हरियाणा के जिलों में एक्सटेंशन सेंटर खोलेगा विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय

चंडीगढ़। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय को प्रदेश के अन्य जिलों में एक्सटेंशन सेंटर खोलने के निर्देश दिए हैं। इन सेंटरों में युवाओं का कौशल निखारने के लिए विश्वविद्यालय की तर्ज पर रोजगारोन्मुखी कोर्स चलाए जाएंगे। मुख्यमंत्री गुरुग्राम के लोक निर्माण विश्रामगृह में हरियाणा में बनाए गए देश के पहले विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। समीक्षा बैठक में विश्वविद्यालय के कुलपति राज नेहरू और गुरुग्राम के मंडल आयुक्त राजीव रंजन भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के आधुनिक युग में अब कौशल का दौर है। अब पहले वाली थ्री-आर शिक्षा का महत्व नहीं रहा। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ माध्यमिक स्तर के बाद उच्च शिक्षा में विद्यार्थियों को हुनरमंद बनाने पर जोर देना होगा। इसके लिए जिस प्रकार के रोजगारोन्मुखी कोर्स विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में चलाए जा रहे हैं, वैसे ही कोर्स अन्य जिलों में चलाने के लिए विश्वविद्यालय अपने एक्सटेंशन सेंटर खोले। गुरुग्राम व पलवल जिलों के अलावा प्रदेश के दूसरे जिलों में भी युवाओं का कौशल निखारने की जरूरत है। उन जिलों में खाली पड़े सरकारी भवनों की पहचान करके वहां पर सेंटर चलाए जा सकते हैं। यही नहीं, उन जिलों में स्थित इंजीनियरिंग कॉलेजों को भी इस विश्वविद्यालय के साथ जोड़ें और उन्हें एफिलिएशन दें।
मुख्यमंत्री ने रोजमर्रा के जीवन में आवश्यक कौशल जैसे -इलैक्ट्रिशियन , पलंबर, रेफ्रिजिरेटर , वॉशिंग मशीन , एसी आदि रिपेयर करने वाले कोर्स करवाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि ये अल्पाविध के कोर्स करके युवा अपनी आजीविका अच्छे से कमा सकते हैं तथा परिवार की आय बढ़ा सकते हैं। इसके साथ मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय प्रशासन को विद्यार्थियों का डाटा तैयार करने और उनको ट्रैक करने के निर्देश देते हुए कहा कि केवल सफल विद्यार्थियों का ही डाटा न रखें बल्कि विश्वविद्यालय से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद भी जो युवक-युवतियां सफल नहीं हो पा रहे हैं, उन पर भी ध्यान दें। उन्होंने कहा कि इन सभी विद्यार्थियों के परिवार पहचान पत्र का रिकॉर्ड भी रखें।
बैठक में विश्वविद्यालय के कुलपति राज नेहरू ने बताया कि अब तक 267.64 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि युनिवर्सिटी परिसर में ओलंपिक स्टैंडर्ड का स्पोटर्स कॉम्पलैक्स बनाया जा रहा है जो रेजिडेंशियल होगा। इसमें स्टेडियम, जिमनेजियम ,स्वीमिंग पूल आदि की सुविधा उपलब्ध होगी। इसके अलावा, ऑडिटोरियम व कन्वेंशन सेंटर का निर्माण किया जा रहा है जिसमें लगभग 1500 व्यक्तियों के बैठने की क्षमता होगी। उन्होंने बताया कि वर्ष-2022-23 में विश्वविद्यालय में 34 कोर्सिज में 983 विद्यार्थियों को दाखिला दिया गया है, जिसमें डिप्लोमा, डिग्री और स्नातकोत्तर कोर्स शामिल हैं।
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