक रेवड़ी से मिला तो उसने बिल पास करने की एवज में 8 हजार रुपये रिश्वत की मांग की। इसके अलावा इनके 28 हजार पहले भी बकाया थे। विजिलेंस डीएसपी राकेश कुमार ने बताया कि इससे पहले 5 जनवरी को विक्रम अधिकारियों से मिला और इस बारे मोबाइल में रिकार्डिंग कर ली। 10 जनवरी को उसे पैसे देने के लिए बुलाया गया था।
डीएसपी ने बताया कि एसडीओ दीपक रेवड़ी के अलावा विभाग के एक अन्य अधिकारी भी शिकायतकर्ता से अपनी कोठी पर मिला था और कुछ रुपये मौके पर ले लिए थे जबकि बाकी 10 जनवरी को देने थे। इस पर विक्रम ने इस बारे विजीलैंस को शिकायत कर दी। 10 जनवरी को विक्रम जब दोनों अधिकारियों को पैसे देने जनस्वास्थ्य विभाग पहुंचा और पैसे दिए, उसी समय विजिलेंस ने छापेमारी कर एसडीओ दीपक रेवड़ी को 16 हजार की राशि सहित गिरफ्तार कर लिया जबकि दूसरा अधिकारी मौके पर नहीं मिला। इस पर आरोपी एसडीओ के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
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