बड़ी खबर : हरियाणा के विशाल जूड ऑस्ट्रेलिया की जेल से 15 अक्टूबर को होंगे रिहा, लगे थे यह आरोप

बड़ी खबर : हरियाणा के विशाल जूड ऑस्ट्रेलिया की जेल से 15 अक्टूबर को होंगे रिहा, लगे थे यह आरोप
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रिपोर्ट के मुताबिक,एनएसडब्ल्यू विभाग के लोक अभियोजकों ने जूड पर लगाए के आठ नस्लीय आरोपों को हटा दिया है। इस मामले जूड के वकील से उसकी रिहाई की पुष्टि की है।

हरिभूमि न्यूज : करनाल

जेल में बंद भारतीय छात्र विशाल जूड को 15 अक्टूबर 2021 को रिहा करने का आदेश ऑस्ट्रेलिया की एक अदालत ने दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक,एनएसडब्ल्यू विभाग के लोक अभियोजकों ने जूड पर लगाए के आठ नस्लीय आरोपों को हटा दिया है। इस मामले जूड के वकील से उसकी रिहाई की पुष्टि की है।

विशाल जूड पर 11 आरोप लगाए गए थे। ऑस्ट्रेलिया में ठिकाना बनाए खालिस्तानियों ने विशाल जूड पर हमला करने का आरोप लगाया था,जबकि विशाल के वकीलों का कहना था कि खालस्तिानी तत्व तिरंगे का अपमान कर रहे थे। उन्हें विशाल ने रोककर भारतीय ध्वज का सम्मान बचाना चाहा था। पैरामटा कोर्ट के मजस्ट्रिेट के सामने न्यू साउथ वेल्स के सरकारी वकील ने विशाल पर लगे 8 आरोप खत्म करने की अर्जी दी थी। जिसे मजिस्ट्रेट के. थॉमसन ने मंजूर करते हुए विशाल को 15 अक्टूबर को रिहा करने का आदेश जारी कर दिया।

विशाल को कथित तौर पर 16 सितंबर 2020 और 14 फरवरी 2021 के बीच हुए झगड़ों के तीन मामूली आरोपों के लिए दोषी ठहराया गया। अंतिम सुनवाई के दौरान अदालत में विशाल के वकील ने जूड को खालिस्तानियों द्वारा उकसाए जाने का वीडियो भी पेश किया। इसी वीडियो के कारण यह विवाद हुआ था। जिन आरोपों के लिए जूड को दोषी ठहराया गया है उसके लिए उनकी गिरफ्तारी के दिन 16 अप्रैल 2021 से छह महीने की जेल की सजा सुनाई गई थी। इस तरह अब जूड की सजा 15 अक्टूबर 2021 को समाप्त होगी।

क्या है मामला

ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई कर रहे हरियाणा के 24 वर्षीय विशाल जूड को 16 अप्रैल को सिडनी में तीन आपराधिक घटनाओं में कथित रूप से शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। भारतीय राष्ट्रवादियों के एक समूह की ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तानियों के साथ झड़प के बाद ऑस्ट्रेलियाई पुलिस अधिकारियों ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने संपत्ति को नुकसान पहुँचाने और मारपीट के आरोप में गिरफ्तार किया था। कथित तौर पर, विशाल पर तीन अपराधों का आरोप लगाया गया है, जो कथित तौर पर 16 सितंबर 2020 और 14 तथा 28 फरवरी 2021 को हुए थे। दिलचस्प बात यह है कि खालिस्तानियों को तीनों मामलों में पीड़ित के रूप में नामित किया गया था। गिरफ्तारी के बाद से ही उनकी रिहाई की माँग हो रही थी।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल व सांसद संजय भाटिया के प्रयास रंग लाए

इस मामले को लेकर जून में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर से बात रिहाई सुनश्चिति करने के लिए हस्तक्षेप करने की माँग की थी। इसके बाद विदेश मंत्रालय ने जल्द उनकी रिहाई का भरोसा दिलाया था। 10 जुलाई को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी व् सांस्कृतिक मंत्रालय को विशाल जूड की रिहाई के लिए पत्र भी लिखा |

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