अंबाला में विज का विरोध, किसान और पुलिस आमने- सामने, कई किसानों को हिरासत में लिया

अंबाला में विज का विरोध, किसान और पुलिस आमने- सामने, कई किसानों को हिरासत में लिया
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हिरासत में लिए गए किसानों की रिहाई के लिए ये किसान पुलिस को चेतावनी देते रहे। उधर हिरासत में लिए गए एक युवा किसान नवदीप सिंह को पुलिस ने अदालत में भी पेश किया है। फिलहाल टकराव के कारण दिनभर जिले में तनाव की स्थिति रही।

हरिभूमि न्यूज. अंबाला

गृहमंत्री अनिल विज के विरोध को लेकर अब पुलिस व किसानों में टकराव हो गया। बुधवार देर रात से चल किसान व पुलिस आमने सामने हैं। हिरासत में लिए गए 70 से ज्यादा किसानों की रिहाई के लिए वीरवार को दिनभर किसान एसपी ऑफिस के सामने डटे रहे। हिरासत में लिए गए किसानों की रिहाई के लिए ये किसान पुलिस को चेतावनी देते रहे। उधर हिरासत में लिए गए एक युवा किसान नवदीप सिंह को पुलिस ने अदालत में भी पेश किया है। फिलहाल टकराव के कारण दिनभर जिले में तनाव की स्थिति रही।

ऐसे बिगड़ी स्थिति

गृहमंत्री अनिल विज बुधवार देर शाम को छावनी की शिवपुरी कॉलोनी में रहने वाले अपनी पीए अजय कुमार का हालचाल जानने पहुंचे थे। ब्रेन हैमरेज की वजह से अजय कुमार पीजीआई से डिस्चार्ज होकर आए थे। कुछ किसानों को इसकी भनक लग गई। हाथों में काले झंडे लेकर वे मौके पर पहुंच गए। तब पुलिस ने रात को ही विरोध करने वाले कुछ किसानों को हिरासत में लिया था। इसके बाद मामले की सूचना मिलते ही विज के आवास के बाहर भारी संख्या में किसान जमा हो गए। हिरासत में लिए गए किसानों की रिहाई के लिए रातभर किसान मौके पर डटे रहे। वीरवार सुबह दिल्ली-अमृतसर नेशनल हाइवे पर जाम की चेतावनी को लेकर पुलिस अलर्ट हो गई। कई थानों की पुलिस विज आवास व पड़ाव थाने के बाहर तैनात कर दी गई। जाम लगाने की कोशिश कर रहे 50 से ज्यादा किसानों को हिरासत में लिया गया। इसके बाद इन किसानों को पुलिस लाइन में लाकर बंद कर दिया गया। उधर हिरासत में लेने की सूचना किसानों ने सहयोगियों को सोशल मीडिया के जरिए दी। सभी किसानों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में शंभू टोल प्लाजा पर पहुंचने के आदेश दिए गए। टोल प्लाजा पर भारी संख्या में किसानों के जुटने की सूचना के बाद शहर में तमाम जगह नाकाबंदी कर दी गई। भारी पुलिस बल पुलिस लाइन के बाहर तैनात कर दिया गया ताकि कोई किसान जबरन अंदर दाखिल न हो पाए।

फिर लाव लश्कर के साथ पहुंचे पुलिस लाइन

पुलिस बंदोबस्तों के बावजूद हिरासत में लिए गए किसानों की रिहाई के लिए किसान पूरे लाव लश्कर के साथ पुलिस लाइन के बाहर जमा हो गए। किसानों को रोकने के लिए यहां भी पुलिस की ओर से बैरिकेड लगाए गए। इसके बाद दिनभर किसान पुलिस लाइन के बाहर सहयोगियों की रिहाई के लिए पुलिस को चेतावनी देते रहे। यहां लगातार किसानों की संख्या बढ़ती गई जिसके कारण तनाव की स्थिति बनी रही। पुलिस से किसानों की कई दौर की बातचीत हुई। पर किसान तमाम साथियों की रिहाई के लिए अड़े रहे।

पकड़े गए युवक को मिली रिहाई

किसान आंदोलन में वॉटर कैनन ब्वाय के नाम वे मशहूर हो चुके जलबेहड़ा के नवदीप सिंह को अदालत ने रिहा करने के आदेश जारी किए हैं। नवदीप को पुलिस ने गृहमंत्री अनिल विज का विरोध करने की वजह से बुधवार देर रात को हिरासत में लिया गया था। रिहाई के बाद नवदीप ने बताया कि तब पुलिस ने पांच युवकों को गिरफ्तार किया था। विरोध के बाद तीन युवक तो रात को ही रिहा कर दिए गए थे। उसे पूरी रात हिरासत में रखा गया। दोपहर को उसे अदालत में पेश किया गया। अदालत ने पुलिस की कोई बात सुने बिना ही उसे रिहा कर दिया गया। नवदीप ने बताया कि पुलिस ने उसे पंचायत भवन के बाहर शिक्षामंत्री के कार्यक्रम का विरोध करने के मामले में दर्ज एफआईआर में गिरफ्तार किया था। उधर हाइवे जाम करने की वजह से हिरासत में लिए गए किसानों को रिहाई के लिए भी पुलिस किसानों के आगे झुकती दिखाई दे रही है। इसको लेकर लगातार बातचीत चल रही है।

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