शराब ठेका खोलने को लेकर ग्रामीणों में रोष, एनएच 334 बी पर लगाया जाम

हरिभूमि न्यूज.बाढ़ड़ा
बाढ़ड़ा उपमंडल के गांव मांढी केहर में गांव में शराब का ठेका खोले जाने से ग्रामीणों में रोष बना हुआ है। बुधवार को ग्रामीणों ने एकत्रित होकर नारेबाजी कर रोष जताया और उसके बाद नेशनल हाईवे 334 बी पर जाम लगा दिया। जाम की सूचना मिलने पर बाढ़ड़ा एसएचओ संदीप मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाबुझााकर शांत करवाकर जाम को खुलवाया।
जाम लगा रहे ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव के बीच में शराब का ठेका खोला जा रहा है। जहां ठेका खोला जा रहा है वहां समीप ही स्कूल व मंदिर हैं इसके अलावा स्कूल, कॉलेज जाने वाली छात्राएं भी यहीं से जाती है इसलिए यदि यहां शराब का ठेका खोला गया तो वहां असामाजिक तत्वों व नशेड़ियों का जमावड़ा रहेगा जिससे छात्राओं में सुरक्षा को लेकर डर का माहौल रहेगा। इसी के चलते ग्रामीणों का गुस्सा भड़का गया और दर्जजनों महिलाओं सहित ग्रामीणों ने शराब के ठेके को बंद करने की मांग की है। बुधवार को शराब ठेके में शराब व दूसरा सामान पहुंचते ही ग्रामीणों ने इसकी जानकारी डायल 112 टीम को दी जिसके बाद ईआरवी टीम मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को बताया कि वे इस मामले में एसडीएम से मिले। बाद में ग्रामीणों का गुस्सा भड़क गए और उन्होंने गांव के बस अड्डे पर पहुंचकर नेशनल हाईवे 334 बी पर अवरोधक डालकर जाम लगा दिया जिससे वहां यातायात व्यवस्था बाधित रही और दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई। जिससे गरमी के मौसम में वाहन चालकों व यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सूचना मिलते ही बाढ़ड़ा एसएचओ संदीप, सहायक एसएचओ राजकुमार टीम सहित मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाकर शांत करवाया और जाम खुलवाया जिसके बाद वाहन चालकों ने राहत की सांस ली। ग्रामीणों ने बाद में शराब का ठेका बंद करवाने की मांग को लेकर एसडीएम को ज्ञापन भी सौंपा।
शराब ठेका बंद करवाने की मांग को लेकर रोष जताते मांढी केहर के ग्रामीण
फास्ट फूड की दुकान खोलने की कही गई थी बात
ग्रामीणों ने बताया कि जब वहां दुकान बनाई जा रही थी तो उन्हें शराब ठेके का अंदेशा हुआ तो उन्होंने संबंधित व्यक्ति से इसके बारे में पूछा तो उसने कहा कि वह फास्ट फूड की दुकान खोलेगा। लेकिन बुधवार को एकाएक उसने वहां पर फ्रीज व शराब की पेटियां लाकर रख दी। ग्रामीणों ने कहा कि वे गांव के अंदर किसी भी सूरत में शराब का ठेका नहीं खोलने देंगे।
ये भी पढ़ें- Haryana में 6500 योगशालाएं खोलने का संकल्प, एक हजार तैयार : विज
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS