जिला परिषद अध्यक्ष के लिए जोर-आजमाइश तेज, पार्षदों को कांग्रेस से हाथ मिलाने में भी नहीं गुरेज

जिला परिषद अध्यक्ष के लिए जोर-आजमाइश तेज, पार्षदों को कांग्रेस से हाथ मिलाने में भी नहीं गुरेज
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रेवाड़ी में जिला प्रमुख को लेकर सामान्य वर्ग के 6 पुरुष पार्षदों में से किसी एक के सिर पर ताज सजना है। अभी तक इनमें से खुलकर किसी ने अपने दावेदारी नहीं जताई है, परंतु अंदरखाने लगभग सभी स्थिति का आंकलन करते हुए दिग्गजों से संपर्क साध रहे हैं।

नरेन्द्र वत्स : रेवाड़ी

शपथ ग्रहण समारोह संपन्न होने के साथ जिला प्रमुख के ताज को लेकर दिग्गजों की एक-दूसरे को मात देने की कवायद तेज होने लगी है। रेवाड़ी में जिला प्रमुख को लेकर सामान्य वर्ग के 6 पुरुष पार्षदों में से किसी एक के सिर पर ताज सजना है। अभी तक इनमें से खुलकर किसी ने अपने दावेदारी नहीं जताई है, परंतु अंदरखाने लगभग सभी स्थिति का आंकलन करते हुए दिग्गजों से संपर्क साध रहे हैं। कई दिग्गज नेता इस बार अपने पक्ष का जिला प्रमुख बनाने के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह को इस खेल में मात देने के लिए भाजपा के कुछ नेता कांग्रेस मदद पाने में भी गुरेज नहीं करेंगे।

इन पार्षदों में से विनोद गोला और मनीराम को कांग्रेसी पृष्ठभूमि से जुड़ा हुआ माना जा रहा है। मनीराम को चुनाव में पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव का खुला समर्थन मिला हुआ था, जबकि विनोद गोला के सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा और पूर्व विधायक राव यादुवेंद्र सिंह के साथ अच्छे रिश्ते रहे हैं। सूत्रों के अनुसार गोला ने जिला प्रमुख का पद पाने के लिए राव इंद्रजीत सिंह के धुर विरोधी माने जाने वाले पूर्व मंत्री जगदीश यादव से भी संपर्क साधा है। जगदीश यादव इस समय राव नरबीर के बाद भाजपा में राव इंद्रजीत सिंह के सबसे बड़ी राजनीतिक विरोधी माने जाते हैं। उनकी राजनीति लगातार राव इंद्रजीत सिंह के विरोध पर टिकी रही है। मनीराम कैप्टन अजय सिंह यादव से बाहर नहीं जा सकते, परंतु राव को मात देने के लिए कैप्टन उनके विरोधियों के लिए मनीराम को तैयार कर सकते हैं।

माड़िया भी बैठा रहे अपना जुगाड़

वार्ड नं. 5 से जीत दर्ज करने वाले सुरेंद्र माड़िया ने इस चुनाव में राव इंद्रजीत सिंह और राव नरबीर सिंह दोनों के खास प्रत्याशियों को मैदान में मात दी है। इसके बाद सुरेंद्र माड़िया केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह से भी मुलाकात कर चुके हैं, परंतु चेयरमैनी हासिल करने के लिए वह राव विरोधी खेमे में भी जा सकते हैं। मनोज यादव पूरी तरह राव इंद्रजीत के समर्पित नजर आ रहे हैं। उन्हें अपने पाले में लेने के लिए राव विरोधी खेमे की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं। महेंद्र ने भी जिला प्रमुख का पद हासिल करने के लिए राव दरबार में हाजिरी लगा दी थी, जबकि वह जेजेपी से जुड़े रहे हैं।

तीनों विधायकों की भूमिका खास

जिला प्रमुख की जंग में तीनों विधायकों लक्ष्मण सिंह यादव, डा. बनवारीलाल और चिरंजीव राव की भूमिका खास रहेगी। चिरंजीव राव के इशारे पर मनीराम का कोई भी फैसला निर्भर करेगा। पहले 3 वार्डों में लक्ष्मण सिंह यादव की भूमिका महत्वूपर्ण रहेगी तो बावल हलके में डा. बनवारीलाल के प्रयास देखने लायक होंगे। डा. बनवारीलाल के राव इंद्रजीत सिंह से बाहर जाने के आसार नजर नहीं आ रहे। लक्ष्मण सिंह यादव राव इंद्रजीत सिंह की 'लाज' बचाने के लिए अपनी ओर से इस जंग में उनका खुलकर साथ देने में कोई गुरेज नहीं करेंगे।

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